सम्पूर्ण विश्व मे पर्यावरण संरक्षण एक बहुत ही गम्भीर मुद्दा बन चुका है, हर दिन कहीं न कहीं बड़े स्तर पर आंदोलन होते हैं तो कहीं इसके लिए मुहिम चलाया जाता है। आजकल अनेकों तरह की प्रकृतिक आपदायें भी पर्यावरण के प्रति हमारी बेरुखी का ही परिणाम है, लेकिन इन सब के बीच देश के अनेकों कोने में ऐसे अनेकों प्रहरी हैं जो पर्यावरण संरक्षण के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
पर्यावरण प्रहरी प्रदीप कुमार
उत्तर प्रदेश में मेरठ शहर के निवासी प्रदीप कुमार हरियाली बढ़ाने व बचाने के पक्के जनूनी हैं। वह अब तक हजारों पौधे लगा चुके हैं तथा फल,फूल व सब्जियों आदि की पौध सामान्य लोगों में मुफ्त वितरण करते हैं। यही नही वह खुद जाकर पार्कों,उपासना स्थलों, शिक्षण संस्थाओं व मैदानों आदि में पौधे लगाते रहते हैं। पर्यावरण के प्रति इनके प्रेम को देखते हुए अनेक संस्थाएं उन्हें प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित कर चुकी हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने इन्हें जल संरक्षण तथा पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी दे रखी है, जहां कहीं पानी बहता देखते हैं तो खुद ही नल की मरम्मत में जुट जाते हैं।
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पुष्प व पौधा वितरण
आम तौर पर लोग शादी ब्याह में आने वाले मेहमानों को मिठाई के डिब्बे देते हैं,लेकिन इन्होंने अपनी बिटिया की शिप्रा की शादी में सभी अतिथियों को सुंदर गमलों में लगे फूलों के पौधों दिए थे। प्रदीप जी एरोबिक होम कम्पोस्टर यूनिट द्वारा अपने घर की किचन के कचरे को रीसाइकिल करके उससे कम्पोस्ट खाद बनाते हैं, तथा उस खाद के सदुपयोग के लिए इन्होंने अपनी छत पर थर्मोकोल के बॉक्स व आटे के खाली बैग्स में कई तरह की ऑर्गेनिक सब्जियां उगा रखी हैं, जिनमे छोटा बैगन,बड़ा बैगन,भिंडी,गोभी,तोरी, करेला,लौकी,टमाटर व सेम आदि शामिल हैं।
इन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बखूबी अंजीर उगा कर यह साबित कर दिया है कि यदि सच्ची लगन हो तो कुछ भी करना असंभव नहीं रहता है।
पेड़,पानी,प्रकृति,पर्यावरण व पंछियों से प्यार करने वाले प्रदीप जी अब तक खुद बनवा कर अनेक पक्षी आवास लगवा चुके हैं। इनके प्रयास से पक्षियों को आश्रय मिला है तो दूसरी तरफ विलुप्त होती हुई प्रजातियों को बचाने का एक सकारात्मक संदेश फैला है।
The Logically की तरफ से हम प्रदीप जी के कार्य की सराहना करते हैं और अपने पाठकों से अपील करते हैं कि इनसे सीख लेते हुए पर्यावरण संरक्षण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।