हमारे देश में टैलेंटेड लोगों की कमी नहीं है, यहां एक से बढ़कर एक कलाकार मौजूद हैं जो अपनी कला के हुनर से सबको आश्चर्यचकित कर देते हैं। इस बार भी एक कलाकर ने अपनी कला से जुगाड़ का इस्तेमाल करके विश्व की सबसे बड़ी रुद्र वीणा बनाकर इतिहास रच दिया है।
कलाकार ने कबाड़ के जुगाड़ से बनाया दुनिया का सबसे बड़ा रुद्र वीणा
दरअसल, मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में स्वच्छता के लिए नगर निगम के साथ मिलकर कार्य कर रहे पवन देशपांडे (Pawan Deshpande) ने राजधानी भोपाल (Bhopal) में कबाड़ के जुगाड़ का प्रयोग करके वक रुद्र वीणा का निर्माण किया है जिसे विश्व की सबसे बड़ी रुद्र वीणा का दर्जा दिया गया है। इस वीणा को भोपाल के अटल पथ पर स्थापित किया गया है।
विश्व की सबसे बड़ी रुद्र वीणा बनाने में कितने रुपये का आया खर्च और किन चीजों का हुआ इस्तेमाल?
विश्व की सबसे बड़ी रुद्र वीणा को बनाने में 5 टन स्क्रैप का इस्तेमाल हुआ है जिसमें बेरिंग, वायर, चैन, क्रैंक सॉफ़्ट, क्लच प्लेट, ड्रम व्हील और चार पहिया वाहनों की कमानी समेत अन्य स्क्रैप शामिल है। इसके अलावा यदि इसके निर्माण में लागत की बात करें तो तकरीबन 15 लाख रुपये से अधिक का खर्च आया है।
रुद्र वीणा (World’s Largest Rudraveena) को आकर्षक और सुन्दर बनाने के लिए रंगों की जरुरत थी। ऐसे में इस काम के लिए 20 लीटर पेंट और 50 लीटर वार्निश का प्रयोग किया गया है। वीणा में पेंट भरने के बाद उसकी सुन्दरता में चार चांद लग गए।
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बनाया गया है सेल्फी प्वाइंट
भोपाल के अटल पथ पर स्थापित विश्व की सबसे बड़ी रुद्र वीणा को आकर्षक लाइटिंग की व्यव्स्था की गई है। इसके साथ ही वहां सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है ताकि लोग तस्वीरें खींच सके। इसके अलावा वहां लोगों के बैठने की भी व्यव्स्था है जहां बैठकर वे संगीत का आनंद ले सकते हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी रुद्र वीणा का कितना है वजन?
कबाड़ के जुगाड़ से बनाई गई दुनिया की सबसे बड़ी रुद्र वीणा (World’s biggest Rudraveena made from junk) के निर्माण कार्य में 10 लोगों की टीम लगी थी। इस टीम ने कड़ी मेहनत करके 6 माह में रुद्र वीणा को तैयार कर दिया। यदि इसके वजन की बात करें तो इसका वजन 5 टन अर्थात 50 क्विंटल है।
कबाड़ से बनी रुद्र वीणा को स्थापित करने में लगा 4 घन्टे का समय
आपको जानकर हैरानी होगी कि अटल पथ पर रुद्र वीणा को स्थापित करने के लिए क्रेन की मदद से लाया गया। उसके बाद इसे स्थापित करने में 14 कलाकारों की टीम के साथ 4 घन्टे का समय लगा। जबकि ट्रॉल से एक जगह से दूसरे जगह लाने में 6 घन्टे का समय लगा।