किसी ने बहुत खुबसूरत बात कही है, “मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।”
उपर्युक्त कथन बिल्कुल सत्य है, यदि किसी चीज को करने का दृढ़निश्चय का लिया जाए तो फिर जीवन में कितनी भी चुनौतियां क्यों न आएं, इन्सान अपनी मंजिल तक पहुंच ही जाता है। इस बात का ताजा उदाहरण एक फल वाले के बेटे ने पेश किया है जिसने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए आज डिप्टी SP बन गया है।
कड़ी मेहनत से पास की UPPSC की परीक्षा
हम बात कर रहे हैं उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के मऊ नगा क्षेत्र के नासोपुर गांव के रहनेवाले अरविंद सोनकर की जिन्होंने UPPSC की परीक्षा में 86 वां रैंक हासिल किया है। इस परीक्षा को पास करना उनके लिए आसान नहीं था लेकिन उन्होंने गरीबी को मार्ग का बाधा नहीं बनने दिया और कड़ी मेहनत से उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल की।
पहले मां गुजर गई फिर पिता को मार दिया लकवा
अरविंद ने न सिर्फ गरीबी सहा है बल्कि अपनों को खोने का भी दर्द सहा है। दो माह पूर्व ही कैंसर जैसी घातक बिमारी की वजह से मां गुजर गई। उसके कुछ ही दिन पिता जो फल का ठेला लगाकर घर-परिवार का भरण पोषण करते हैं, को लकवा मार गया।
“Anybody can do anything that he imagines provided he has willpower.”
— Satya Kumar Y (సత్యకుమార్ యాదవ్) (@satyakumar_y) April 10, 2023
And here is an example.
Son of a road side fruit-vendor,
Sri ‘Arvind Sonkar’ becomes DSP.
An inspiring story from Mau, UP. pic.twitter.com/VRmemvORkW
ऐसी स्थिति में बुजुर्ग लकवाग्रस्त पिता, दो भाई, पांच बहन वाले परिवार की आजीविका और पढ़ाई का खर्च बेहद मुश्किल हो गया। लेकिन कहते हैं कि जब अपने साथ हो तो हर मुश्किल का हल निकल जाता है। अरविंद के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। उनके मामा ने फल का ठेला सम्भाला और बहन भांजे की पढ़ाई और परिवार का खर्च वहन करने लगी।
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अरविंद (Arvind Sonkar) के घर की आर्थिक स्थिति कुछ इस कदर है कि आज भी उनके यहां खाना पकाने के लिए लकड़ी के चूल्हे का इस्तेमाल किया जाता है। इसी तरह तमाम चुनौतियों के बीच अरविंद का पढ़ाई के प्रति लगन ही एक मात्र हथियार था जिससे वे अपने पारिवारिक स्थिति को बदल सकते थे।
सफलता से परिवार में है खुशी की लहर
वह शुरु से ही पढ़ने में काफी होशियार थे इसलिए उन्हें बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए उनके भाई और पिता ने काफी मेहनत की। आज उनकी और उनके दोनों की मेहनत रंग लाई। अरविंद ने UPPSC की परीक्षा पास करके डिप्टी एसपी बनकर मिसाल पेश किया है।उनकी इस सफलता से सभी काफी खुश हैं लेकिन थोड़ी तकलिफ है कि इस अपार सफलता को उनकी मां नहीं देख सकीं।