भारत हमेशा से प्रतिभाओं का देश रहा है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि यहां एक से बढ़ कर एक बड़े-बड़े पद को सुशोभित करने वाले महापुरुष जन्म लिए हैं। आज के समय में भी कई ऐसे शख्स हैं, जो विभिन्न दिगज कंपनियों के सीईओ के रुप में कार्यभार संभाल कर भारत का सर ऊँचा करने का काम कर रहें हैं। आज हम बात करेंगे कुछ ऐसे हीं शख्स की, जिसने कई बड़े-बड़े कपनियों के सीईओ के रुप में बखुबी अपना कार्यभार संभाल रहें हैं।
तो आइए जानते हैं उन सभी के बारे में-
सुंदर पिचाई (Sundar Pichai)
सुंदर पिचाई गूगल और अल्फाबेट के सीईओ के तौर पर काम कर रहे हैं। वह साल 2014 के बाद से ही वह भारतीयों युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। तमिलनाडु के मदुरै में जन्मे सुंदर ने जवाहर नवोदय विद्यालय चेन्नई से पढ़ाई की है। आईआईटी खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमएससी और एमबीए व्हार्टन स्कूल से किए। वह साल 200 में गूगल ज्वाइन किए। गूगल के कई प्रोडक्ट में काम करते हुए वह सीईओ तक पहुंचे। साल 2019 में अल्फाबेट की कमान मिली।
सत्या नडेला (Satya Nadella)
बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में काम करना दुनिया भर के लोगों का सपना है। उसी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ एक भारतीय सत्या नडेला हैं। उन्हें साल 2001 में माइक्रोसॉफ्ट की कमान मिली। आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में एक तेलगु परिवार में जन्मे सत्य ने लंबी छलागं लगाई है।
उनके पिता भारतीय प्रशासनिक सेवा में रहे। सत्या की स्कूलिंग हैदराबाद पब्लिक स्कूल से हुई है। साल 1988 में कर्नाटक के मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद उन्होंने अमेरिका के विस्कॉन्सिक मिल्वौकी यूनिवर्सिटी से एमएस की डिग्री हासिल की है। वे साल 1990 में माइक्रोसिस्टम में टेक्नॉलजी कर्मचारी के रूप में काम शुरू करने वाले सत्य ने साल 1992 में माइक्रोसॉफ्ट को ज्वाइन किया था। वहां जल्द ही वह एक लीडर के रूप में जगह बनाने लगे। वहां उन्होंने कई परियोजनाओं का नेतृत्व किया।
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शांतनु नारायण (Shantanu Narayan)
शांतनु नारायण अडोबी के चेयरमैन प्रेसिडेंट और सीईओ हैं। वह साल 1998 में एडोब में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, साल 2005 में सीओओ और साल 2007 में सीईओ बने। वह हैदराबाद में पले बढ़े हैं। उनकी माता जी अमेरिकी साहित्य की टीचर हैं। उनके पिता एक प्लास्टिक कंपनी चलाते थे। हैदराबाद पब्लिक स्कूल में स्कूलिंग के बाद वह उस्मानिय यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग किए। इसके बाद कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी बर्कले से एमबीए और फिर बाउलिंग ग्रीन यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। सबसे पहले वह एप्पल इंक से उन्होंने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद सिलिकॉन ग्राफिक्स और पिक्ट्रा इंक में को-फाउंडर रहे हैं। साल 1998 से वह अडोबी के साथ जुड़े हैं।
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अरविंद कृष्णा (Arvind Krishna)
इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स IBM आईटी सेक्टर की एक बड़ी कंपनी है। इसके सीईओ अरविंद कृष्णा हैं। वह भारतीय हैं और देहरादून और कानपुर से पढ़े लिखे हैं। साल 1990 में वह आईबीएम के हेडक्वार्टर को ज्वाइन किए थे। स्कूल लेवल की पढ़ाई देहरादून से करने के बाद वह आईआईटी कानपुर से बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग किए हैं। इसके बाद यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस से पीएचडी किए। इसके बाद वह आईबीएम के साथ जुड़े।
रेवथी अद्वैत (Revathi Advaithi)
रेवथी अद्वैत फ्लेक्स की सीईओ हैं। वह राजस्थान की रहने वाली हैं और साल 2019 में फ्लेक्स की सीईओ बनीं। वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं और महिलाओं के मुद्दे पर भी काफी मुखर रहती हैं। फ्लेक्स में काम करने से पहले वह ईटन और हनीवेल में काम कर चुकी हैं। साल 2019 में वह फ्लेक्स की सीईओ बनीं। साल 2019 में वह फॉर्च्यून की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट में भी शामिल हुई थींं। उन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी एंड साइंस से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद थंरबेल स्कूल ऑफ ग्लोबल से एमबीए कीं।
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