कार्य कुशलता या हुनर इंसान की उम्र देख कर कभी नही आती। ज़रुरी नही कि जो व्यक्ति उम्र में ज़्यादा है वो अपने काम में दक्ष होगा। आज की युवा पीढ़ी भी अपनें कार्यों से बड़े-बड़े लोगों को न केवल अचंभित कर रही है बल्कि दुनिया के आगे भारत का नाम रौशन कर रही है। विशेषकर छोटे–छोटे कस्बों और गांवों से आज ऐसा टैलेंट निकल कर सामनें आ रहा है जो दुनिया को अपनें आगे नतमस्तक होने पर मजबूर कर रहा है। ऐसा ही एक प्रशंसनीय कार्य उत्तर प्रदेश की 16 वर्षीय युवती कल्याणी श्रीवास्तव (Kalyani Shrivastava) नें भी किया है। दरअसल, ग्यारहवीं में पढ़नें वाली कल्याणी नें अपनें गांव वालों की ज़रुरतों को देखते हुए ऐसा मिनी एसी बनाया है जिसकी लागत केवल 1800 रुपये है और वातानुकूलित(eco-friendly) है।
सोलर अनर्जी से चलता है मिनी एसी
कल्याणी नें गांव वालों की ज़रुरतों के मद्देनज़र यह मिनी एसी बनाया है। बता दें कि सोलर एनर्जी से चलनें वाला यह एसी पूरी तरह से पॉल्यूशन फ्री (pollution free) है। कल्याणी के अनुसार – थर्माकोल से बनें आइस बॉक्स में 12 बोल्ट के डीसी पंखें(DC Fan of 12 wattage) से हवा दी जाती है। फिर एल्बो से ठंड़ी हवा निकलती है, इसे एक घंटा चलानें पर टेम्परेचर में चार से पांच डिग्री का फर्क आता है और ठंड़ी हवा का प्रसार होता है। जहां एक ओर इस मिनी एसी से बिजली का बिल बचता है वहीं दूसरी ओर पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आती है।
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कल्याणी को जापान सरकार से भी मिला निमंत्रण
सोलर एनर्जी से चलनें वाले इस मिनी एसी को बनाकर कल्याणी नें अपनें गांव वालों और भारत सरकार से तो प्रशंसा पाई ही है साथ ही, दुनिया भर से अपने इस काम के लिए प्रसिद्धि बटोरते हुए जापान सरकार से भी मिनी एसी की तकनीक को जाननें के लिए निमंत्रण पाया है।
कॉलेज प्रतियोगिता के दौरान कल्याणी नें पेश किया था मिनी एसी
यूपी के झांसी में रहनें वाली कल्याणी श्रीवास्तव लोकमान्य तिलक इंटर कॉलेज की छात्रा हैं, कॉलेज लेवल पर हुई प्रतियोगिता के दौरान कल्याणी नें अपनें इस मिनी एसी प्रोजेक्ट को प्रस्तुत किया था। यहां सिलेक्ट होने के बाद पहले यूपी में ही और फिर दिल्ली में नेशनल लेवल पर इस प्रोजेकट को पेश किया गया। जहां भारतीय दिल्ली संस्थान, आईआईटी (IIT-D) से कल्याणी के इस देसी एसी को खूब सराहना मिली। इतना ही नही जापान सरकार नें भी कल्याणी को वहां होनें वाले एक सेमिनार के लिए आमंत्रित किया।
कम बजट में बड़ी राहत देगा मिनी एसी
माना जा रहा है कि अगर कल्याणी के इस मिनी एसी प्रोजेक्ट को कमर्शियलाइज़ कर मार्किट में उतारा जाता है तो यह आम लोगों के लिए गर्मी से राहत का एक बेजोड़ ज़रिया बन सकता है।
बेहद गुनी हैं कल्याणी
मिनी एसी का निर्माण कर कल्याणी नें विज्ञान में तो अपनी उत्कृष्टता साबित करी ही है। इसके अलावा वे एक सिंगर भी है जिसके चलते उन्होनें टेलीविज़न रियलिटी शो “इंडियन आइडल”(Indian Idol) में भी भाग ले चुकी हैं जिसमें वह तीसरे राउन्ड तक पहुंची थी। उसनें लखनऊ, आगरा और कानपुर में आयोजित कम्पीटीशनस् में 50 से ज़्यादा पुरुस्कार लिये हैं। मिनी एसी बनानें के अलावा कल्याणी पहले भी कई विज्ञान मॉडल पर काम कर चुकी हैं जिसकी वजह से लोग उन्हें ‘छोटी साइंटिस्ट’ कहकर बुलाते हैं। कल्याणी के माता दिव्या और पिता दिनेश श्रीवास्तव भी शिक्षक हैं।
यूपी सरकार के आयोजन ‘नारी सम्मान’ में किया गया सम्मानित
2018 में, उत्तर प्रदेश सरकार और हिंदी अखबार ‘अमर उजाला’ की साझेदारी में ‘नारी सम्मान’ नामक आयोजन के दौरान भी कल्याणी को उनके इस काम के लिए सम्मानित किया गया था। इस प्रोग्राम में वे महिलाएं शामिल थीं जिन्होनें खेल, शिक्षा, कला और सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किये हैं।