कई लोग हैं जिन्हें किताबों (Books) से काफी अधिक प्रेम रहता है। किताबों को देख कर ऐसे लोग पागल से हो जाते हैं। यदि उन्हें किसी ऐसी जगह छोड़ दिया जाए जहां ढेरो किताबे हों और कोई परेशान करने वाला न हो, तो यहां वह कभी बोर नही होते। ऐसे लोग कही भी जाते हैं तो किताबे ढूंढते हैं। इसके अतिरिक्त अखबार, मैगज़ीन, ये सब पढ़ना भी लोगों शौक़ होता है।
आज हम आपको एक एक ऐसे ही जगह के बारे में बताएंगे जहां आपको किताब ही किताब नजर आएगा। यहां आप जिस ओर भी देखेंगे अलग-अलग विषय एवं लेखकों की किताबें नजर आएंगी। यह जगह लोगों को काफी समय से एक अलग एहसास कराते आया है। (Cheap Book Market Patna, Bihar) आइये जानते हैं इस जगह के बारे में
पटना के बुक स्टॉल का यह वीडियो देखें
पटना का किताब मार्केट
अगर आप बिहार की राजधानी पटना में हैं और अगर आप किताबों के शौकीन हैं तो पटना का किताब बाजार (Book Market Patna) आपके लिए एक बढ़िया विकल्प साबित होगा। एक किताब बाजार राजधानी पटना के गांधी मैदान इलाके में उधोग भवन (Udhyog Bhavan Gandhi Maidan Patna) के सामने हर दिन सजता है।
काफी सस्ती किताबें
किताबों की अगर बात करें तो यहां आपको तरह-तरह की किताबें मिलेंगी। अलग-अलग रचनाकारों की किताबों से यह बाजार गुलजार रहता है। जो भी किताबों से प्यार करते हैं सप्ताह में एक बार यहां जरूर आते हैं। 50-60 साल की पुरानी किताबें आपको यहां आसानी से उपलब्ध हो जाएंगी। इन किताबों को काफी सस्ते दाम (Cheap Price) में बेचा जाता है।
लंबे वक्त से दुकान
The Logically से बात करते हुए यहां के दुकानदार बताते हैं कि यह बाजार लगभग 80 सालों से चल रही है। अगर किसी ग्राहक को पुरानी किताब (Book) पढ़ने का शौक है तो यहां वह किताब आसानी से मिल जाती है। ग्राहकों को अधिक भाग दौर भी करना नही पड़ता जिससे ग्राहक (Customer) हमेशा यहीं आना पसंद करते हैं। बाजार में ग्राहकों के कारण रौनक हमेशा बनी रहती है।
विदेशों से आते हैं लोग
पटना के इस किताब बाजार में विदेशों से भी लोग आते हैं। भारत (India) के पड़ोसी देश नेपाल (Neighboring Countries Nepal) के लोग यहां कई सालों से किताब लेने आ रहे हैं। नेपाल के ऐसे-ऐसे पुराने ग्राहक हैं जो महीने में एक बार जरूर आते हैं।(Patna Book Market) किताब के शौकीन विदेशी ग्राहकों (Foreign Customers) को भी सस्ते दाम में किताब उपलब्ध कराई जाती है जिससे यह काफी खुश भी रहते हैं। दुकानदार बताते हैं कि बाजार की रौनक इन ग्राहकों से और अधिक बढ़ जाता है।
कहाँ से लाते हैं किताब
The Logically से बात करते हुए यहाँ के पुराने दुकानदार (shopkeeper) बताते हैं कि किताब पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से ही खरीदा जाता है और फिर बेचा जाता है। जिस छात्र की भी नौकरी लग जाती है या जो अपनी पढ़ाई छोड़ देता है वह अपने किताबों को इस बाजार (Market) में लाके बेच देता है और दोबारा यही किताबें पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं (Student) के काम आ जाती हैं। इस तरह इन किताबों को सस्ते दाम में लोगों को बेचा जाता है।
आधी छूट पर किताब उपलब्ध
किताबों की बात करें तो अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) के आधे दामों पर किताब बेच दिया जाता है। यानी कि किताबों पर सीधा आधी छूट मिल जाती है। इस तरह पढ़ने वाले विद्यार्थी के लिए यह काफी सस्ता उपलब्ध हो जाता है। बिहार के हर जिले से बच्चे यहां किताब को खरीदने आते हैं। लोग दूर-दूर से किताबों को मंगवाते भी हैं। जहां एक ओर ऑनलाइन (Online) माध्यम से किताब खरीदने पर किसी प्रकार की छूट नही दी जाती है वहीं पटना के इस किताब बाजार में सस्ते दाम पर किताब आसानी से उपलब्ध है।
दुकानदारों को होती है परेशानी
यहाँ के दुकानदार यह भी बताते हैं कि कभी-कभी पुलिस प्रशासन के लोग इस किताब के मंडी को हटाने के लिए बाध्य भी करते हैं जिससे इन्हें काफी अधिक परेशानी (Trouble) होती है। कभी-कभी तो सजे-सजाए दुकान को हटाना भी पड़ता है या हटा भी दिया जाता है जिससे इस किताब बाजार की सुंदरता (Beauty Of Book Market Patna) में रुकावट आती है। पर इन सभी चीजों से दुकानदार कभी विचलित नही होते हैं उनका कहना है कि पिछले 80 सालों से उनके पूर्वज भी ग्राहकों का ख्याल रखा करते थे उन्हें पुस्तक उपलब्ध कराते थे और आज भी वह अपने ग्राहकों को किताब उपलब्ध करा रहे हैं। दुकानदारों का मानना है कि ग्राहक भगवान के रूप होते हैं और जब तक वह ज़िंदा हैं अपने ग्राहकों की सेवा में सदैव तत्पर रहेंगे।
The Logically भी इन दुकानदारों के काम की सराहना करता है और अपने पाठकों से यह आग्रह करता है की अगर आपको किताबों से प्यार है तो इस जगह पर जरूर एक बार जाएं।
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