Wednesday, December 13, 2023

तेलंगाना का पहला ऑर्गेनिक गांव: सिंगापुर तक भेजा जा रहा है इस गांव में उगाया उत्पाद

पहले के समय में हम शहर की तुलना में गांव को बहुत छोटा मानते हैं, परंतु भारत के कुछ ऐसे गांव हैं जिन्हे देख आप आसानी से कह सकते हैं कि इस गांव से शहर को सीख लेनी चाहिए। एक ऐसा ही गांव है तेलंगाना का इनभवी गांव, जो पर्यावरण को लेकर एक नई राह पर निकला है। इस गांव में प्रवेश करते ही आपको पत्थरों से लिखा मिलेगा, ‘केमिकल फ्री विलेज‘, जिसका मतलब है इस गांव में केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता है। – The farmers of Telangana’s first organizing village Inbhavi do fully organic farming.

तेलंगाना का पहला ऑर्गेनिक गांव

आपको बता दें कि एनाबावी (Enabavi) गांव को तेलंगाना का पहला ऑर्गेनिक गांव (Organic Village) कहा जाता है। हैदराबाद से 85 किमी दूर बसा यह गांव के पीछ की कहानी अद्भुक्त है, जिसे जानने के लिए आपको 13 साल पहले जाने की जरूरत है। यहां स्थित 52 परिवारों ने यह निर्णय लिया था कि वह पूर्व रूप से प्राकृतिक खेती करेंगे, जिसमें किसी भी तरह का पेस्टिसाइड्स या फिर केमिकल का इस्तेमाल नहीं करेंगे। 

फर्टिलाइजर्स और पेस्टिसाइड्स के बिना कर रहे है खेती

गांव के लोग बताते हैं कि जब वह खेतों में फर्टिलाइजर्स और पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल करते थे उस समय ज्यादा पैदावार होती थी, जिससे कमाई भी अच्छी हो जाती थी। हालांकि बाद में फर्टिलाइजर्स और पेस्टिसाइड्स के बिना खेती करने से ना तो अच्छी पैदावार होता है और न ही उनकी कमाई होती है। ऐसे में उन्हें यह अहसास हुआ कि उनके पूर्वज सही कहते थे कि यह एक धीमा जहर है और यह सबको मार देगा।

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पूरे गांव ने साथ मिल कर किया काम

एनाबावी गांव के लोगों को कहना है कि सिर्फ एक किसान के करने से कुछ नहीं होगा, पूरे गांव के लोग को एक साथ मिलकर काम करना होगा। गांव के लोगों ने ऑर्गेनिक खेती के लिए पहले 15 हजार तक का लोन लिया था, लेकिन अब गांव का कोई भी व्यक्ति कर्ज में नही हैं। यहां रहने वाले हर किसान के घर में एक ट्रैक्टर और एक साइकिल है, जिससे उनकी जिंदगी आसान बन सके। – The farmers of Telangana’s first organizing village Inbhavi do fully organic farming.

ऑर्गेनिक खेती के जरिए कर रहे अच्छी कमाई

गांव वाले के अनुसार खेत की जमीनें खराब हो गई थीं, जिससे शुरू के 3-5 साल में प्रोडक्टिविटी काफी कम हुई थी, लेकिन अब यह बढ़ रही है। एनाबावी गांव वालों का नुकसान होता देख अन्य लोग हंसते थे। उनका कहना था कि वह केवल 1000 रुपये में पेस्टिसाइड्स और फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करके अच्छी फसल पैदा कर रहे है। हालांकि धीरे-धीरे वह लोग भी गोबर, नीम के तेल का इस्तेमाल शुरू कर दिए। एनाबावी गांव के किसान चावल, धान, कॉटन, चिली, तिलहन के साथ-साथ दूसरे फल भी उगा रहे है, जो किसान पहले अपने भर का अनाज नहीं पैदा कर पा रहा था वह भी अब अधिक मात्रा में अनाज और फल की पैदावर कर रहा है।

सिंगापुर तक जा रहा है उत्पाद

आपको बता दें कि एनाबावी गांव के किसान अपना उत्पाद हैदराबाद से लेकर सिंगापुर तक बेच रहे हैं। उनके इस सफलता से अन्य शहर और गांव के किसानों को भी प्रेरणा लेना चाहिए। इसके अलावा सरकार को भी इस दिशा में कार्य करना चाहिए किसानों को इस तरह की ट्रेनिंग की व्यवस्था भी करानी चाहिए। ऑर्गेनिक खेती से ना केवल अच्छी कमाई होगी बल्कि बिना कैमिकल के अनाज भी मिलेगा। – The farmers of Telangana’s first organizing village Inbhavi do fully organic farming.