Tuesday, December 12, 2023

पति ने घर छोड़ा तो परिवार और बच्चों के लिए चलाने लगी ई-रिक्शा, बनी महिलाओं के लिए प्रेरणा

हमारे समाज में कहा जाता है घर-परिवार के खर्च का बोझ पुरुषों पर होता है लेकिन यह आधी सच्चाई है, क्योंकि हमारे देश में ऐसी अनेकों महिलाएं हैं जो अपना घर-परिवार चलाने के लिए खुद मेहनत करती हैं। उन्हीं महिलाओं में से एक नाम बिहार (Bihar) की पिंकी देवी (Pinki Devi) का है, जो आर्थिक तंगी का सामने करने के लिए खुद ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं। चलिए जानते हैं पिंकी के बारें में कि उनका यह सफर कैसे शुरु हुआ।

पिंकी का परिवार

पिंकी के 30 वर्षीय पिंकी देवी (Pinki Devi), बिहार (Bihar) के भागलपुर (Bhagalpur) की रहनेवाली हैं और वह पेशे से एक रिक्शा चालक हैं। उनकी शादी भागलपुर के रहनेवाले अमरजीत शर्मा स्व हुई है और उनके दो बेटे सत्यम तथा शिवम और दो बेटियां वर्षा और रिया हैं। इसके अलावा पिंकी के परिवार में उनके सास-ससुर भी हैं।

पिंकी ने क्यों शुरू किया ई-रिक्शा चलाना ?

दरअसल, शादी के वक्त उनके पति पास न जमीन थी और न ही घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। इतना ही नहीं उनके पति के ऊपर कर्ज का बोझ भी बहुत अधिक था जिसे आर्थिक तंगी होने के कारण चुका पाना बहुत मुश्किल था। ऐसे में पिंकी के पति घर छोड़कर भाग गए। अब घर-परिवार देखभाल और कर्ज चुकाने की सभी जिम्मेदारी पिंकी के ऊपर आ गई।

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पति के घर छोड़कर जाने के बाद पिंकी ने सभी जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेकर आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए ई-रिक्शा (E-Rickshaw) चलाने का फैसला किया। ई-रिक्शा चलाकर पिंकी (E-Rickshaw Driver Pinki Devi) रोजाना 800 रुपये की कमाई करती है और उसी आमदनी से वह अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई समेत पूरे घर का खर्च चलाती हैं।

समझती हैं शिक्षा का महत्व

ई-रिक्शा चालक पिंकी देवी अपने घर में सबसे बड़ी थी और उन्हें पढ़ने का भी बहुत शौक था। लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से वह 8वीं कक्षा के आगे की पढ़ाई नहीं कर सकी। महज 8वीं तक पढ़ी पिंकी शिक्षा का महत्व बहुत अच्छी तरह से समझती हैं और यही वजह है कि आज वह अपने बच्चों की उच्च शिक्षा के खातिर खुद ई-रिक्शा चलाती हैं ताकि उनके बच्चे पढ़ाई से वंचित न रहें।

पिंकी देवी (Pinki Devi) घर-परिवार की जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए ई-रिक्शा चलाकर बाकी महिलाओं के लिए प्रेरणा की मिसाल पेश कर रही हैं। वह साबित कर रही हैं कि अकेले एक महिला भी परिवार की देखभाल कर सकती है। वास्तव में पिंकी का यह कदम सराहनीय है। The Logically उनकी प्रशंशा करता है।