कहते हैं कि सुंदरता देखने वाले की आंखों में बसती है। लेकिन समाज में कई बुराइयां मौजूद है जो किसी के अस्तित्व को छीनने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं।
एसिड अटैक के बारे में किसने नहीं सुना हैl एक ऐसा अमर्यादित कदम जो किसी की जिंदगी ले भी सकता है और बर्बाद भी कर सकता है। अपने नई पहचान और नई स्वरूप को अपनाने मे लोगों को सालों साल लग जाते हैं। इस बीच किसी से प्यार मिलना तो शायद बहुत ही दुर्लभ माना जाता है लेकिन कुछ लोग इसे संभव बना कर किसी की जिंदगी को संवार भी देते हैं। इसी के एक मानवीय उदाहरण के बारे में आज हम जानेंगे जिसका नाम है ललिता बेन बंसी।
ललिता की कहानी
एसिड अटैक जैसे चुनौतीपूर्ण जीवन का सामना करते हुए ललिता को मिला कोई ऐसा ,जिसने उसके हर कदम पर साथ दिया। उसने पूरे दिल से और सच्चाई से ललिता को अपनाया। उनके लिए एक सच्चा प्यार बना जो उनके सबसे कठिन समय में उनके साथ छाया बनकर चला। ऐसे समय में तो अपने परिवार वाले भी साथ छोड़ देते हैं लेकिन उनके साथी ने उनका मजबूती से हाथ पकड़ा और इस कठिन समय को पार किया।
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मात्र एक मिस कॉल से हुई शुरुआत
इनकी लव स्टोरी काफी खूबसूरत है और अलग भी। एक संयोग ने इन्हें हमेशा के लिए एक कर दिया। किसी ने सही कहा है कि प्यार किसी के सूरत को देखकर नहीं किया जाता। अगर दो लोगों के बीच लगाव हो और अपनाने की शक्ति हो तो सुंदरता ज्यादा मायने नहीं रखती और यहीं पर आकर प्रेम की परिभाषा बदल जाती है।
ललिता के जीवन साथी का नाम है रवि शंकर सिंह। दरअसल हुआ यह था कि एक बार गलती से ललिता ने रविशंकर के नंबर पर मिस कॉल कर दिया। फिर क्या था हो गई एक नई जिंदगी की शुरुआत।
मिस कॉल के 15 दिन बाद किया था कॉल बैक
ललिता मिस कॉल के 15 दिनों के बाद रवि ने कॉल बैक किया था। धीरे धीरे बातें आगे बढ़ती चली गई और दोनों को एक दूसरे की आदत हो गई। आमतौर पर हम सभी के साथ यह हमेशा होते रहता है कि कोई गलत नंबर से यह अनजान नंबर से हमारे पास फोन आता है। लेकिन हम कभी इस बात को ज्यादा दिल पर नहीं लेते हैं और ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन इसी छोटी चूक ने दोनों के जीवन को सुंदर बना दिया और जीने की नई वजह दे दी।
अपने चेहरे के लिए डरी हुई थी ललिता
दरअसल ललिता को इस बात का हमेशा डर रहता था कि रवि को उनके चेहरे के बारे में जानने के बाद कैसा महसूस होगा। फोन पर बात तो होती ही थी लेकिन सामने से दिखे जाने का डर हमेशा से ही ललिता के मन में बैठा रहता था। ललिता हमेशा ऐसा सोचती थी कि रवि को कोई सुंदर लड़की मिलनी चाहिए। लेकिन रवि के लिए तो वही सब कुछ थी और वह ललिता के साथ हैं अपना सारा जीवन बिताना चाहते थे। उनके लिए बाहरी सुंदरता ज्यादा मायने नहीं रखती थी।
बात करते हुए इन्हें 3 महीने ही हुए थे कि इन दोनों ने शादी के बंधन में बंधने का फैसला कर लिया।
छोटी सी कहासुनी पर भाई ने फेंक दिया था एसिड
ललिता बताती हैं कि 2012 में छोटी सी कहासुनी होने पर उनके चचेरे भाई ने उन पर एसिड अटैक कर दिया। वैसे तो छोटे-मोटे झगड़े हर घर में होते हैं लेकिन इसका खामियाजा किसी को ऐसे भुगतना पड़े यह कतई सही नहीं है। उस वक्त ललिता अपने कजन भाई के शादी में अपने शहर उत्तर प्रदेश गई थी। इसी दौरान उनके छोटे भाई और कजन जिनका नाम है श्याम बाबू के बीच झगड़ा हो गया। इसी झगड़े को सुलझाने के दौरान ललिता ने दोनों को एक एक थप्पड़ मार दिया।
छोटी सी बात के बाद सब कुछ ठीक हो गया। करीबन 5 महीने बाद ललिता की भी शादी तय हो गई थी।। शादी तक ललिता ने सोचा कि क्यों ना वह अपने होम टाउन में ही रहे तो उन्होंने आजमगढ़ में तब तक रहने का फैसला किया। शादी के मात्र 15 दिन पहले उसके कजन भाई ने उसके चेहरे पर एसिड डाल दिया।
उस एसिड की बोतल की कीमत ललिता को अब तक चुकानी पड़ रही है। आपको बता दें कि अब तक उनके 30 से भी ज्यादा सर्जरी हो चुकी है जो की बहुत ही दर्दनाक है।
ललिता मानती हैं कि चमत्कार होते हैं
ललिता का मानना है कि जीवन में चमत्कार जरूर होते हैं और ईश्वर आपका साथ जरूर देता है। दर्दनाक घटना के बाद उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनके जीवन में कोई ऐसा व्यक्ति आएगा जो उन्हें बहुत प्रेम देगा और उनके जीवन को सुधार देगा। रविशंकर का उनके जीवन में आना ललिता के लिए एक साक्षात चमत्कार ही है। उड़ी लगा था कि वह कभी शादी नहीं कर पाएगी लेकिन सब कुछ समय पर हुआ और एक बेहतर जीवन साथी भी मिला।
ललिता को लगा था कि रवि उनके सच्चाई को जानने के बाद उन्हें कभी नहीं अपनाएंगे और शादी भी नहीं करेंगे लेकिन उनकी सोच पूरी तरीके से गलत थी।
रवि ने दिया साथ और घर वालों का भी मिला सहयोग
रवि बताते हैं कि उन्हें ललिता की आवाज से प्रेम हो गया था। वह हमेशा से कुछ अलग करना चाहते थे। जब रवि ने ललिता से शादी करने का फैसला किया तब उनके परिवार ने भी उनका पूरा साथ दिया और इस शादी में सहयोग भी किया। वह बताते हैं कि उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि उस एक कॉल से उनकी पूरी जिंदगी बदलने वाली है।
साहस फाउंडेशन के द्वारा कराई गई शादी
वर्ष 2017 में रवि और ललिता की शादी हो गई और इस शादी को कराने की जिम्मेदारी उठाई साहस फाउंडेशन और उद्यमी महाराष्ट्र ने। केवल यही दो संस्था नहीं है बल्कि इनकी शादी के लिए कई संस्थाएं सामने आए और खुलकर मदद किया। आपको बता दें कि ललिता भी इस फाउंडेशन के सदस्य हैं।
सबसे खूबसूरत बात यह है कि इनकी शादी में कलाकार भी शामिल थे जैसे कि विवेक ओबरॉय और भी कई हीरो। विवेक ने अपनी तरफ से इन दोनों को एक मुंबई में फ्लैट गिफ्ट किया जिसके लिए यह दोनों उन्हें काफी धन्यवाद देते हैं। तमाम तकलीफों और परेशानियों के बाद 28 वर्षीय ललिता ने यह मन बना लिया था कि वह कभी शादी नहीं करेंगी लेकिन समय बदला और साथ मिला और आज जिंदगी बदल चुकी है।
The Logically रवि के इस अद्भुत सोच को सलाम करता है और उम्मीद करता है कि समाज में ऐसे ही हैं लोगों का सृजन हो और ऐसे ही मानसिकता का विकास हो जहां सुंदरता को पीछे रखकर प्रेम और व्यवहार से लोगों को पहचाना जाए।
रवि और ललिता को उनके खूबसूरत सफर के लिए बहुत सारी शुभकामनाएं।