Monday, December 11, 2023

खेल से था इतना लगाव कि नंगे पांव दौड़ते थे, आज अपनी मेहनत के बल पर क्वालीफाई किया टोक्यो ओलंपिक्स: प्रेरणा

इंसान गरीब पैदा हो सकता है लेकिन अपनी मेहनत के बदौलत वह ताउम्र गरीब नहीं रह सकता। आज भले ही इस दुनिया में जुते के बहुत ही बड़े-बड़े ब्रांड हैं, परन्तु हमारे देश के पी नागनाथन (P Naganathan) ने अपने सपनों को साकार करने, यानी पेशेवर धावक बनने के लिए नंगे पैर ही दौड़ में भाग लिया है।

गरीबी बन रही थी रोड़ा

25 वर्षीय पी नागनाथन (P Naganathan) का हमेशा से ही एक पेशेवर धावक बनने का सपना था लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह प्रशिक्षण नहीं ले पा रहे थे। इन सबके बावजूद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी और नंगे पैर अपना प्रशिक्षण जारी रखा। नागनाथन ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है, जिस कारण उनसे अन्य युवाओं को प्रेरणा मिल रही है। अब वह 4*400 रिले में हमारे देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।

Chennai police constable P Naganathan qualifies Tokyo Olympic

पुलिस ऑफिसर होने के बावजूद भी किए अन्य कार्य

वह अभी चेन्नई पुलिस कांस्टेबल तौर पर कार्यरत हैं, लेकिन उन्होंने अपने परिवार के जीवनयापन करने के लिए सप्ताहांत छुट्टियों के दौरान कंस्ट्रक्शन लेबर के रूप में काम किया था। वही उनके पिता खेतों में काम कर अपने परिवार की आजीविका चलाते थे।

स्कूल से मिला था जूता

उन्होंने यह जानकारी दी कि “जब मैंने स्कूल में दौड़ना शुरू किया तो जूते खरीदने के पैसे नहीं थे।” हालांकि जिला स्पोर्ट्स मीट में भाग लेने के बाद ही उनके स्कूल ने उन्हें एक जोड़ी जूते उपहार में दिए।

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कॉलेज की फीस भरने के लिए की पार्ट टाइम जॉब

पी नागनाथन (P Naganathan) इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहता थे लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण उन्हें इतिहास से ग्रेजुएशन करना पड़ा। कॉलेज के दिनों में नागनाथन कॉलेज की फीस भरने के लिए पार्ट-टाइम काम करते थे। हालांकि खेल में उनकी प्रतिभा तब काम आई, जब उनके खेल प्रदर्शन के आधार पर सेमेस्टर के अंत में उनकी कॉलेज की फीस कम कर दी गई। – Chennai police constable P Naganathan qualifies Tokyo Olympic

जीती है अन्य ट्रॉफी

पी नागनाथन (P Naganathan) ने वर्ष 2017 में एक सशस्त्र रिजर्व कांस्टेबल के रूप में नौकरी हासिल की। वर्ष 2019 में उन्होंने अखिल भारतीय पुलिस मीट में स्वर्ण पदक जीता, जिसने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। उस वर्ष बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में सीएम की ट्रॉफी भी जीता। नागनाथन ने पटियाला में फेडरेशन कप में भाग लिया जिसमें वह दूसरे स्थान पर रहे। उसके बाद उन्हें भारतीय टीम का हिस्सा बनने का निमंत्रण मिला और 45 दिन के प्रशिक्षण के बाद उनका चयन हो गया। – Chennai police constable P Naganathan qualifies Tokyo Olympic

Chennai police constable P Naganathan qualifies Tokyo Olympic

देते हैं अपने साथियों को सफलता का श्रेय

उन्होंने कहा, “मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे ओलंपिक में भाग लेने का मौका मिलेगा।” नागनाथन ने यह भी कहा कि वह अपनी सफलता का श्रेय चेन्नई पुलिस के खेल प्रभारी प्रभाकरन और उप-निरीक्षकों पॉल डोमिनिक और शिवलिंगम को देते हैं। नागानाथन 23 जुलाई से शुरू होने वाले टोक्यो ओलंपिक में 4×400 रिले के लिए त्रिची के अर किया राज, केरल के मोहम्मद अनस और दिल्ली के अमोस जैकब के साथ टीम बनाएंगे। – Chennai police constable P Naganathan qualifies Tokyo Olympic

अपनी गरीबी को मात देते हुए नंगे पैर दौड़कर सपने पूरे कर, अन्य युवाओं का मनोबल बढ़ाने और रिले 4*400 में इंडिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए The Logically पी नागनाथन (P Naganathan) को सलाम करता है। – Chennai police constable P Naganathan qualifies Tokyo Olympic

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