Wednesday, December 13, 2023

8 साल के बच्चे के प्रयास से इकठ्ठा हुआ 2 लाख रुपये, 100 गरीब बच्चों को पढ़ने में मदद कर रहे हैं

कहा जाता है, बच्चे भगवान का स्वरूप होते हैं। हम भारतीय इस बात को सौ प्रतिशत सच भी मानते हैं। बचपन वह समय होता है जिसे छोटे पौधों की तरह भविष्य में वृक्ष बनकर छांव देने के लिए सिंचा जाता है। बचपन में बच्चों को जैसे ज्ञान मिलता हैं आगे चलकर वे उसी मार्ग पर चलते हैं। वहीं कई बच्चे बचपन में ही कुछ ऐसा साहसिक कार्य कर दिखाते हैं जिससे पूरा आवाम प्रेरित होता हैं। उन्हीं बहादुर जाबाज बच्चों में से एक है आदिराज जो CBSE के 100 गरीब बच्चों की फीस भरने के लिए जुटाए ₹200000.

सोशल मीडिया पर एक बेहद प्रेरणादायक कहानी खूब सुर्खियों में है, जिसमें कहां जा रहा है कि एक 8 साल के बच्चे ने अपने स्कूल के बच्चों की मदद करने के लिए ₹200000 जुटाए हैं। उस बच्चे का नाम है आदिराज सेजवाल जो दिल्ली (Delhi) का रहने वाला है। आदिराज की उम्र 8 वर्ष है जो अभी तीसरी कक्षा का छात्र है। आदिराज के परिवार वालों के अनुसार उसने अपने गुल्लक से ₹12,500 निकाल कर 5 छात्रों की फीस जमा की, जो बच्चें अपने फीस का भुगतान नहीं कर सकते थे। आगे इस परिवार ने ₹200000 जुटाए जिससे सीबीएसई (CBSE) के वैसे छात्रों का मदद किया जा सके जो बोर्ड परीक्षा का शुल्क नहीं भुगतान कर सकते है।

परिवार के मुताबिक आदिराज जो तीसरी कक्षा का छात्र है, उसे अपनी शिक्षिका मां के जरिए पता चला कि कुछ छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे क्योंकि वे अपनी परीक्षा शुल्क का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। पहले आदिराज ने ही खुद के पैसे से कुछ बच्चों की मदद की। आगे फिर उनके परिवार वालों ने  ₹200000 जुटाए जिससे सीबीएसई के 100 से अधिक बच्चों का फीस भरा जा सकता है, जिनका फीस 2250 रुपए से 2400 रुपए तक है।


यह भी पढ़े :- पांच साल के अनीश्वर कुंचला ने 3200 KM साइकिल चलाकर जुटाया 3.7 लाख का कोरोना राहत फंड !


ANI के रिपोर्ट के अनुसार आदिराज अपनी शिक्षिका मां को किसी से फोन पर बात करते हुए सुना जिसके बाद उसकी मां चिंतित दिखी। आदिराज के पूछने पर उन्होंने कारण बताया कि कुछ छात्र सीबीएसई (CBSE) की परीक्षा की फीस नहीं देने के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो रहे हैं, तब आदि ने 5 बच्चों का फीस भरने का विचार किया। जिसके बाद वहां ऐसे कई लोग थे जो बच्चों की मदद करना चाहते थे और भी कुछ बच्चे और उनके माता-पिता ने अपना सहयोग दिया, जिससे ₹180000 जुटाए गए।

आदिराज सेजवाल (Adiraj Sejwal) के पिता अभिषेक सेजवाल (Abhishek Sejwal) ने भी बेटे के इस नेक पहल का खुशी जाहिर की। साथ ही वे भी अपने बेटे की मदद कर रहे हैं। अभिषेक पहले ख़ुद पांच बच्चों की मदद किए और अपने परिवार वालों के साथ इस समस्या पर बात किए। फिर सबने मिलकर एक अभियान चलाया। जिसमें पड़ोसी, रिश्तेदार, स्कूल के मित्र और अन्य लोगों ने भी मदद के लिए कदम बढ़ाया। सबकी मदद से ₹200000 इकट्ठा हुए जिससे लगभग 100 बच्चों को मदद मिलेगी।

आदिराज सेजवाल (Adiraj Sejwal) ने इतनी कम उम्र में इतने बड़े काम का साहस जुटाया जिससे बच्चों की शिक्षा बाधित नहीं होगी। जो काम बड़े-बुजुर्ग नहीं कर पाते उसे आदिराज ने कर दिखाया, इसके लिए The Logically इस छोटे से बच्चे का आभार प्रकट करता है और बच्चों की बेहतर भविष्य की उम्मीद रखता है।