युगों- युगों से हमारे देश की महिलाएं वे सभी कार्य करती आ रही हैं, जो पुरूष किया करते हैं। आज़ादी के दौरान भी महिलाओं ने अपने हिम्मत को दिखाया और आज़ादी में कर्म, बल और ज्ञान से पुरुषों का सहयोग किया। हमारे देश की वीरांगना “झांसी की रानी” के विषय मे कौन नहीं जानता कि उन्होंने किस तरह पीठ पर अपने बेटे को बांध लड़ाई लड़ी और अंग्रेजों को धूल चटा दिया था। आज हम एक ऐसी महिला की कहानी जानेंगे, जो अपनी ज़िम्मेदारी को निभाने और गरीबी से मुक्ति पाने के लिए पेट पर अपने नन्हे से बच्चे को बांध ऑटो चलाती हैं।
कौन है वह महिला ऑटो चालक?
तारा प्रजापति (Tara Prajapati) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) से ताल्लुक रखती हैं। वह एक ऑटो चालक बनकर (Auto Driver Tara Prajapati) अपनी तकलीफें दूर करने में लगी हैं। आज तारा महिला सशकितकरण (Woman Empowerment) के रूप में एक मिसाल पेश कर रहीं है। तारा प्रजापति (Tara Prajapati) अम्बिकापुर (Ambikapur) के सड़क पर ऑटो चालक के रूप में अपने अदम्य साहस का प्रदर्शन कर रहीं हैं। ऑटो चालक तारा प्रजापति ( Auto Driver Tara Prajapati) अपने नन्हें से बालक को पेट पर बांधकर ऑटो चलाती हैं।
पति भी चलाते हैं ऑटो
लगभग 10 वर्ष पूर्व जब वह वैवाहिक बंधन में बंधी, तब उनके घर की वित्तीय स्थिति खराब थी। उनके पति ऑटो चलाया करते ऊ, जिससे उनकी आजीविका बहुत कठिनाइयों से पूरी हुआ करती थी। घर की स्थिति देख उन्होंने यह निश्चय किया कि वह अपने घर की स्थिति सुधारने में पति का सहयोग करेंगी। उन्होंने अपने बच्चे को लेकर शहर की तरफ रुख मोड़ा और ऑटो चालक ( Auto Driver) बनी।
बच्चे के बेहतर कल के लिए कुछ भी करेंगी
तारा प्रजापति (Tara Prajapati) ने अपने परिवार के लिए जो कदम उठाया वह सही सिद्ध हुआ और उनकी स्थिति काफी बेहतर हुई। वह ऑटो चलाने के दौरान इस चीज़ का पूरी तरह ध्यान रखतीं हैं कि उनके नन्हे से बच्चे को कोई परेशानी ना हो। वह खाने और पीने से जुड़ी सभी चीज़ें अपने साथ रखतीं है। हालांकि वह जिस तरह ऑटो चालक (Auto Driver Tara Prajapati) के रूप में कार्य कर रहीं हैं। वह सरल नहीं है लेकिन अपने बच्चे के बेहतर कल के लिए वह हर नामुमकिन कार्य करने को तैयार हैं।
बच्चे को पेट पर बांध जिस तरह ऑटो चालक (Auto Driver) के रूप में तारा अपने अद्म्य साहस का परिचय दें रही हैं, वह तारीफ़ के योग्य है। The Logically तारा प्रजापति (Auto Driver Tara Prajapati) के हिम्मत को सलाम करता है।