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CA की नौकरी छोड़कर खुद का स्टार्टअप शुरू किए, आज 18 लोगों को नौकरी देने के साथ ही करोडों का कारोबार कर रहे हैं

हर माध्यम वर्गीय परिवार के युवा का सपना अच्छी शिक्षा और एक अच्छी नौकरी होती हैं। पर इन्ही में से कुछ ऐसे भी होते हैं जो 9 से 5 की नौकरी से भी आगे की सोचते हैं। कुछ ऐसे ही सोच दीपक अग्रवाल (Deepak Agarwal) की भी थी।

एक बड़ी सी कंपनी में अच्छी सी सैलरी पर नौकरी को छोड़ कर उन्होंने एक कंपनी खड़ी कर दी जिसने सिर्फ चार सालों में ही एक अलग मुकाम हासिल कर लिया।

कोलकता शहर में 13 जून 1987 को जन्मे दीपक अग्रवाल(Deepak Agarwal) तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। पिता हरि किसान अग्रवाल की कोलकाता में ही एक घड़ी और गिफ्ट्स की दुकान थी जिससे घर का खर्चा अच्छे से चल जाता था। दीपक ने सातवी तक कि पढ़ाई चंद्रबनी मेमोरियल हाई स्कूल(Chandrabani memorial high school) से की और दसवीं नोपनी हाई स्कूल(No pany high school) से पास की। बारहवीं की पढ़ाई इन्होंने श्री जैन विद्यालय(Shree jain vidyalay )से किया। st xavier’s college से कॉमर्स से स्नातक किया। स्नातक की पड़ही के साथ-साथ दीपक ने CA और CS की पढ़ाई की। दीपक बताते हैं कि स्कूल के दिनों में उन्होंने एक अख़बार के लिए फ्रीलान्स पत्रकार के तौर पर काम किया। इसके लिए उन्हें पैसे तो नही मिलते थे पर उनकी कम्युनिकेशन स्किल बेहतर हुई ! 2010 में दीपक दिल्ली चले गए जहाँ उन्होंने Ernst and young में इंटरशिप की।

 deepak agrawal

ओनेक्स सलूशन प्राइवेट लिमिटेड की शुरआत

एक साल नौकरी करने के बाद दीपक ने ये 70,000 रुपये की नौकरी छोड़ने का फैसला लिया। उनके इस फैसले से उनका परिवार चिंतित था पर दीपक अपने योजना को लेकर निश्चिन्त थे। दीपक बताते है कि उनकी यह योजना थोड़ी अलग तरह की थी इसलिए वह इसे अपने परिवार को नही समझा पा रहे थे। 31 जनवरी 2013 में दीपक ने ओनेक्स सलूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी(Onex solution private limited) की शुरुआत की। इसमे उन्होंने अपनी बचत के 1 लाख रुपये लगाए।

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शुरुआत में मुश्किलो का सामना

बाजार में क़दम रखने के बाद दीपक को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा । उन्हें यह समझ ही नही आ रहा तह की ग्राहकों से संपर्क कैसे बढ़ाएं, कैसे बिज़नेस को आगे बढ़ाए। दूसरी परेशानी यह भी थी कि लोग उभरी हुई टेक्नोलॉजी के बारे में कम जानते थे। पर दीपक नें सब मुश्किलो का सामना किया ! इसीका परिणाम है कि आज ओनेक्स सलूशन के पास लगभग 18 स्टाफ है और इसका टर्न ओवर क़रीब 10 करोड़ है।

ओनेक्स सलूशन मोबाइल मार्केटिंग के तहत सेवा प्रदान करता हैं। आज डिजिटल मार्किट में इसकी एक अलग पहचान हैं । ये अपने क्लाइंट्स को ध्यान में रख कर प्रोडक्ट ब्रांडिंग में सुधार करता हैं।

आज ओनेक्स सलूशन (Onex solution)की बड़ी-बड़ी कंपनियां क्लाइंट हैं। pizza hut, KFC, Tech Mahindra, Tata Moter, Asian paints जैसी कंपनियां क्लाइंट हैं।

शेयर धारकों के लिए आई पी ओ लेन की योजना

दीपक कहते है कि जब वह स्कूल में थे तब से ही यह उनका सपना था की उनका उनका आई पी ओ हो । अभी वह अगले 5 साल के अंदर शेयर धारकों के लिए आई पी ओ लेन की योजना बना रहे है।

डापक अग्रवाल उन लोगो मे से है जो अपनेसपने के लिए रिस्क लेने से नही डरते और इस लिए वह आगे बढ़ते चले जा रहे हैं ।

मृणालिनी बिहार के छपरा की रहने वाली हैं। अपने पढाई के साथ-साथ मृणालिनी समाजिक मुद्दों से सरोकार रखती हैं और उनके बारे में अनेकों माध्यम से अपने विचार रखने की कोशिश करती हैं। अपने लेखनी के माध्यम से यह युवा लेखिका, समाजिक परिवेश में सकारात्मक भाव लाने की कोशिश करती हैं।

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