भारतीय सेना जो बुलन्द हौसले , पराक्रम और साहसी जज्बे की पराकाष्ठा हैं LAC पर अपने एक और कार्य से देश को गौरवान्वित किया है ! चीन से भारी तनाव और लड़ाई के बावजूद सेना की एक टुकड़ी ने गलवान घाटी में एक पुल का निर्माण कर डाला है !
तनाव के बीच गलवान नदी पर बना डाला पुल
भारत और चीन के बीच मौजूदा संघर्ष किसी से छिपा नहीं है ! 15 जून की रात दोनों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे और चीन के भी 43 जवानों के मारे जाने की सूचना है ! 16 जून की सुबह जब भारतीय जवानों की शहादत के बाद की स्थिति गमगीन और चिंताजनक थी उसी बीच आर्मी के कारू बेस्ड डिवीजन ने सेना के इंजीनियर डिवीजन को एक संदेश भेजा जिसमें कहा गया कि बिना किसी देरी के गलवान नदी पर बन रहे पुल के निर्माण कार्य को तेजी किया जाए और जल्द से जल्द पुल का निर्माण किया जाए ! आदेश आते हीं बिना किसी देरी के जमा देने वाली सर्दी में निर्भीक होकर सेना के इंजीनियर पुल निर्माण में लग गए ! रात-दिन एक कर किए गए मेहनत के फलस्वरूप 18 जून को शाम तक 60 मीटर लम्बे इस पुल को बनाकर तैयार कर दिया ! सेना इस पुल पर लगभग 2 घंटे तक वाहनों का इस्तेमाल कर इस पुल के गुणवत्ता की जाँच भी कर चुकी है !
पुल बन जाने से मिलेगी मदद
गालवान घाटी पर बनकर तैयार यह पुल भारतीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी अहम साबित होगा ! यह पुल 15 जून वाले घटनास्थल से बेहद करीब है ! सेना की LAC पर पहुँच बहुत आसान हो जाएगी ! यह एक पोर्टेबल पुल है जिसके जरिए सेना के सभी प्रकार के सैन्य वाहन , लड़ाकू वाहन , व अन्य युद्ध सामाग्री को आसानी से पहुँचाया जा सकेगा ! इस पुल के बन जाने से LAC पर सेना की पहुँच आसान हो जाएगी व चीन पर नजर रखने में भी मददगार साबित होगा !
सेना ने जिस शौर्य का परिचय देते हुए LAC पर चीन के साथ भारी तनाव के बीच गलवान नदी पर पुल का निर्माण किया है वह कार्य सेना के अदम्य साहस का द्योतक है ! Logically सेना के जवानों को शत्-शत् नमन करता है !