Wednesday, December 13, 2023

52 वर्ष की उम्र में शख्स ने पाई NEET की परीक्षा में सफलता, गरीब बच्चों को फ्री नीट कोचिंग देना चाहते हैं

डॉक्टर बनने के सपने को साकार करने के लिए अनेकों विद्यार्थी उसका एंट्रेंस एग्जाम NEET (National Eligibility Cum Entrance Test) परीक्षा की तैयारी करते हैं। इस परीक्षा में बहुत लोग सफल होते हैं तो वहीं बहुत लोग असफल भी होते हैं। इस बार भी NEET की परीक्षा में असफलता के साथ सफलता भी मिली है।

हाल ही में नेशनल टेस्टिंग एजेन्सी (National Testing Agency) द्वारा NEET UG 2022 परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी छात्रों ने पहला, दूसरा और तीसरे स्थान पर आने में बाजी मारी है, जिसमें राजस्थान की तनिष्क ने प्रथम स्थान, दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा ने दूसरा स्थान जबकी कर्नाटक ऋषिकेश नागभुषण ने तीसरा और रुचा पवाशे ने चौथा स्थान हासिल किया है।

52 वर्ष के छात्र ने पास की NEET की परीक्षा

NEET परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले छात्रों में एक 52 वर्षिय छात्र ने भी सफलता हासिल करके मिसाल पेश कर दिया है। जी हां, गुजरात (Gujarat) के प्रदीप कुमार सिंह (Pradeep Kumar Singh) ने उम्र के इस पड़ाव में NEET की परीक्षा में सफल्ता हासिल करके साबित कर दिया है कि उम्र महज संख्या है, मंजिल को पाने के लिए हिम्मत और लगन की जरुरत होती है।

यह भी पढ़ें:- 100 एक्टर का आवाज़ निकालते हैं, फिर भी रिक्शा चलाकर परिवार का खर्च जुटाते हैं: Patna का Viral Rikshawala

प्रदीप को मिले 720 में से मिले 607 अंक

गुजरात के बोदकदेव, अहमदाबाद के रहनेवाले 52 वर्षीय प्रदीप कुमार सिंह (Pradeep Kumar Singh) ने तकरीबन 3 दशक पहले पढ़ाई छोड़ने के बाद भी नेशनल एलिजिबिलीटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) में सफलता हासिल की है। उन्होंने परिक्षा में 720 में से 607 नम्बर हासिल किया है। सभी इस एग्जाम को पास करके अच्छे मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेकर डॉक्टर बनना चाहते हैं। लेकिन प्रदीप कुमार सिंह की ऐसी कोई चाहत नहीं है।

गरीब बच्चों के लिए शुरु करना चाहते हैं मुफ्त NEET कोचिंग

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रदीप NEET की परीक्षा में सफल्ता हासिल करके किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला नहीं लेना चाहते हैं। इस परीक्षा को पास करने के पीछे उनका एक बहुत पुराना सपना छुपा है। प्रदीप बताते हैं कि, इस उम्र में 98.98 परसेंटाइल से सफलता मिलने के बाद भी चिकित्सा कॉलेज में नामांकन कराने की इच्छा नहीं है। वे मुफ्त में NEET की कोचिंग शुरु करना चाहते हैं ताकि गरीब बच्चे पढ़ सके।

प्रदीप कुमार सिंह की शिक्षा

52 वर्षीय प्रदीप कुमार सिंह (52 Year Old Pradeep Kumar Singh) ने 1987 में विज्ञान विषय से बारहवीं की परीक्षा में 71% से सफल हुए थे। उसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) से अर्थशास्त्र से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से उन्होंने MBA की शिक्षा हासिल की। प्रदीप कुमार ने कई बिजनेस जर्नल्स के लिए काम करने के बाद B2B प्लेटफॉर्म के लिए काम करना शुरु कर दिया।

यह भी पढ़ें:- मोटिवेशनल स्पीकर होने के साथ ही एक सफल बिज़नेसमैन भी हैं संदीप महेश्वरी, इनके ज़िन्दगी की दूसरी पहलू को जानिए

शुरु से ही गरीब छात्रों के लिए कुछ करना चाहते थे

प्रदीप कुमार सिंह के बेटे का नाम बिजिन स्नेहांश है और वे MBBS के तीसरे वर्ष के छात्र हैं। बिजिन ने साल 2019 में 595 नम्बरों से NEET की परीक्षा में कामयाबी हासिल की। आप तो जानते हैं कि, मेडिकल की तैयारी करने के लिए कोचिंग की फीस काफी अधिक है। बिजिन द्वारा कोचिंग की तैयारी करने के दौरान उनके पिता प्रदीप कुमार सिंह को जानकारी मिली कि कोचिंग संस्थाओं में NEET परीक्षा की तैयारी के लिए काफी बड़ी रकम ली जाती है। उसके बाद प्रदीप और उनके बेटे बिजिन स्नेहांश ने फैसला किया कि वे गरीब बच्चों के लिए जरुर कुछ करेंगे।

हासिल की NEET 2022 में सफलता

प्रदीप सिंह (Pradeep Kumar Singh) ने बताया कि, वे अपने घर पर मनरेगा में काम करनेवाले मजदूर के बच्चों को कोचिंग क्लासेज देते हैं। वे कहते हैं कि बच्चों को पढ़ाने के दौरान ही उन्हें एहसास हुआ कि जब वे खुद NEET की परीक्षा में सफल नहीं हुए हैं तो फिर छात्रों को कैसे पढ़ाएंगे। इसी सोच के साथ उन्होंने NEET परीक्षा की तैयारी करनी शुरु कर दी और अब परिणाम आपके सामने हैं।

NEET में सफलता मिलने के बाद उन्होंने कहा कि, अब वे अपने यहां आनेवाले बच्चों में आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं।

The Logically प्रदीप कुमार सिंह को इस सफलता के लिए ढेर सारी बधाई देता है तथा साथ ही गरीब छात्रों के लिए उनकी सोच को सलाम करता है।