क्या आप यह बात जानते हैं कि आज हमारे देश में किसानों की आय को बढ़ाने हेतु कई तरह के मुहिम चलाए जा रहे हैं। उन्हें लकड़ी उत्पादन पर अधिक फोकस रखने का सजेशन दिया जा रहा है। उन्हें प्रेरित किया जा रहा है कि वह अपने खेती के बाउंड्री में ऐसे पौधे को लगाएं जिनसे उन्हें लकड़ी प्राप्त हो सके और यह पौधे मात्र 5 वर्ष में ही एक बड़े से पेड़ का रूप ले।
इन पौधों की मदद से खेती में लाभ होने के साथ-साथ इनसे अलग लाभ मिल सकता है। अगर आप एक किसान हैं और यह चाहते हैं कि अपने बाउंड्री में उन को लगाए तो आप को सरकार की तरफ से आर्थिक मदद भी मिल रहे हैं। आईए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से….
क्या है मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा प्रोग्राम
छत्तीसगढ़ के सरकार द्वारा मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा प्रोग्राम चल रहा है जिसके द्वारा किसानों को जागरूक किया जा रहा है कि वे अपने खेतों में नीलगिरी के पौधे को लगाएं। अगर किसान ऐसा करते हैं और उन्हें अच्छा लाभ मिलता है तो उन्हें अपने लकड़ी के निर्यात के लिए मार्केट का दौरा नहीं करना पड़ेगा क्योंकि यह ऊपर हाथों-हाथ बिक जाएगी। ये योजना लाभदायक होने के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी उचित है।
नीलगिरी की विशेषता
नीलगिरी को लोग यूकेलिप्टस तौर पर भी जाना जाता है। इसकी लकड़ियों का उपयोग फर्नीचर के अतिरिक्त इमारत के निर्माण में भी होता है। इसकी पत्तियों से निकलने वाले तेल से गुर्दे एवं पेट दर्द, सर्दी-जुकाम, गले दर्द आदि कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इसके पेड़ से निकले हुए गोंद से चमड़े एवं कागज का निर्माण होता है। बुआई के बाद यह 5 वर्ष में तैयार हो जाता है। आप 1 एकड़ जमीन में इसके लगभग हजार पौधे लगा सकते हैं पौधे को लगाने के बाद आपको इसका विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
मिलेगा इतना सब्सिडी
सरकार ने यह ऐलान किया है कि अगर कोई किसान अपने खेतों में नीलगिरी का पौधा लगाना चाहता है तो उसे सब्सिडी के तौर पर 25000 दिए जाएंगे हालांकि यह पैसा तीन किस्तों में मिलेगा। पहली किस्त के लिए हुए पैसे पौधे को लगाने के बाद अगर आप के पौधे जीवित एवं ठीक रहेंगे तभी आपको अगली दोनों किस्त दी जाएगी।
आवेदन करने का तरीका
यह योजना सिर्फ छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए ही है इसीलिए अगर आप छत्तीसगढ़ के किसान हैं तो आप इस योजना का लाभ लेकर अपने खेतों में नीलगिरी के पौधे को लगा सकते हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको अपने नजदीकी वन विभाग के ऑफिस में आवेदन करना होगा। यहां आपको अपना आय प्रमाण पत्र, अस्थाई प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खेत का सासरा, पासपोर्ट साइज फोटो एवं मोबाइल नंबर लेकर जाना होगा और फिर फॉर्म फिल करना होगा।