वर्ष 2021 में देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री पुरस्कार के लिए कुल सात खिलाड़ियों को चुना गया है. उनमें से हीं एक हैं, अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली अंशु जम्सेनपा (Anshu Jamsenpa).
पांच दिन में दो बार एवरेस्ट चढ़ने का रिकॉर्ड अंशु के नाम
अंशु अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग जिले के बोम्डीला की रहने वाली हैं और एक भारतीय पर्वतारोही हैं. वह पांच दिन में दो बार एवरेस्ट चढ़ने का रिकॉर्ड बना चुकी हैं और ऐसा करने वाली वह पहली महिला हैं. उनके पति, सेरिंग वांग (Tsering Wange), अरुणाचल पर्वतारोहण और साहसिक खेल संघ (Arunachal Mountaineering and Adventure Sports Association) के अध्यक्ष हैं. अंशु की दो बेटियां भी हैं.
29 साल की उम्र में 2009 में अंशु ने पहाड़ों पर चढ़ना शुरू किया था. अरूणाचल माउंटेनियरिंग एंड एडवेंचर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के लोगों ने अंशु की प्रतिभा देखकर उन्हें माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया था.
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अब तक कुल पांच बार एवरेस्ट फतह कर चुकी हैं अंशु
लोग एक बार एवरेस्ट फतह करने का सपना देखते हैं, वहीं अंशु अब तक कुल पांच बार एवरेस्ट पर चढ़ चुकी हैं. 2011 में दो बार. तब उन्हें यह दो चढ़ाई करने में 10 दिन लगें थे. नेपाल सरकार के पर्यटन विभाग के अधिकारी ज्ञानेंद्र श्रेष्ठ ने अंशु जमसेनपा की इस उपलब्धि की पुष्टि की थी. फिर 2013 में एक बार और 2017 में फिर से दो बार, वह भी मात्र पांच दिनों में उन्होंने यह कारनामा कर दिखाया. पहली बार एवरेस्ट फतह करने की खुशी के बारे में अंशु कहती हैं, “जब मैं वहां पहुंची तो लगा कि सबकुछ थम गया है और मैं भगवान के करीब आ गई हूं.”
पहली बार एवरेस्ट फतह करने पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाक़ात
जब अंशु 2011 में 10 दिनों के भीतर दो बार एवरेस्ट विजेता बनी तब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी बधाई दी थी. अपने निवास पर हुई मुलाक़ात में अंशु के काबिलियत की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “आपने अपनी इस उपलब्धि से पूरे भारत को गौरवान्वित किया है. मैं यह जानकर चकित हूं कि दो बच्चों की एक मां ने 10 दिनों के भीतर दो बार एवरेस्ट की चढ़ाई कर ली.”
अंशु जम्सेनपा को उनकी कामयाबी के लिए कई पुरस्कार मिले हैं
अंशु जम्सेनपा “सवच्छ भारत अभियान” की 2012-2013 में ब्रांड एम्बेसडर बनी थी। अरुणाचल प्रदेश सरकार ने तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार के लिए अंशु जम्सेनपा का नाम सुझाया. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार 2017 प्रस्तुत किया, 25 सितंबर 2018 को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में एडवेंचर के लिए जैसमेनपा को भारत का सर्वोच्च साहसिक पुरस्कार प्रदान किया गया. अब अंशु जम्सेनपा (Anshu Jamsenpa) को पद्म श्री से नवाजा जाएगा.