Wednesday, December 13, 2023

प्रवासी मजदूरों की राशन संबंधी समस्याओं के मद्देनज़र ‘मेरा राशन ऐप’ लॉच किया गया है: जानिए सबकुछ

कोरोनाकाल में लगे लॉकडाउन में अगर सबसे अधिक समस्याओं का सामना यदि किसी वर्ग को करना पड़ा तो वह था प्रवासी मजदूर(Migrant Workers) वर्ग। वे न केवल अपने घरों तक पहुंचने के लिए पैदल ही हज़ारों किलोमीटर की दूरी तय करने को मजबूर थे बल्कि इस दौरान भोजन की व्यवस्था को लेकर भी बेहद चिंतित थे।

प्रवासी मजदूरों की भोजन सबंधी परेशानियों की यदि तह में जाया जाये तो उसके लिए हम केवल लॉकडाउन के समय को ही दोषी नही ठहरा सकते। कड़वा सच तो यह है कि प्रवासी मजदूर वर्ग साल के बारहों महीने न केवल अपने रहने के किसी निश्चित ठिकाने बल्कि अपना पेट पालने को लेकर भी दुःखी रहता है।

इन हालातों में केंद्र सरकार ने ‘मेरा राशन ऐप’ (Mera Rashan App) की शुरुआत करके प्रवासी मजदूरों को राशन मुहैया कराने की दिशा में एक प्रशसंनीय पहल की है। क्या है यह ‘मेरा राशन एप’ और यह कैसे इस वर्ग की मदद करेगा? आइये इस लेख के ज़रिये जानने का प्रयास करते है।

Mera Rashan App

क्या है ‘मेरा राशन ऐप’ का उद्देश्य

जो मजदूर जीविका कमाने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर पलायन करते हैं और उनके पास उस स्थान विशेष का राशन कार्ड नही है, उनकी भोजन संबंधी समस्या को हल करने के मद्देनज़र भारत सरकार की One Nation One Ration Card स्कीम के तहत उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने ‘मेरा राशन’ नाम से यह ऐप लॉच किया है। इस ऐप का मकसद देश में प्रवासी मजदूरों व उनके परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत एक ही राशन कार्ड द्वारा राशन मिलने में सहूलियत दिलाना है। ऐसे मजदूरों के लिए यह ऐप बेहद काम का है।

यह भी पढें :- बिना पेपर वर्क के ऐप से इंसटेंट लोन लेना पड़ सकता है महंगा, SBI की नई गाइडलाइंस के बारे में जान लीजिए

कैसे काम करेगा ‘मेरा राशन ऐप’

‘मेरा राशन ऐप’ फिलहाल केवल एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए ही उपलब्ध है। इसे आप गूगल प्ले-स्टोर से अपने फोन में डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद आपको राशन कार्ड के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से Login करना होगा। जिसके बाद आप इस ऐप की मदद से देश के किसी भी राज्य की दुकान से राशन ले सकेंगे।

‘मेरा राशन ऐप’ के क्या है फायदे

इस ऐप के ज़रिये प्रवासी मजदूर न केवल अपने एक ही राशन कार्ड के आधार पर देश के किसी भी हिस्से से राशन ले सकेंगे बल्कि उन्हे ये जानने में मदद मिलेगी कि वे कब और किस दुकान से राशन ले चुके हैं, इसके अलावा उन्हे अपने नजदीकी दुकान के बारे में भी जानकारी मिल पाएगी। यह ऐप आधार आथेंटिकेशन बेस्ड है।

Mera Rashan App

‘मेरा राशन ऐप’ अभी 32 राज्यों और UTs में काम कर रहा है

खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव सुधांशु पांडे ने अगस्त 2019 में ‘मेरा राशन ऐप’ लॉच किया था। आरंभ में ये केवल 4 राज्यों में काम कर रहा था लेकिन दिसबंर 2020 तक 32 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों (Union Territories) तक इसकी पहुंच हो गई है। दिल्ली, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल को कुछ ही महीनों में शामिल करने की उम्मीद है।

जल्द ही 14 भारतीय स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध होगा यह ऐप

यूं तो अभी इस ऐप को केवल हिंदी व अंग्रेज़ी भाषा में ही लॉच किया गया है लेकिन जल्द ही ये ऐप आपके मोबाइल पर 14 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। ताकि देशभर के प्रमुख हिस्सों में लोग राशनकार्ड और इनपर मिलने वाले फायदों के बारे में पूरी तरह से जान सकें।

1-3 रुपये प्रति किलोग्राम पर 81 करोड़ से अधिक लोगों को मिल रहा है राशन बता दें कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (National Food Security Act-NFSA) के तहत सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली (Public Distribution System) के माध्यम से 81 करोड़ से अधिक लोगों को 1 से 3 रुपये प्रति किलोग्राम पर ज्यादा सब्सिडी के साथ फ़ूडग्रेन देती है। सरकारी डेटा के मुताबिक, देशभर में 69 करोड़ लोग NFSA का फायदा उठा रहे हैं और इसमें उन्हें काफी सारे लाभ मिल रहे हैं।