Saturday, December 9, 2023

देश मे हुआ पहली बार: छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री गोबर के ब्रीफकेस के साथ बजट पेश करने सदन पहुंचे

गोबर के महत्व को हम सभी बखूबी जानते हैं। सनातन धर्म में गोबर का विशिष्ट महत्व है। आए दिन गोबर से कई तरह की चीजें बनाई जा रही हैं जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कुछ महीने पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गोबर से बने पेंट का उद्घाटन किया था। हलिया वाकया छत्तीसगढ़ का है, वहां के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 9 मार्च को वित्तीय वर्ष 2022 देश के लिए बजट पेश किया इस बजट के लिए जो ब्रीफकेस तैयार किया गया था वह गोबर से बना हुआ था।

गोबर से बने ब्रीफकेस का इस्तेमाल

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट पेश करने के लिए जिस ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया वह ब्रीफकेस गोबर से बना हुआ है और उसके ऊपर लिखा है “गोमय वसते लक्ष्मी” अर्थात “गोबर में लक्ष्मी का वास होता है” देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री ने बजट के लिए गोबर से बने ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया है हालांकि इससे पहले विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री चमड़े और जूट से बने ब्रीफकेस का इस्तेमाल करते रहे हैं।

गोबर से ब्रीफकेस का निर्माण

छत्तीसगढ़ में आगामी बजट के लिए इस्तेमाल होने वाला ब्रीफकेस को रायपुर गोकुलधाम का गोठान में काम करने वाली महिलाओं की स्वयं संस्था समूह “एक पहल” द्वारा तैयार किया गया है। वहां की महिलाओं ने बताया कि इस ब्रीफकेस की खास बात यह है कि इसे गोबर पाउडर, चूना पाउडर, मैदा, लकड़ी एवं ग्वार गम के मिश्रण को परत दर परत लगाकर 10 दिनों की कड़ी मेहनत से तैयार किया गया है तथा इस ब्रीफकेस के हैंडल और कॉर्नर कुंडा गांव शहर के समूह ने बस्तर आर्ट कारीगर से तैयार करवाया है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री आगामी बजट के लिए जिस ब्रीफकेस का इस्तेमाल किए उसके ऊपर दर्ज था “गोमय वसते लक्ष्मी”। जैसा कि जानते हैं कि बजट भी लक्ष्मी का ही स्वरूप होता है और ऐसे में गोबर से बने ब्रीफकेस में उसे रखना कहीं ना कहीं इस उद्धरण का सही अर्थ स्पष्ट करता है।

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गोधन न्याय योजना

छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना 2021 में शुरू की गई थी इसका प्रमुख उद्देश्य पशुपालकों को लाभ पहुंचाना था। इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से गोबर खरीदती है और उन्हें इसके बदले पैसे दिए जाते हैं। इस योजना के तहत सरकार गायों के लिए भी कार्य कर रही हैं। जिसके तहत कई गौशालों का निर्माण कराया गया है तथा कई गौशालाओं की देखभाल भी की जा रही है। पशुपालकों से लिए गोबर का इस्तेमाल वर्मी कंपोस्ट बनाने में किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल बिजली बनाने में भी किया जाता है। रायपुर की एक संस्था “एक पहल” गोबर से गुलाल बनाने का भी काम कर रही है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के द्वारा गोबर से बने ब्रीफकेस का इस्तेमाल यह संदेश देता है कि हमारे लिए गोबर कितना उपयोगी है और उस पर अंकित गोमय बसते लक्ष्मी का उद्धरण का उद्देश्य है कि राज्य का हर नागरिक आर्थिक रूप से सशक्त हो।