कहते हैं न, किसी भी काम को लगन और मेहनत से किया जाए तो उसमे सफलता जरूर मिलती है। आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की कहानी से रूबरू कराने वाले हैं, जिन्होंने ईडली डोसे को बेच कर करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी और आज उनकी कंपनी का टर्नओवर करोड़ो में है।
कौन है वह शख्स?
हम बात कर रहे हैं, वायनाड के एक गांव चेन्नालोडे के रहने वाले 48 वर्षीय पीसी मुस्तफा (PC Mustafa) की, जिन्होंने अपने साधारण व्यवसाय से ID Fresh कंपनी जैसी बड़ी कंपनी की शुरुआत कर दी। मुस्तफा एक बेहद हीं साधारण परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनक पिता कूली का काम कॉफी बागान में किया करते थे, जिस कारण परिवार में हमेशा संसाधनों की कमी रहती थी।
शुरू से हीं थे होनहार
मुस्तफा बचपन में पढ़ाई में काफी होनहार थे लेकिन घर में संसाधनों की कमी के कारण वैसी परिस्थितियां नहीं बन पाती थी कि वे पढ़ाई कर सकें। उन्होंने बताया कि, बचपन में स्कूल से आने के बाद पिता के काम में हाथ बंटाने बगान में चले जाते थे। पढ़ाई के लिए वक्त नहीं निकालने के कारण वे छठी क्लास में फेल हो गए। इसका प्रभाव उनपर काफी गहरा पड़ा और उसके बाद वे पढ़ाई में लगातार मेहनत करने लगे। इसी मेहनत के बदौलत उन्होंने 10वीं की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
बता दें कि, 10वीं की में प्रथम स्थान आने के बाद मुस्तफा को यह समझ में आ गया कि जीवन में कुछ करना है तो पढ़ाई बेहद जरूरी है। इसके बाद उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर साइंस में दाखिला लिया। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हे अमेरिका के एक भारतीय स्टार्टअप मैनहैट्टन एसोसिएट्स में नौकरी मिल गई।
नौकरी में नहीं मिली संतुष्टि तो भारत वापस लौटने का लिया फैसला
अमेरिका में नौकरी करने में मुस्तफा को उतना संतुष्टि नहीं मिलती थी, जितना उन्हे अपने देश भारत में मिलती थी और यही कारण था कि उन्होंने भारत वापसी का फैसला किया। वर्ष 2003 में भारत लौटने के बाद उनके मन में कुछ नया की बात आई। काफी सोचने के बाद उनके दिमाग में आईडी फ्रेश के आइडिया आया।
यह भी पढ़ें:- पटना के युवा ने खोला ‘पहली मोहब्बत चाय’ के नाम से स्टॉल, इश्क़ करने वालों की लगी रहती है भीड़: Pahli Mohabbat Chai
किया आईडी फ्रेश की शुरुआत
मुस्तफ़ा ने अपने चेचेरे भाईयों की मदद लेकर वर्ष 2005 में अपनी कंपनी आईडी फ्रेश की शुरुआत की। वैसे इस कंपनी की औपचारिक शुरुआत साल 2010 से मानी जाती है। इडली डोसा बनाने के लिए जरूरी मिश्रण को इनकी कंपनी में बेचा जाता है।
कंपनी ने लिया विस्तार रूप
मुस्तफा की इस कंपनी ने पहले दिन 5,000 किलो चावल से 15,000 किलोग्राम इडली का मिश्रण तैयार किया था और इस मिश्रण को स्कूटर पर लादकर बेचने निकल गए थे लेकिन आज यही कंपनी उससे चार गुना ज्यादा मिश्रण सैंकड़ों स्टोर्स और शहरों में बेच रही है।
करोड़ो का टर्नओवर
पीसी मुस्तफा की कंपनी ने साल 2015-2016 में 100 करोड़ का टर्नओवर कमा रही थी फिर साल 2017-1018 में यह बढ़ कर 182 करोड़ हो गया। साल 2019-2020 में इसका टर्नओवर 350-400 करोड़ तक पहुंच गया। इस कंपनी को और भी विस्तार रूप देने को कोशिश की जा थी है।
लोगों के दिया रोजगार
बता दें कि, शुरूआती दिनों में एक दिन में अपने प्रोडक्ट के मात्र 100 पैकेट बेच पाती थी लेकिन आज यही कंपनी एक दिन में 50,000 पैकेट की सेल कर रही है। इस कंपनी में 650 लोग काम करते हैं यानी इस कंपनी ने 650 लोगों को रोजगार देने का भी काम किया है। सबसे ज्यादा यह कंपनी ग्रामीणों को रोजगार दे रही है। अब इनकी इस कंपनी ने भारत के साथ हीं दुबई में भी व्यापार की शुरुआत करने की कोशिश में है।