आमतौर पर लोगों की ख्वाईश होती है कि वे अच्छी पैकेज वाली नौकरी करे और आराम से जीवन का आनन्द लें। लेकिन इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे हैं जो नौकरी न करके खुद का कुछ करना चाहते हैं औए इसके लिए वे अच्छी-खासी पैकेज वाली नौकरी को भी ठोकर मार देते हैं।
आज की हमारी कहानी भी एक ऐसे ही शख्स की है जिन्हें नौकरी रास नहीं आई। इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़ खुद का बिजनेस (Business) शुरु किया और आज अच्छी-खासी आमदनी भी हो रही है। तो इसी कड़ी में चलिए जानते हैं उस शख्स के बारें में-
कौन है वह शख्स?
हम बात कर रहे हैं डॉ अजय (Dr. Ajay) की, जो बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) के रहनेवाले हैं। उन्होंने कई वर्षों तक नौकरी करने के बाद उसे अलविदा कहा और खुद का स्टार्टअप शुरु किया। उनके स्टार्टअप के जरिए कुछ महिलाओं को भी रोजगार का साधन मिला और वे आत्मनिर्भर बनीं।
शुरु किया ऑर्गेनिक साबुन बनाने का स्टार्टअप
The Indian Stories के अनुसार, डॉ अजय (Dr. Ajay) ने 15-16 वर्षों तक नौकरी करने के बाद खुद का स्टार्टअप शुरु करना चाहा। इसके लिए उन्होंने नौकरी छोड़ ऑर्गेनिक साबुन बनाने का स्टार्टअप (Organic Soap Manufacturing Startup) शुरु किया और उसका नाम रखा “बोधिका” (Bodhika)।
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यहां देखें Bodhika Organic Soap स्टार्टअप का वीडियो-
नहीं होता है केमिकल का इस्तेमाल
आजकल हर चीज में फिर चाहे वह खाने की चीज हो या ब्यूटी प्रॉडक्ट्स हो, केमिकल का इस्तेमाल धरल्ले से हो रहा है और यह हमारे शरीर और त्वचा के लिए बेहद हानिकारक होता है। ऐसे में The Indian Stories से बातचीत के दौरान डॉ अजय ने बताया कि बोधिका स्टार्टअप (Bodhika Startup) एक अनोखी पहल है जिसके तहत ऑर्गेनिक साबुन (Organic Soap) किसी भी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता है और सभी प्रॉडक्ट्स हैंडमेड होते हैं।
लैब टेस्टिंग के बाद ही होती है बिक्री
Bodhika स्टार्टअप के तहत न सिर्फ ऑर्गेनिक साबुन (Organic Soap) बनाए जाते हैं बल्कि इससे कुछ महिलाओं को रोजगार का साधन भी मिला है। यहां महिलाएं हाथ से ऑर्गेनिक साबुन बनाती हैं और उसे मार्केट में भेजने से पहले लैब में उसकी क्वालिटी कोअच्छी तरह से टेस्ट किया जाता है।