Sunday, December 10, 2023

भारत के 5 Google Boy, जिनके आगे Google भी फेल, कोई ड्राइवर तो कोई मजदूर का बेटा

आज की दुनिया इंटरनेट की दुनिया बन चुकी है। जहां हर काम के लिए हमें इंटरनेट की जरूरत पड़ती है। अगर कुछ भी जानना हो तो हम तुरंत गूगल पर सर्च कर सकते हैं। हमें गूगल की ऐसी आदत पड़ चुकी है कि अगर कोई बच्चा तुरंत किसी सवाल का जवाब दे तो हम उसकी तुलना गूगल से करते हैं। ऐसे जवाब देने वाले बच्चों को गूगल बॉय के नाम से भी जाना जाता है। आज हम आपको भारत के कुछ ऐसे दिमाग वाले बच्चों के बारे में बताएंगे जिन्हें गूगल से भी ज्यादा दिमाग वाला माना जाता है। – Some children has such brains, who are more brainy and faster than Google.

  1. अंकुश राज (Ankush Raj)
Ankush Raj

अंकुश (Ankush) झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह (Giridih) जिले के रहने वाले हैं। आपको बता दें कि डेढ़ साल के अंकुश राज (Ankush Raj) अपने जनरल नॉलेज और अंग्रेजी के लिए ना केवल अपने क्षेत्र में बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध हो चुके हैं। अंकुश जिस गांव में रहते हैं वहां जाने के लिए पक्की सड़क तक नहीं है, लेकिन अंकुश को जानता हर कोई है। अंकुश गूगल बॉय और कौटिल्या के तौर पर अपने टैलेंट से इस गांव को भी प्रसिद्ध कर दिया है। अंकुश एक बार अगर कोई बात सुन ले तो बस फिर कभी नहीं भूलते। केवल 20 महीने के अंकुश को गुड इंग्लिश की पूरी किताब याद हो चुकी है अंकुश किताब में दिए गए सभी पक्षी, जानवर, फूल, सब्जी के नाम आसानी से बता देते हैं। इसके अलावा वह प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सभी के नाम याद कर चुके हैं। अंकुश के पिता ओडिशा में काम करते हैं और वह पेशे में एक ट्रक ड्राइवर है। अंकुश की मां निशा भारती और उनकी दादी नीलम देवी अंकुश को सभी चीज सिखाती है।है

  1. कौटिल्य पंडित (Kautilya Pandit)
Kautilya pandit

कौटिल्य पंडित (Kautilya Pandit) हरियाणा (Haryana) के करनाल (Karnal) जिले के कोहंड़ गांव के रहने वाले है। वह 6 साल की उम्र में कई विषयों से जुड़े सवालों के जवाब आसानी से दे देते है इसलिए उसे देश भर में गूगल बॉय (Google Boy) के नाम से जाना जाता है। कौटिल्य का दिमाग इतना तेज है कि कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक कौटिल्य की स्मृति क्षमता पर स्टडी कर रही है। कौटिल्य 14 अक्टूबर 2013 को कौन बनेगा करोड़पति (KBC) जैसे लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के सामने हॉटसीट पर भी नजर आ चुकी है। उसके बाद 2020 में कौटिल्य ने केबीसी में स्टूडेंट स्पेशल वीक के दौरान बतौर एक्सपर्ट मौजूदगी दर्ज कराई थी।

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कौटिल्य (Kautilya) जो चीज को एक बार देख ले या पढ़ लेते हैं उसे भूलते नहीं है। उनका आईक्यू 130 के करीब माना जाता है। कौटिल्य का चयन ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड 2020-21 के लिए हुआ था। यहां कौटिल्य को अमेरिका, यूके, जर्मनी, ईरान, एशिया, जापान, साउथ कोरिया जैसे 30 देशों से आए 100 जीनियस बच्चों के साथ यह अवार्ड दिया गया।

  1. अंकित (Ankit)
Ankit

बिहार (Bihar) के लखीसराय (Lukhisarai) जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले 7 साल के अंकित (Ankit) का सामान्य ज्ञान गजब का है। अंकित (Ankit) को पटना में खान जीएस रिसर्च सेण्टर कोचिंग चलाने वाले खान सर (Khan Sir) पूरे देश के सामने लाए थे। खान सर (Kha Sir) ने अपने चैनल पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें 7 साल का अंकित गूगल की तरह हर प्रश्न का जवाब दे रहा था। इस दौरान खान सर भूगोल, राजनीती शास्त्र और इतिहास के कई कठिन सवाल पूछे और अंकित ने सभी प्रश्न का उत्तर दिया इसलिए अंकित को बिहार का गूगल बॉय (Google Boy) कहा जाता है। अंकित के साथ उसकी 5 साल की बहन शिवानी ने भी खान सर के हर सवाल का तुरंत जवाब दिया था इसलिए उसे गूगल गर्ल कहा जाता है।

  1. देवेश सिंह (Devesh Singh)
Devesh Singh

कोरोना के दौरान बहुत से लोगों की जान चली गई, जिसमे से एक ढाई साल के देवेश के पिता भी थे। उसके बाद ही दुनिया ने इस ढाई साल के गूगल बॉय की प्रतिभा देखी थी। देश के राज्यों की राजधानी और नेताओं के नाम के साथ विश्व में देश की संख्या, महीनों के नाम, दिनों की गिनती, पौराणिक चीजों जैसे अन्य जरनल नॉलेज के कई सवालों के जवाब देवेश आसानी से दे रहे थे। 27 अगस्त 2019 को जन्मा देवेश शहडोल में दादा-दादी और अपनी मां के साथ रहता है।

  1. दीपांशु कुमार (Deepanshu Kumar)
Deepanshu kumar

दीपांशु कुमार (Deepanshu Kumar) हिमाचल (Himachal) के गूगल बॉय (Google Boy) के नाम से जाने जाते है। उनके बारे में लोगों का कहना है कि मुंह से सवाल निकलने से पहले वह जवाब दे देता है। रिपोर्ट्स के अनुसार इस बच्चे का दिमाग इतना तेज है कि इसे जो भी पढ़ाया जाता है उसका हर जवाब इसे पता होता है। दीपांशु के माता-पिता प्रवासी मजदूर हैं। सुनील कुमार ने दीपांशु को कोरोना काल मे पढ़ाना शुरू किया था। अब 5 साल बाद दीपांशु का दिमाग इतना तेज हो चुका है कि वह जो भी एक बार पढ़ लेते है वह उसे भूलते नही हैं।

  • Some children has such brains, who are more brainy and faster than Google.