“जल हीं जीवन है” यह कथन सौ आने सच है ! आज देश के कई क्षेत्रों में जल की समस्या गहराई हुई है ! ऐसे में जल का संरक्षण करना और जल स्तर को बनाए रखने हेतु भूमिगत जल स्रोतों का होना बेहद आवश्यक हो जाता है ! आज बात एक ऐसे हीं जल योद्धा की जिनकी बढी हुई उम्र उनके हौसले और कार्य के आगे बौना साबित हो रहा है ! गाँव में पानी की भीषण समस्या को देखते हुए 85 वर्ष के कामेगौड़ा ने खुद के दम पर 16 तालाब खोद दिए ! आईए जानें..अदम्य हौसले की पराकाष्ठा करने वाले कामेगौड़ा की कहानी..
कामेगौड़ा कर्नाटक राज्य के मंडावली में रहते हैं और पेशे से एक किसान हैं ! किसानी के साथ-साथ वह कुछ जानवर भी पालते हैं जिसे चराने के लिए वह प्रतिदिन खेतों में जाया करते हैं ! उनका जीविकोपार्जन मुख्य रूप से खेती पर आधारित है !
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तालाब खोदने का आया विचार
उनके गाँव में पानी की बहुत गंभीर समस्या थी ! गाँववालों को रोज इस समस्या से दो-चार होना पड़ता था लेकिन किसी को भी कोई मार्ग नहीं सूझ रहा था ऐसे में कामेगौड़ा के मन में यह विचार आया कि क्यूँ ना तालाब खोदा जाए जिससे गाँव में मौजूद पानी की समस्या को खत्म किया जा सकता है !
एक के एक 16 तालाब खोद डाले
कामेगौड़ा ने अपने विचार को जमीन पर लाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया और खुद हीं तालाब खोदने लगे ! निरन्तरता से काम करते हुए कामेगौड़ा ने एक तालाब खोदा ! एक तालाब के निर्माण के बाद उनके गाँव में पानी की जो पूर्ववत समस्या थी बहुत हद खत्म हो गई ! उस तालाब की उपयोगिता को देखते हुए कामेगौड़ा ने एक के बाद एक तालाब खोदना जारी रखा और अब तक वे 16 तालाब खोद चुके हैं ! इन तालाबों से ना सिर्फ गाँव में व्याप्त जल की समस्या खत्म हुई बल्कि भूमिगत जलस्सोतों का भी निर्माण हो गया ! पहले वर्षा का पानी बहकर इधर-उधर निकल जाता था लेकिन अब तालाब के निर्माण से बरसात का पानी उसी में इकट्ठा हो जाता है ! इस तरह से कामेगौड़ा द्वारा बनाए गए 16 तालाब बेहद हीं उपयोगी हैं और उस इलाके में जल समस्या को दूर कर रहे हैं !
प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री भी कर चुके हैं तारीफ
कामेगौड़ा ने अपने हौसले और प्रयास से 16 तालाब खोदकर उसका प्रभाव कई ऊँचे ओहदे पर पदासीन लोगों तक पहुँचाया है ! कनार्टक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदुरप्पा ने उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए कर्नाटक स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की तरफ से कामेगौड़ा को राज्य सरकार की बसों की सभी श्रेणियों में आजीवन मुफ्त पास दिया है ! कर्नाटक परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक शिवयोगी सी. कलासाद ने कहा कि उन्हें यह पास इसलिए जारी किया गया है कि लोग उनके प्रयासों को जानें और प्रेरणा लें ! उन्होंने कामेगौड़ा जी को “Man Of Pond” भी कहा है ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने “मन की बात” कार्यक्रम में कामेगौड़ा जी की प्रशंसा करते हुए उन्हें सलाम किया है ! उन्होंने कहा कि 85 वर्ष के कामेगौड़ा एक किसान हैं जिन्होंने आश्चर्यजनक कार्य किया है ! खेती के साथ वे अपने जानवरों को भी चराते हैं लेकिन इसके साथ उन्होंने गाँव की पानी समस्या को दूर करने हेतु तालाब बनाने का बीड़ा उठाया है और अबतक 16 तालाब खोद डाला है !
कामेगौड़ा ने खेती का काम करते हुए अपने हौसलों और कार्यों से पूरे इलाके के लिए जो प्रेरणा स्थापित किया है वह सिद्ध करता है कि प्रेरणा भरा कार्य किसी एक वर्ग और समुदाय तक सीमित नहीं है ! Logically कामेगौड़ा जी व उनके कार्यों को नमन करता है !