Saturday, December 9, 2023

Goat Factory: बुलन्दशहर के मुनेंद्र सिंह ने बकरियों की फैक्ट्री खोल रखी है, सलाना 1 करोड़ से भी अधिक की आय है

हममें से कई लोग विदेश जाकर सेटल होने के सपने सजाते हैं और इन सपनों को पूरा करने के लिए खून पसीना एक कर देते है। अगर किसी की विदेश में नौकरी लग जाए तो वो व्यक्ति हमारे लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं होता है। विदेश में सेटल होने के बाद अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर स्वदेश लौटना कई लोगों की आखों ने खटकेगा क्योंकि विदेश में सेटल होना अधिकतर युवाओं की हसरत होती है।

आधुनिक बकरी पालन का वीडियो देखें

लेकिन मुनेंद्र सिंह (Munendra Singh) नाम के व्यक्ति उनमें से नहीं है। मुनेंद्र इंग्लैंड में एक अच्छी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे और 20 लाख रुपये सालाना कमा भी रहे थे। लेकिन कहते हैं न जुनून सबसे बड़ी चीज होती है, मुनेंद्र ने विदेश की नौकरी छोड़ गांव आने का निर्णय किया और बकरी पालन का काम शुरू कर दिए। मुनेंद्र ने यह बिजनेस 10 बकरियों से शुरू किया था और आज 1.7 करोड़ टर्नओवर का बड़ा कारोबार बन चुके हैं। इतना ही नहीं प्रदेश के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने मुनेंद्र के बिजनेस मॉडल की सराहना करते हुए उन्हें ‘बकरी पंडित’ (Bakari Pandit) की उपाधि से भी नवाजा है। मुरेंद्र अपने फार्म में अलग अलग ब्रीड की बकरियां रखते है और अगर कोई देखने आए तो उससे 100 रुपया देखने का फीस भी लेते हैं।

यह भी पढ़ें :- Duck Farming: मुर्गी पालन की तुलना में बत्तख पालन में है अच्छी कमाई, कम खर्च और रखरखाव में कैसे करें जानिए

कौन है मुनेंद्र सिंह (Munendra Singh Goat farming)

अगौता ब्लॉक के सेगली गांव निवासी मुनेंद्र सिंह ने Amity University और इंग्लैंड की Portsmouth University से MBA की शिक्षा ग्रहण की है। डबल MBA करके इन्होंने इंग्लैंड के Oxfordshire स्थित Bicester Golf Club में मैनेजर के पद पर नौकरी की थी। मुरेंद्र को 20 लाख रुपये प्रतिवर्ष का पैकेज भी रोक नहीं सका और कुछ अलग करने की चाह इन्हें वापस शहर खींच लाई। यहां मुरेंद्र ने नए व्यापार के लिए कई प्रोजेक्ट तैयार किए लेकिन आख़िरी में उन्होंने बकरी पालन को ही चुना। इन्होंने सरकारी व निजी संस्थान से बकरी पालन का प्रशिक्षण भी लिया।

munendra singh earns crore by  goat farming

बकरियों की ब्रीड को बेचते हैं

मुनेंद्र सिंह का कहना हैं कि उनका मकसद बकरी पालन कर मांस बेचना नहीं है बल्कि नस्लवार प्योर ब्रीड तैयार करना हैं। मुरेंद्र ने 2016 में 30 हजार रुपये की पूंजी लगाकर आठ बकरी और दो बकरों के साथ फार्म शुरू किया। आज उनके फार्म में 270 बकरे-बकरियां हैं। मुरेंद्र के फार्म में बकरों की एक दर्जन ब्रीड हैं जिसमें से अलवर से झकराना ब्रीड, राजस्थान से सोजस, मुरादाबाद से बरबरी, अमृतसर से बीटल और चंबल व भिंड से जमुनापारी ब्रीड एकत्र की गई है।

कई सम्मान से हुए सम्मानित

बता दें की मुरेंद्र सिंह को प्रदेश के दुग्ध विकास,पशुधन और मत्स्य विभाग के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘बकरी पंडित’ की उपाधि से नवाजा है। इसके साथ ही कुक्कुट विभाग भी मुरेंद्र का सम्मान कर चुके है। बकरी पालन के लिए राज्य सरकार प्रदेशभर से चयनित जागरूक किसानों को इनके फार्म का भ्रमण कराती है।