कोरोनावायरस से फैली इस महामारी ने लोगों से बस उनकी ज़िंदगी नहीं ली. लाखों लोगों से उनकी नौकरी और उनका घर भी लिया है. नौकरी और पैसे के अभाव में वे अपनी बुनियादी ज़रूरतों को भी पूरा करने में सक्षम नहीं हैं. ‘भूख’ उन्हीं बुनियादी ज़रूरतों में से एक है और हमारे देश का एक बड़ा हिस्सा इस ज़रूरत को पूरा करने में असमर्थ है. ऐसे में गरीब और प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए आगे आए मिशेलिन स्टार शेफ विकास खन्ना.
विकास खन्ना फिलहाल अमेरिका में हैं. हज़ारों मील की दूरी के बावजूद, वहां से अलग-अलग अभियान चला रहे हैं और अपने देश के ज़रूरतमंदों तक खाना पहुंचा रहे हैं. अपने अभियान ‘उत्सव’ के तहत इन्होंने 14 लाख लोगों तक खाना पहुंचाने का लक्ष्य रखा था. ‘फीड इंडिया’ अभियान के तहत भी इन्होंने कई मजदूरों को खाना खिलाया. अपने एक मुहिम ‘बरकत’ के जरिए भी इन्होंने ज़रूरतमंदों तक खाना पहुंचाया है. इन्होंने सोनू सूद के साथ मिलकर भी प्रवासी मजदूरों के लिए राशन का इंतज़ाम किया था. मुंबई के डिब्बावालों की भी सहायता की है. कुल मिलाकर अब तक 120 लाख से ज़्यादा लोगों तक विकास खन्ना भोजन और राशन पहुंचा चुके हैं.
कोरोनावायरस के महामारी के दौरान, अब उत्तर भारत कोरोनावायरस के साथ-साथ बाढ़ के संकट से भी जूझ रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार असम के 33 जिलों में से 22 जिले के 22.34 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बिहार के 12 जिले के 10 लाख लोग बाढ़ का सामना कर रहे हैं. इसे में दुबारा से मिशेलिन स्टार शेफ विकास खन्ना लोगों के मदद के लिए आगे आए हैं. इन्होंने असम और बिहार के बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए भी अनाज और राशन का प्रबंध किया है.
भारत के शेफ विकास खन्ना को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फूड इंडस्ट्री के सबसे सम्मानित पुरस्कार मिशेलिन स्टार से नवाजा गया था. उन्होंने कहा, “इस आपदा के समय में अपने देश के लोगों की मदद करना.. मुझे मिशेलिन मिलने से भी ज़्यादा ख़ुशी दे रहा है.” हज़ारों मील की दूरी भी अपने देश और देशवासियों के लिए कुछ करने की शेफ विकास खन्ना की भावना को रोक नहीं पाई. Logically मिशेलिन स्टार शेफ विकास खन्ना के देश के लिए इस समर्पण की भावना से को सलाम करता है !