संघर्ष ही सफलता की कुंजी है। अगर बड़े-बड़े कंपनियों के मालिक या संस्थापक के बारे में बात की जाए तो यह बात साबित हो जाता है कि उनलोगों ने अपनी कामयाबी पाने तक कितनी संघर्ष की है।
आज हम बात करेंगे एक ऐसे हीं शख्स की, जिन्होंने एक किसान परिवार में जन्म लेने के बावजूद भी अपने संघर्षों से बड़ी कामयाबी हासिल की है।
तो आइए जानते हैं उस शख्स से जुड़ी सभी जानकारियां-
कौन है वह शख्स?
हम बात कर रहे हैं नटराजन चंद्रशेखरन (Natarajan Chandrasekaran) की, जो मूल रूप से तमिलनाडू (Tamil Nadu) के मोहनूर के रहने वाले हैं। उनका जन्म वर्ष 1963 में हुआ था। इन्हें ‘मैराथन मैन’ भी कहा जाता है। वह एक बहुत हीं गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे। गरीबी के बावजूद भी उनके परिवार वालों ने शिक्षा पर जोड़ दिया, जिसके परिणाम स्वरूप उन्होंने नेशनल इंस्ट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) से एमसीए (MCA) की पढ़ाई पूरी की।
TCS में हुई पहली जॉइनिंग
नटराजन चंद्रशेखरन (Natarajan Chandrasekaran) टाटा संस के बोर्ड के अध्यक्ष हैं। वह होल्डिंग कंपनी और 100 से अधिक टाटा ऑपरेटिंग कंपनियों के प्रमोटर हैं। अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति टीसीएस में 30 साल के प्रोफेशनल करियर के बाद हुई। उन्होंने कंप्यूटर एप्लीकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद 1987 में फ्रेशर के तौर पर TCS ज्वाइन किया था। वह टीसीएस में लगातार तरक्की करते रहे और काफी सालों तक टीसीएस के सीईओ और प्रबंध निदेशक रह चुके हैं।
निभा चुके हैं महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
नटराजन चंद्रशेखरन (Natarajan Chandrasekaran) के पास टाटा समूह में काम करने का करीब 35 साल का अनुभव है, जिसका लाभ उन्हें बतौर चैयरमैन अपने पहले कार्यकाल में मिला था। उनके नेतृत्व में टाटा समूह की सभी कंपनियों के राजस्व में बढ़ोतरी देखने को मिली है। वह टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा पावर और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) सहित कई समूह संचालन कंपनियों के बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं – जिनमें से वे 2009-17 तक मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे।
अब बने एयर इंडिया (Air India) के चेयरमैन
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को अब एयर इंडिया (Air India) का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। नागर विमानन सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि एयरलाइन के निदेशक मंडल ने चंद्रशेखरन को एयर इंडिया का चेयरमैन नियुक्त किया है।
नमक से लेकर सॉफ्टवेयर क्षेत्र में काम करने वाले टाटा समूह ने पिछले साल 8 अक्टूबर को कर्ज के बोझ से दबी सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन एयर इंडिया के अधिग्रहण की बोली जीती थी। समूह ने यह अधिग्रहण 18,000 करोड़ रुपये में किया है। हालांकि, टाटा संस ने अभी तक एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक की नियुक्ति नहीं की है।
प्रेरणा
अपने मेहनत और संघर्ष के बदौलत सफलता हासिल करने वाले एन• चंद्रशेखरन टाटा (Natarajan Chandrasekaran) ने यह साबित कर दिया कि एक किसान परिवार में जन्म लेने के बावजूद भी अगर सही दिशा में प्रयास हो तो कामयाबी जरूर मिलेगी। उनकी यह कामयाबी उनलोगों के लिए प्रेरणा है, जो अपनी गरीबी से हिम्मत हार बैठते हैं तथा जिंदगी के रास्ते में खुद को अकेलापन महसूस करते है। वास्तव में उनकी कामयाबी की यह कहानी प्रेरणादायी है।