कोरोना के कहर से जब देश में लॉकडाउन लगा, तब बहुत से व्यक्तियों का रोज़गार छिन गया।
हालांकि संकट की घड़ी को भी अपने लिए मौके की घड़ी बनाने में कुछ लोगों ने अपना कार्य शुरू किया।
बहुत से व्यक्तियों ने स्वयं का करोबार शुरू किया, जिससे आज वे खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
आज की हमारी यह पेशकश एक ऐसी महिला की है, जिन्हें कुकिंग का बहुत शौक था। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान एक शुरुआत की, जो आज कारोबार का रूप ले चुका है।
कुकिंग के शौक ने दिलाई पहचान
स्वाति (Swati) राजस्थान (Rajasthan) से सम्बंध रखती हैं। स्वाति को कुकिंग का बहुत ही शौक था। उन्होंने लॉकडाउन में केक बनाने के बारे में निश्चय किया और यूट्यूब पर वीडियो देखना शुरू किया। उसके बाद उन्होंने केक बनाया और धीरे-धीरे इसकी गुरु हो गईं।
आज उनका बनाया केक हर किसी को पसंद आ रहा है। उनके केक की थीम बहुत ही बेहतरीन है। इसके साथ ही बहुत से आर्डर भी आते हैं।
आखिर किस तरह शुरू हुआ कार्य?
स्वाति ने यह जानकारी दिया कि “लॉकडाउन में मैंने केक का निर्माण किया। उसकी डिजाइन बहुत ही बेहतरीन थी।” जब उसके फोटोज हमारे रिलेटिव ने देखी, तब उन्होंने हमें यह सजेशन दिया कि हम केक बनाएं।” फिर मैंने एक बार पुनः क्लाइंट के तौर पर केक का निर्माण किया। अब लोगों के पास इस केक की फोटोज पहुंचने लगी और मेरे पास आर्डर आने लगे। आज मेरा यह कार्य कारोबार का रूप ले चुका है। साथ ही हम खुशहाल जीवन गुजार रहे हैं।
सोशल साइट पर डालती थीं फोटोज
रिश्तेदारों के कहने पर उन्होंने केक बनाने का कार्य शुरू किया। साथ ही केक बनाकर उसकी फोटो अपने फेसबुक, इंस्टा और व्हाट्सएप पर लगाने लगीं। लोगों को डिजाइन पसंद आने लगे फिर धीरे-धीरे उनका यह शौक कारोबार का रूप ले लिया।
एक केक की कीमत 700 से 1500 के बीच
स्वाति अपने शौक से इस कार्य को कर रही हैं। उन्हें प्रतिदिन दो से तीन केक के आर्डर मिल रहे हैं। उनके एक केक की कीमत 700 से लेकर 1500 तक है। केक में जो थीम अप्लाई की जाती है, उसके लिए स्वाति अधिक पैसे लेती हैं क्योंकि इसकी डिजाइन बहुत ही यूनिक होती है।