Saturday, December 9, 2023

खेती को इस किसान ने बना दिया प्रयोगशाला, अस्वगन्धा और केसर की खेती से लिख रहे हैं सफलता की इबारत

खेती करना का विज्ञान और कला दोनों का सामंजस्य है। खेती अनेको तरह से की जाती है। जिस किसान को जो पद्धति आसान लगती और जिसमें उसे सफलता प्राप्त हो, वह उसी पद्धति को अपनाकर खेती करता है। आज के समय में बहुत ही कम किसान हैं जो परंपरागत खेती को अपनाकर खेती कर रहें हैं।

आज कुछ किसान टिश्यू कल्चर (tissue culture) पद्धति को अपना रहें हैं तो कुछ जैविक उर्वरक के माध्यम से खेती कर रहें हैं। वहीं कुछ हाइड्रोपोनिक (hydroponic) खेती कर रहें हैं। आज की हमारी यह कहानी एक ऐसे किसान की है जो आधुनिक खेती के माध्यम से अधिक लाभ कमा रहे हैं और दूसरे लोगों को भी इस खेती से जोड़ रहें हैं।

kesar farming
केसर की खेती

यह किसान हैं, शिशुपाल सिंह

शिशुपाल सिंह (Shishupal Singh) आगरा (Agra) के पनवारी (Panwari) ग्राम से संबंध रखते हैं और यह पारंपरिक खेती ना करके आधुनिक खेती के तरीक़ो को अपनाएं है। यह इससे अधिक लाभ भी कमा रहे हैं। शिशुपाल जी कहते हैं कि अगर हम वैज्ञानिकों के बताए गए तरीके से खेती करें तो इससे अधिक से अधिक लाभ कमा सकते हैं। यह आधुनिक खेती रहे हैं और अन्य किसानों को भी इस खेती से जोड़ें हैं।

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पहले करते थे पारम्परिक खेती

ऐसा नहीं है कि शिशुपाल शुरू से आधुनिक खेती करते थे। यह पहले पारम्परिक खेती किया करतें थें। फसलों में यह गेंहू, बाजरा, आलू आदि उगातें थें। इन्होंने यह खेती छोड़ आधुनकि खेती को अपनाया। इन्होंने मात्र 2.50 बीघा ज़मीन में आधुनिक तकनीक से केसर उगाया। इनका यह तकनीक सफल रहा और यह अपने केसर का निर्यात करने लगे। इनके केसर के 1 किलोग्राम का मूल्य 50 हज़ार रुपये हैं। वर्तमान समय में इनके साथ बड़ी-बड़ी कंपनियां कॉन्टेक्ट में हैं।

लगाया है अश्वगंधा भी

इन्होंने अपने खेतों में अश्वगंधा भी लगाया है। अश्वगंधा का मूल्य प्रति क्विंटल 25 हजार है। इनके 1 बीघा जमीन में 20 क्विंटल अश्वगंधा हो रहा है। इतना ही नहीं यह ऑर्गेनिक पद्धति के माध्यम से गेंहू भी उगाने लगें हैं।

Aswgandha flower
अश्वगंधा के फूल

टपक पद्धति के माध्यम से करतें हैं सिंचाई

यह नकदी फसलों को भी आधुनिक तकनीक से उगा रहें हैं। यह टपक सिंचाई के माध्यम से सिंचाई कर पौधों में पानी की मात्रा अच्छे से दे पा रहे हैं। यह अश्वगंधा, गेंहू, सदाबहार, निम्बू, गन्ना, सफेद मूसली, आलू और अन्य फसल जैविक खाद से तैयार कर रहें हैं। आज इनकी खेती सभी के लिए एक मिसाल बनी है और अन्य किसान भी इसे अपना रहें हैं।

आधुनिक खेती करने और अधिक लाभ कमाने के लिए The Logically शिशुपाल सिंह (Shishupal Singh) की सराहना करता है।