भारत को पूरी दुनिया से सबसे अलग माना जाता है। यह एक अत्यधिक जनसंख्या वाला देश है। साथ हीं भारत प्राकृतिक रुप से सभी दिशाओं से सुरक्षित है। पूरे विश्व में अपनी महान संस्कृति और पारंपरिक मूल्यों के लिए भारत एक प्रसिद्ध देश है। यही वजह है कि इसे सोने की चिड़िया कहा जाता था, यहां कि सभ्यता और संस्कृति हर किसी को अपनी ओर अक्रषित करती है। – Some unique glimpses of India’s civilization and culture that can surprise anyone.
सभ्यता, संस्कृति और खाने के अलावा भी भारत में ऐसा बहुत कुछ है, जो उसे बाकियों से अलग एक खास पहचान देता है। भारत की कुछ अनोखी जगहों को देख कर यहां के लोगों के साथ-साथ यहां आने वाले लोग भी चौंक जाते है। – Some unique glimpses of India’s civilization and culture that can surprise anyone.
- पैरों में बिछिया (Wedding Ring)
तमिलनाडु में शादी के समय दुल्हन के पैरों की बीच वाली उंगली में 2 चांदी के छल्ले दूल्हे के जरिए पहनाया जाता है। मान्यताओं की मानें तो ऐसा करने से महिला को प्रेगनेंसी के दौरान समस्या नहीं होती है, परंतु सोने के छल्ले नहीं पहना जाते हैं क्योंकि हिंदुओं में सोना देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।
- पब्लिक प्लेस में पुरूषों का एक-दूसरे का हाथ पकड़ना
भारत में पुरुषों को सड़कों पर हाथ पकड़ते हुए देखना आम है। इससे 2 लोगों के बीच की सच्ची दोस्ती का पता चलता है, परंतु एक पुरूष और एक महिला का हाथ पकड़ना थोड़ी गंभीर की बात है, जिसे सावर्जनिक अच्छे तौर पर नहीं देखा जाता।
- टॉवर ऑफ़ साइलेंस
पारसी धर्म में पृथ्वी और आग दोनों को पवित्र माना जाता है। यही कारण है कि उन्होंने दखमा का निर्माण किया, जिसे टॉवर ऑफ़ साइलेंस भी कहा जाता है ताकि उन्हें शव को जलाना या दफ़नाना न पड़े इसलिए ऊंचे और गोलाकार बने इस टॉवर में शवों को रख कर उन्हें चील और कौओं के हवाले कर दिया जाता है। यह केवल भारत में उपयोग किया जाता है।
- दुनिया की सबसे बड़ी फ़िल्म इंडस्ट्री
मुंबई में स्थित बॉलीवुड भारतीय हिंदी भाषा की सबसे बड़ी फ़िल्म इंडस्ट्री है, जहां पर हर साल हज़ारों फ़िल्मों का निर्माण किया जाता है। साल 2012 में बॉलीवुड फ़िल्मों के निर्माण में हॉलीवुड से आगे निकल गया था। आपको बता दे कि ‘बॉलीवुड’ शब्द बॉम्बे और हॉलीवुड को मिलकर बना है।
- 9 अनजान पुरूष
मौर्य सम्राट अशोक के 9 अनजान पुरुष नौ रत्नों की तरह थे, जिन्हें 270 ई.पू. के आसपास का माना जाता है। इन सभी के पास विशेष ज्ञान था, जिसके ज़रिए सम्राट अशोक अपने सभी काम करते थे। यह पुस्तक के रूप में सम्राट अशोक से साथ थे, जिसे अशोक ने पूरी दुनिया से छुपाकर रखा था।
- लद्दाख की Magnetic Hill
Magnetic Hill एक ‘Cyclops Hill’ है, जो भारत के लद्दाख में लेह के पास स्थित है। इस पहाड़ी की ख़ासियत यह है कि जो वाहन नीचे की ओर जाता है वो ख़ुद ब ख़ुद ऊपर की ओर आता दिखाई देता है। यहां वाहन लगभग 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से ऊपर की ओर चढ़ते दिखाई देते हैं।
- शोक का रंग काला नहीं, सफ़ेद है
यह तो हम जानते है कि भारत में किसी अपने के दुनिया छोड़ चले जाने पर शोक में सफ़ेद कपड़े पहने जाते हैं, न कि काले। जब एक महिला के पति की मृत्यु हो जाती है, तो उसे सालों तक सफ़ेद साड़ी ही पहना पड़ता है और राजस्थान में जिस पुरूष की पत्नी मर जाती है वह पुरूष को सफ़ेद रंग की पगड़ी पहननी पड़ती है।
- दुनिया का सबसे ऊंचा स्टेच्यू
भारत में दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है, जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के नेता सरदार वल्लभभाई पटेल की है। इस प्रतिमा को ‘एकता की प्रतिमा’ के रूप में जाना जाता है।
- 80 साल से उपवास
भारतीय साधु प्रहलाद जानी 1940 से भोजन और पानी के बिना रहने का दावा करते हैं। उनका कहना है कि देवी अम्बा उनको जीने की ताक़त देती हैं। जानी के 2 पर्यवेक्षणीय अध्ययन किए गए हैं। साल 2003 में एक और दूसरा 2010 में। दोनों मामलों में जांचकर्ताओं ने परीक्षण अवधि के दौरान बिना भोजन और पानी के स्वस्थ रूप से जीवित रहने की क्षमता की पुष्टि की है।
- 330 मिलियन देवता
भारत में कुल 80% हिंदुओं की आबादी है और हिंदू धर्म में कुल 330 मिलियन देवता गिने जाते हैं। यहां तक की कुछ देवताओं को उनके नाम के बिना ही पूजा जाता है। यहां सबसे ज़्यादा त्रिमूर्ति यानि विष्णु, शिव और ब्रह्मा की पूजा की जाती हैं।
- विवाहित महिला के 16 श्रंगार
शादी करने के बाद ही महिलाएं 16 श्रंगार करती हैं, जिसे सोलाह श्रृंगार कहा जाता है। इनमें माथे की बिंदी और नाक की नथ भी होती है।
- दुनिया का सबसे अमीर हिंदू मंदिर
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर दुनिया का सबसे अमीर हिंदू मंदिर है। साथ ही यह अब तक का सबसे अमीर स्थान भी है। साल 2011 में पुरातत्व विभाग ने मंदिर के गुप्त डिब्बों को खोला, जिसमें सोने, चांदी और सैकड़ों मिलियन डॉलर के कीमती पत्थर मिले थे।
- पेड़ की जड़ों से बना पुल
मेघालय में एक पुल है, जो पूरा जड़ से बना है ऐसा इसलिए ताकि नमी के कारण इसे सड़ने से रोका जा सके। आमतौर पर पुल को बनने में सालों का समय लगता हैं, लेकिन इस तरह से बनाए गए पुल लकड़ी से बने पुल की अपेक्षा में ज़्यादा चलते हैं।
- प्रति वर्ष सोने की सबसे बड़ी खपत
भारत दुनिया में सोने के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है। भारतीय मांग पिछले 10 सालों में प्रति वर्ष औसतन 838 टन रही है। साल 2018 में 760.4 टन सोने का उपभोग किया गया था, जिसमें सबसे ज्यादा सोना का प्रयोग शादी और त्योहारों के समय किया जाता है।
- अद्वितीय लुप्तप्राय जानवरों की प्रजातियां
भारत में जानवरों की कुछ दुर्लभ और सबसे विशेष प्रजातियां देखने को मिलती हैं, जो दुनिया में और कही नहीं देखा जाता। इनमें लुप्तप्राय एशियाई शेर और अद्वितीय बैंगनी मेंढक हैं।
- असामान्य डाकघर
हिमाचल प्रदेश में समुद्र तल से 15,500 फ़ीट की ऊंचाई पर नक्काशीदार हाउसबोट और दुनिया का सबसे ऊंचा फ़्लोटिंग पोस्ट ऑफ़िस है। सन् 1970 के दशक में राजस्थान के कुछ शहरों में भी मोबाइल ऊंट डाकघर थे, जबकि बंगाल के दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्रों में खच्चरों का उपयोग किया जाता था।
- बुल सर्फ़िंग
बुल सर्फिंग एक दौड़ है, जो कि दक्षिणी केरल के आनंदापल्ली गांव में फसल के बाद के मौसम में होती है। इसमे चावल के खेत में एक फ़ुट तक जमी पानी को बैलों की जोड़ी के ज़रिए खेत को जोता जाता है। बैल को चलाने वाला बैल से बंधी लकड़ी के तख़्ते पर खड़ा होता है और उनकी पूंछ या रस्सी के ज़रिए उन्हें दौड़ाता है।
- पहली प्लास्टिक सर्जरी की किताब
छठी शताब्दी ईसा पूर्व, Sushruta Samhita प्लास्टिक सर्जरी पर संस्कृत में लिखी गई पहली किताब है। इस किताब में बताया गया है कि आधुनिक प्लास्टिक सर्जरी में होंठों (लैबीओप्लास्टी) और नाक (राइनोप्लास्टी) को दोबारा से सर्जरी के ज़रिए बनाया जा सकता है।
- 130 मिलियन लोगों की तीर्थयात्रा
हिंदू धर्म के अनुसार कुंभ मेला हर 12 साल में एक बार होता है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा मेला माना गया है। पिछले साल कुंभ मेला 15 जनवरी से 4 मार्च 2019 तक इलाहाबाद के अर्ध में आयोजित किया गया था और इसमें लगभग 130 मिलियन लोगों शामिल हुए थे।
- तीसरे लिंग (Third Gender)
भारत में सदियों से ट्रांसजेंडर या ट्रांससेक्सुअल का एक इतिहास रहा है। यहां उन्हें कई नामों से पुकारा जाता है। अप्रैल 2014 में, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने एक विशेष कानून में ट्रांसजेंडर्स को पासपोर्ट और अन्य आधिकारिक दस्तावेज़ों के संबंध में तीसरे लिंग के रूप में मान्यता दी थी।
- Some unique glimpses of India’s civilization and culture that can surprise anyone.