भूखे को खाना खिलाने से बड़ा कोई धर्म नही होता है । अपनी शादी के लिए जमा किये पैसे से गरीबों को खाना खिलाकर इस कथन को चरितार्थ किया है पुणे (महाराष्ट्र) के रहने वाले 30 वर्षीय पेशे से ऑटो चालक अक्षय कोठावले ने ।
इसी महीने वो परिणय सूत्र में बंधने वाले थे !
शादी लोगों के जीवन का एक अनमोल क्षण होता है । सभी लोग अपनी शादी के लिए कुछ सपने संजोए रहते हैं। अक्षय के भी सपने होंगे। अक्षय अपनी रोजाना की कमाई से बचाकर 2 लाख रुपये जमा किये थे अपनी शादी पर खर्च करने के लिए । इसी महीने 25 मई को उनकी शादी होने वाली थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के कारण उन्हें अपनी शादी को स्थगित करने का फैसला किया ।
शादी के पैसे से भूखों की पेट भरने का फैसला
कोरोना महामारी ने न जाने कितने लोगों को भूखे पेट सोने पर मजबूर कर दिया है । अक्षय कोठावले ने भी अपने आस पास देखा कि अनेकों भूखे , लाचार , पैदल अपने घर जाने वाले बेवस मजदूर लोग हैं जिन्हें दिन-रात जद्दोजहद करने के बाद भी खाना नहीं मिल पा रहा । ऐसे लोगों को मदद करने के लिए अक्षय ने अपने दोस्तों संग मिलकर कुछ करने की ठानी । अक्षय कोठावले अपनी शादी के लिए जमा किए गए 2 लाख रुपये को लोगों की मदद करने के लिए खर्च कर रहे हैं । इसमें उन्हें उनके तीन दोस्तों का भी साथ मिल रहा है। रोज वो अपने दोस्तों के साथ सुबह उठकर खाना बनाते हैं । जगह जगह जाकर भूखे , पैदल चलने वाले मजदूरों के बीच खाना बांट रहें हैं। यह कार्य वे 23 मार्च से निरन्तरता और लगन से कर रहे हैं ।
इस लॉकडाउन की परिस्थिति में यातायात के साधन उपलब्ध ना होने से बीमार, बृद्ध तथा गर्भवती महिलाओं को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । इलाज हेतु अस्पताल जाने के लिए कोई साधन ना होना उनके लिए मुसीबत बन गई है । ऐसी परिस्थिति में अक्षय उन बीमार लोगों को अपने ऑटो में बिठाकर मुफ्त में अस्पताल आदि जगह पहुंचा रहे हैं।
ऐसे कठिन परिस्थितियों में भी इंसानियत को अपना धर्म मानकर मानवता की सेवा करने वाले अक्षय कोठावले हम सभी के लिए इंसानियत के प्रतीक है , एक प्रेरणास्रोत है। आपके जैसे करोड़ों अक्षय की जरूरत इस देश को है।