हमारे देश में शादी किसी त्योहार से कम नहीं. इसे खास बनाने के लिए हम दिल खोल कर खर्च करते हैं. राजस्थान के रहने वाले एक पिता ने अपनी बेटी को उसकी शादी पर ब्लैंक चेक देकर कुछ ऐसा ही उदाहरण पेश किया लेकिन बेटी ने चेक लेने से इंकार कर समाज सेवा की बात से बेहद ख़ूबसूरत मिसाल पेश की.
यह घटना राजस्थान के बारमेड़ सिटी (Barmer City) की है. दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, वहां के रहने वाले किशोर सिंह कनोड़ (Kishore Singh Kanod) की बेटी अंजलि कंवर (Anjali Kanwar) की शादी 21 नवंबर को मदन सिंह भाटी से हुई है.
दुल्हन ने दहेज़ के पैसे से गर्ल्स हॉस्टल बनाने का किया पिता से अनुरोध
(Bride asks father to build girls hostel from dowry amount)
अंजलि के पिता किशोर सिंह कनोड़ ने उसके दहेज के लिए पैसे जमा कर रखे थे। शादी के समय उन्होंने ब्लैंक चेक देते हुए बेटी से कहा कि तुम्हें जितनी राशि चाहिए, यहां भर लेना. तब अंजलि ने अपने पिता से अनुरोध किया कि दहेज के लिए इकट्ठे किए गए पैसों से एक गर्ल्स हॉस्टल बनवा दें.
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पत्र में लिखकर इच्छा जाहिर की
(expressed her desire by writing in a letter)
विदाई से पहले अंजलि ने महंत प्रतापपुरी महाराज को एक पत्र दिया जिसमें अंजलि ने अपनी इच्छा लिखी थी। महंत ने जब सभी को पत्र पढ़कर सुनाया तो सभी ने तालियां बजाई और अंजलि के इस फैसले की सराहना की.
1 करोड़ पहले भी दान कर चुके हैं किशोर सिंह
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार किशोर सिंह कनोड़ (Kishore Singh Kanod) ने पहले ही लड़कियों के छात्रावास के लिए 1 करोड़ दान किया था लेकिन काम पूरा करने के लिए और 75 लाख की ज़रूरत थी जिसकी कमी अंजली ने अपने शादी के पैसे देकर पूरी कर दी.