भारतीय अपने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपने कार्यों के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं। भारतीय युवा भी अपने देश के बाहर अन्य देशों में भी तकनीक के साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी अपनी जगह बनाने में कामयाब हो रहे हैं। उन्हीं में से एक है गौरव शर्मा जो न्यूटन हैमिल्टन में जनरल प्रैक्टिशनर के रूप में कार्य कर चुके हैं। 33 वर्षीय गौरव शर्मा जिन्हें न्यूजीलैंड के संसद के सदस्य के रूप में चयनित किया गया है।
गौरव शर्मा (Gaurav Sharma) हिमाचल प्रदेश (Himanchal Pradesh) के हमीरपुर (Hamirpur) जिले के रहने वाले हैं। वह हैमिल्टन वेस्ट से लेबर पार्टी (Labour Party) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत कर देश का नाम रौशन किए हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गौरव शर्मा को जीत की बधाई देते हुए कहा कि राज्य के लोग गौरव शर्मा पर गर्व महसूस कर रहे हैं। हमीरपुर के गलोड़ के एक डॉक्टर गौरव शर्मा (Gaurav Sharma) ने राज्य और देश का नाम ऊंचा किया है, जिस पर सबको फक्र महसूस हो रहा है।
9वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान गौरव अपने माता-पिता के साथ न्यूजीलैंड चले गए। उनके पिता हिमाचल प्रदेश के बिजली बोर्ड में एक कार्यकारी इंजीनियर के रूप में कार्य करते थे, वह अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिए। उसके बाद उनका ट्रांसफर न्यूजीलैंड ट्रांसफर हो गया जिसके कारण गौरव को भी उनके साथ न्यूजीलैंड जाना पड़ा।
न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के अनुसार गौरव शर्मा के परिवार को शुरुआत में न्यूजीलैंड में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उनके पिता ने वहां भी 6 साल बाद अपनी नौकरी छोड़ दी। अनेकों बाधाएं सामने आई। यहां तक की पूरे परिवार को कुछ समय के लिए बेघर भी होना पड़ा। इस कारण उन लोगों को पार्क में बेंच पर अपनी रातें बितानी पड़ी।
2017 में गौरव शर्मा को शिमला में एक इंटरव्यू देने का मौका मिला जहां उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में रहने के दौरान वहां के पहाड़ी भाषा में बातचीत करना, वहां के भोजन भी काफी पसंदीदा थे। गौरव ने ऑकलैंड मेडिकल स्कूल (Auckland Medical School) के विश्वविद्यालय (University) में बैचलर ऑफ मेडिसिन (Bachelor of Medicine) एवं सर्जरी (Surgery) का अध्ययन किए और बाद में वाशिंगटन डीसी (Washington DC) के जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय (George Washington University) से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री प्राप्त किए।
गौरव शर्मा विभिन्न स्तरों पर लेबर पार्टी में भी शामिल होते रहें हैं। 2014 से एक जमीनी स्तर के स्वयंसेवक होने से लेकर हाल ही में हैमिल्टन वेस्ट इलेक्ट्रोरेट के अध्यक्ष और लेबर रीजनल 2 काउंसलिंग (LRC) के उपाध्यक्ष रहे हैं। फिलहाल वे संसदीय चुनाव जीतकर बड़ी सफलता हासिल किए।
गौरव शर्मा ने अपने राज्य के साथ देश का भी नाम रौशन किया है, जिसके लिए The Logically उन्हें ढ़ेरों शुभकामनाएं देता है।