Wednesday, December 13, 2023

खेती से ऐसा लगाव की छोड़ी अपनी नर्सिंग की नौकरी, अब बनी ऑर्गेनिक फार्म की मालकिन और हो रही अच्छी कमाई

खेती के प्रति ऐसा लगाव था कि अपनी जमी जमाई नर्स की नौकरी को छोड़कर खेती करने लगीं। हम बात कर रहे हैं, असम (Assam) के जोरहाट जिले की रहने वाली नबनीता दास (Nabnita Das) की। वे ऊर्जावान और प्रगतिशील महिलाओं में से एक हैं। नबनीता का सहायक नर्स के रूप में प्रशिक्षण लेने के बाद भी कृषि के प्रति झुकाव कम नहीं हुआ है। – after leaving nursing job Nabnita Das from Assam Jorhat district is doing farming

नर्सिंग की नौकरी छोड़कर शुरू की जैविक खेती

एक किसान के घर जन्मी नबनीता का झुकाव हमेशा से कृषि के प्रति रहा है। अक्सर अस्पताल से आते-जाते समय सड़क के दोनों ओर हरियाली देख नबनीता का आकर्षण खेती की ओर होता था। इसी आकर्षण के कारण नबनीता ने साल 2010 में सरकारी अस्पताल से नर्सिंग की नौकरी छोड़कर जैविक खेती की शुरुआत की। – after leaving nursing job Nabnita Das from Assam Jorhat district is doing farming

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औपचारिक प्रशिक्षण में लिया भाग

वर्तमान में नबनीता एक प्रतिष्ठित प्रगतिशील किसान हैं और एक ऑर्गेनिक फार्म की मालिक बन चुकी हैं। साल 2014 में नबनीता दास (Nabnita Das) ने खेती को लेकर पहला औपचारिक प्रशिक्षण लिया था, जो असम के कृषि विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।

उसके बाद उन्होंने नॉर्थ-ईस्टर्न और हिमालयी राज्यों आरकेवीवाई असम के लिए बागवानी मिशन के प्रशिक्षण में भाग लिया। – after leaving nursing job Nabnita Das from Assam Jorhat district is doing farming

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नबनीता अपने खेतों में इन फसलों को उगाती हैं

शुरुआत में नबनीता केवल पारंपरिक खेती करती थीं, लेकिन प्रशिक्षण लेने के बाद वे मछली पालन और पशुपालन का काम भी करने लगीं।

अब नबनीता का खेत एक छोटा कृषि केंद्र बन चुका है। यहां पारंपरिक फसलों के अलावा तरह-तरह के फूल भी उगाए जाते हैं। – after leaving nursing job Nabnita Das from Assam Jorhat district is doing farming

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वे अपने खेतों में धान, फल, सब्जी, दलहन और तिलहन की फसलों की खेती भी करती हैं। इसके अलावा वे अलग-अलग नस्ल की मुर्गियों, कबूतर और बत्तख के देसी-विदेसी नस्ल का पालन भी करती हैं।- after leaving nursing job Nabnita Das from Assam Jorhat district is doing farming

कई पुरस्कारों से हो चुकी हैं सम्मानित

नबनीता के फार्म में मुर्गियों की बहुत सी नस्लें हैं, जिसमें चर्चित और प्रसिद्ध कड़कनाथ भी शामिल है। कृषि के क्षेत्र में योगदान देने के लिए नबनीता दास (Nabnita Das) को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। वे अपने कार्यो से आज कई किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई हैं।

खेती के जरिए नबनीता अच्छी कमाई भी कर रही हैं। अब उनके ऑर्गेनिक फार्म को देखने के लिए दूर-दूर से युवा किसान आते हैं और उनसे जरूरी जानकारी प्राप्त करते हैं। – after leaving nursing job Nabnita Das from Assam Jorhat district is doing farming

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नबनीता बनी एक सफल महिला कृषि

सरकारी अस्पताल में नर्सिंग की नौकरी छोड़कर कृषि के पेशा को चुनने वाली नबनीता को राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक कई बार सम्मानित कर चुकी हैं।- after leaving nursing job Nabnita Das from Assam Jorhat district is doing farming

नबनीता कृषि के तौर पर महिलाओं के लिए मिसाल बन गई हैं। अब उन्हें अपनी नर्सिंग की नौकरी छोड़ने का कोई गम नहीं है। वे अपनी खेती में और विस्तार देने की योजना में जुटी हुई हैं। – after leaving nursing job Nabnita Das from Assam Jorhat district is doing farming

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