“सफलता किसी की मोहताज नहीं होती है।” सफलता की चाह रखने वालों को इस संसार का कोई भी संकट बाधित नहीं कर सकता है। कठिनाईयों को पार करके जो सफलता मिलती है उसकी मिठास ही कुछ और होती है। बिना संघर्ष किए कामयाबी को हासिल नहीं किया जा सकता है, क्यूंकि संघर्ष ही कामयाबी की शिखर तक पहुंचने की सीढ़ी है।
“मंजिल उसी को मिलती है जिसके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलो से उड़ान होती है।” इस बात को सच्च साबित कर के दिखाया है मोहित ने। मोहित ने 2 बार कैंसर जैसी बिमारी से जंग जीता। उनको अपना 1 पैर भी कटवाना पड़ा। इतनी सारी चुनौतियों का सामना करते हुए वर्तमान में वे बॉडी बिल्डर (Body Builder) बनकर राष्ट्रीय और राज्स्तरीय प्रतियोगिताओं में कई मेडल जीत चुके हैं। आईए जानतें हैं बॉडी बिल्डर मोहित की संघर्ष भरी कहानी।
मोहित (Mohit) हरियाणा (Hariyana) के सोनीपत के रहने वाले हैं। मोहित इस समय एक बॉडी बिल्डर हैं और इनकी उम्र 24 वर्ष है। बोन कैंसर में वे अपना एक पैर गवां चुके हैं। इसके बावजूद भी उनके उत्साह और जोश में कोई कमी नहीं है।
वर्ष 2010 में मोहित बोन कैंसर (Bone Cancer) की बिमारी से ग्रसित हो गए थे। उसके बाद दिल्ली के अस्पतालों ने हीं उनके पैर में रॉड डाल दी। उस वक्त मोहित स्वथ्य हो गये। लेकिन 5 वर्ष बाद मोहित को उसी पैर में दुबारा से कैंसर हो गया। परिणामस्वरुप उस पैर की हड्डी गल गई, जिसके कारण डॉक्टर ने जांघ से मोहित का पैर काट दिया। एक पैर काट जाने से मोहित कैंसर जैसी बिमारी से जीत तो गये लेकिन एक पैर के सहारे जीवन जीना बहुत मुश्किल हो गया। हॉस्पीटल से तनाव को दूर करने के लिए मोहित ने युट्यूब पर बॉडी बिल्डरों के वीडियो देखना शुरु किया। वीडियो देखने के बाद मोहित ने दृढ निश्चय किया कि वे बॉडी बिल्डर ही बनेंगे।
"मंजिल उन्ही को मिलती है
जिनके सपनो में जान होती है,
पंख से कुछ नहीं होता
हौसलों से उड़ान होती है।"सोनीपत के बेटे मोहित का हौसला समाज के लिए प्रेरणादायी है। pic.twitter.com/u7f6ytCkBj
— Manohar Lal (@mlkhattar) October 9, 2020
मोहित ने साल 2016 में जिम जाने लगे। आरंभ में उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी और जुनून बनाए रखा। जिम के दौरान कई बार उनके पैर चोटिल हो जाते थे, इसके बावजूद भी वह चोट मोहित के संकल्प को नहीं तोड़ पाई। वर्तमान में वे प्रतिदिन सुबह-शाम 6 घंटे जिम करते हैं।
मोहित बीते 3 वर्षों से सिर्फ उबला हुआ खाना खा रहे हैं। वे मिर्च, मसाला और नमक छोड़कर उबला हुआ खाना खाते हैं। वे उबाला हुआ चिकन, फल, सब्जी और बादाम भी खाते हैं। मोहित स्टार कैटेगरी में मिस्टर इंडिया का खिताब भी जीत चुके हैं। इसके अलावा मोहित मिस्टर वर्ल्ड, मिस्टर यूपी, मिस्टर दिल्ली और मिस्टर हरियाणा भी रह चुके हैं।
मोहित ने जिस तरह अपने शारीरिक कष्टों को झेला और असम्भव सी प्रतीत होने वाली सफलता हासिल की वह सभी के लिए बहुत ही प्रेरणादायी मिसाल है। The Logically मोहित को, उनके संघर्षों से भरे जीवन को और उनके हौसलों और कठिन मेहनत को शत-शत नमन करता है।