Wednesday, December 13, 2023

कोरोना से लड़ने के लिए बिहार की बेटी ने बनाया रोबोट, जानिए क्या है इसकी खासियतें

कोरोना काल के दौरान लगे लॉकडाउन में जब हम घरों में चैन की नींद सो रहे थे, तब हमारे देश के डॉक्टर, पुलिसकर्मी से लेकर सफाई कर्मी तक लोगों की जान बचाने के लिए खुद को जोखिम में डाल कर सामने आकर लोगों की मदद कर रहे थे। आज हम एक ऐसी लड़की के बारे में बात कर है, जिन्होने डॉक्टर/स्वास्थ्य कर्मी को कोविड-19 की महामारी से बचाने के लिए एक अनोखा मेडी रोबोट बनाया है। यह रोबोट बिना डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी के संक्रमित व्यक्ति के पास गए ही उनको दवा, खाना, पानी इत्यादि पहुंचा सकता है, साथ ही उनका बेसिक स्वास्थ परीक्षण कर सकता है। ―Akanksha, a BIT engineering student, has created a unique Medi robot in a campaign to save the doctor/health worker from the pandemic of covid-19.

पिता के साथ मिलकर किया रोबोट का निर्माण

हम जिस होनहार लड़की की बात कर रहे हैं, उसका नाम आकांक्षा (Akanksha) है, जो बीआईटी इंजीनियरिंग की छात्रा है। वह पटना (Patna) से ताल्लुक रखती है। आकांक्षा ने अपने इनोवेटर पिता के साथ मिलकर इस रोबोट को तैयार किया है। इनका कहना है कि, ‘जब हमें बचाने वाले ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो हम कैसे सुरक्षित रहेंगे।’ बता दें कि, इसके पहले भी इन दोनों पिता-पुत्री ने मिलकर कोरोना से बचाव की मुहिम में अपने घर को कोरोना सुरक्षित घर बनाने के लिए कई अनोखे इनोवेटिव उपकरण बनाए हैं।

Akanksha makes Prototype robot
Source- ANI

क्या-क्या कर सकता है, यह मेडी रोबोट।

आकांक्षा के पिता योगेश कुमार (Yogesh Kumar) ने बताया कि, कोरोना महामारी के दौरान ज्यादातर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी कोरोना से संक्रमित मरीज के इलाज के दौरान संक्रमित हुए हैं। तब मेरे मन मे एक खयाल आया कि, जब डॉक्टर और सुरक्षा कर्मी ही सुरक्षित नही रहेंगे तो हम कैसे रहेंगे। इस सोच को मैंने अपने बेटी आकांक्षा को बताया, फिर हम दोनों ने तय किया कि एक ऐसे रोबोट का निर्माण करना है, जो बिना डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी के संक्रमित व्यक्ति के पास गए ही उनको दवा, खाना, पानी इत्यादि पहुंचा सके, साथ ही उनका बेसिक स्वास्थ परीक्षण कर सके।

उन्होंने आगे बताया कि, कोरोना काल में देश-विदेश में बने रोबोट के बेसिक कार्य ट्रांसपोर्टेशन, सर्विलांस, कम्युनिकेशन और सेनेटाइजेशन का कार्य तो यह ‘मेडी रोबोट’ करता ही है, इसके अलावा यह किसी भी मरीज, लाचार व्यक्ति का बेसिक मेडिकल एग्ज़ामिनेशन प्रामाणिकता के साथ दूर से और रियल टाइम डाटा के साथ करता है। ―Akanksha, a BIT engineering student, has created a unique Medi robot in a campaign to save the doctor/health worker from the pandemic of covid-19.

Akanksha makes Prototype robot
Source- ANI

पहले लॉकडाउन में ही बना लिया था, बेसिक रोबोट का प्रोटोटाइप 

आपको बता दें कि, आकांक्षा और उसके पिता योगेश कुमार ने पहले लॉकडाउन के दौरान ही बेसिक रोबोट का प्रोटोटाइप बना लिया था। लेकिन इस ‘मेडी रोबोट’ को तकनीकी रूप से इतना समृद्ध और उपयोगी बनाने में समय लगा। माइक्रो कंट्रोलर तथा र्कोंडग की सहायता से यह अत्याधुनिक मल्टी परपस रोबोट बनाया गया है तथा इसको बनाने में 3 महीने का समय लगा है और करीबन 1 लाख का खर्च लगा है।

हाई रेज्यूलेशन नाईट विजन कैमरा, जो है डॉक्टर और मरीज के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा संवाद करने में उपयोगी 

आपको बता दें कि, इस रोबोट में हाई रेज्यूलेशन नाईट विजन कैमरा लगा हुआ है। यह कैमरा 360 डिग्री घूम कर सर्विलांस का काम करता है और डॉक्टर और मरीज के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा संवाद करने में मददगार है यह कैमरा। साथ ही आपको बता दें कि, यह रोबोट कम और संकरी जगह पर भी आसानी से काम करता है। इसमें ऑक्सीजन, प्राण रक्षक दवा और नेब्यूलाइज़र की भी व्यवस्था है, जो इमरजेंसी में उपयोग किया जाता है। यह रोबोट सेनेटाइजेशन का काम केमिकल तथा यूवी लाइट द्वारा करता है। 

Akanksha makes Prototype robot
Source- ANI

कई लोगों ने दिए सुझाव तथा की सराहना

आपको बता दें कि, आकांक्षा इलेक्ट्रॉनिक इंजीनिर्यंरग के फाइनल ईयर की स्टूडेंट हैं। इनका कहना है कि, इस रोबोट के निर्माण में कैबिनेट मंत्री, रवि शंकर प्रसाद, संचार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय मंत्री, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना की डॉक्टर अपूर्वा और हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रशान्त जैसे कई डॉक्टरों ने मदद की है। सबने अच्छे सुझाव दिया है तथा ऊंचे स्तर पर भी इस रोबोट की सराहना की गई है। तथा उन्होंने आगे बताया कि, “इस रोबोट को हमने केंद्र और राज्य सरकार के संबंधित मंत्रालय और विभाग को भी भेजा है। हमने एक मेकाट्रॉनिका इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी भी बनाई है। ताकि बड़े पैमाने पर इसका निर्माण कर देश-विदेश में इसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो सके।”

अवार्ड के लिए हुआ, रोबोट का चयन

आपको बता दें कि, रोबोट का चयन मानव संसाधन मंत्रालय के अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के छात्र विश्वकर्मा अवार्ड के फाइनल राउण्ड के लिए हो चुका है लेकिन अभी अवार्ड की घोषणा नहीं हुई है।

यह रोबोट जांच करने में भी है सक्षम

इस अनोखे रोबोट में बहुत सारी खूबियां है। इसमे एक और खूबी है कि, यह व्यक्ति का वजन, तापमान, रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा, हृदय गति, ब्लड प्रेशर, रक्त में ग्लूकोज की मात्रा इत्यादि की जांच करता है तथा यह ईसीजी. और वायरलेस स्टेथेस्कोप से भी युक्त है। तथा इसमे यह भी खूबी है कि, इन महत्वपूर्ण जांच रिपोर्ट को दूर बैठे डॉक्टर के पास पहुंचाने में भी सक्षम है।