पारम्परिक फूस और मिट्टी वाले घरों में जो सुकून है वह इंट, सीमेंट और टाइल्स के बने महलों में कहां। मिट्टी का घर ठंड होने के साथ पर्यावरण के अनुकूल होता है, जिसमें चैन की सांस ली जा सकती है। लेकिन अब पारम्परिक घर कहीं-कहीं ही देखने को मिलते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे दंपति से मिलाएंगे जिन्होंने 700 वर्ष पुरानी तकनीक को अपनाकर मिट्टी का घर बनाया जो काफी अच्छा है। वैसे तो हर व्यक्ति की यह दिली तमन्ना होती है कि उसका एक अपना घर हो जहां वह अपने परिवार के साथ ख़ुशी-ख़ुशी रह सके। ऐसे में कुछ व्यक्तियों की ये दिली तमन्ना पूरी नहीं होती और कुछ लोग बेहतरीन तरकीब को अपनाकर इसे पूरा कर ही लेते हैं। – Maharastra Couple Yuga Aakhre and Sagar Shirude built mud house
घर के निर्माण में बांस और मिट्टी का हुआ उपयोग
युगा आखरे (Yuga Aakhre) और सागर शिरुडे (Sagar Shirude) महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते हैं। उनका प्लान था कि वे अपने गांव वाघेश्वर गांव में फार्महाउस का निर्माण करें। उन्होंने यह निश्चय किया कि वे अपने घर के निर्माण में बांस और मिट्टी का उपयोग करेंगे। -Maharastra Couple Yuga Aakhre and Sagar Shirude built mud house
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अधिक बारिश की समस्या
यहां समस्या ये थी इस क्षेत्र में अधिक बारिश हुआ करती थी। इस परिस्थिति में वहां मिट्टी के घर का बनना मुश्किल था। तब उन्होंने निश्चय किया कि वे अपने घर के निर्माण में पुराने तरीके को अपनाएंगे। अब उन्होंने इसके विषय में जानकारी एकत्रित करना प्रारंभ कर दिया ताकि अपनी तमन्ना पूरी कर सकें। -Maharastra Couple (Yuga Aakhre and Sagar Shirude built mud house
मिट्टी के निर्माण में अपनाया अलग तरीका
रिपोर्ट के अनुसार उन दोनों ने यह योजना बनाई कि वे सबसे अलग कार्य करेंगे। अब उन्होंने लोकल मटेरियल एवं कुछ रिसाइकल सामग्री को एकत्रित किया। उन्होंने बांस लाल मिट्टी एवं घास का उपयोग अपने घर के निर्माण में की। उन्होंने मिट्टी के निर्माण में अलग तरीका को अपनाया जिससे हर चीज़ बेहतर हो। -Maharastra Couple (Yuga Aakhre and Sagar Shirude built mud house