सुनील गावस्कर को बचपन से ही क्रिकेट में दिलचस्पी थी। वे पढ़ाई के साथ- साथ क्रिकेट में भी काफी अब्बल थे। सुनील गावस्कर स्कूलों में पढ़ाई के दौरान ही दोहरा शतक लगाए थे। जिससे उनकी काफी प्रशंसा हुई थी। वर्ष 1996 में सुनील गावस्कर ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। जिससे उन्हें भारत के सर्वश्रष्ठ स्कूल ब्वॉयज अवार्ड से नवाजा गया था।
सुनील गावस्कर ने क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। जिससे उन्हें रणजी ट्रॉफी में चुन लिया गया। और सुनील गवास्कर ने उस रणजी ट्रॉफी में काफी अच्छा प्रदर्शन करते हुए दोहरा शतक लगाए जिससे चयनकर्ताओं ने उनसे काफी प्रभावित हुए।
सुनील गावस्कर ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का दिल जीत लिया। और जिससे उन्हें इंटरनेशनल टेस्ट मैच में जगह मिल गई। सुनील गावस्कर पहली बार 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। और इस मैच में अपने हुनर से बेहतरीन प्रदर्शन कर भारतीय टीम को पहली जीत दिलाई।
सुनील गावस्कर ने अपने इंटरनेशनल वनडे मैच की शुरुआत जुलाई 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ की वनडे इंटरनेशनल मैच में सुनील गावस्कर ने काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया। सुनील गावस्कर सबसे शानदार पारी वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में आस्ट्रेलिया के साथ सीरीज खेली थी।
सुनील गावस्कर ने वर्ल्ड कप में काफी अच्छा प्रदर्शन रहा 1983 के वर्ल्ड कप में सुनील गावस्कर में बेहतरीन प्रदर्शन किया। जिससे भारत को शानदार जीत मिली वर्ष 1987 के वर्ल्ड कप में सुनील गवास्कर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। जिसमे उन्होंने शानदार प्रदर्शन से 88 बॉल में शतक लगाकर भारत को वर्ल्ड कप दिलवाई। इस मैच में इन्हे “मैन ऑफ द मैच” से पुरस्कृत किया गया।
सुनील गावस्कर के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए, उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का कैप्टन बना दिया गया। इनके कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम को काफी सहायता मिली। और वे अपने भारतीय टीम को सही मार्ग दिखात रहे।
सुनील गावस्कर के खेलने का तरीका काफी अलग और देखने लायक था। वे छोटे कद के होने के बावजूद भी शानदार बल्लेबाजी करते थे। वे दाएं हाथ के बल्लेबाज थे। सुनील गावस्कर ने अपने बल्लेबाजी से भारतीय क्रिकेट के कई वनडे, टेस्ट मैच में जीत दिलाई।
सुनील गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर हैं। इन्होंने 10,000 से ज्यादा टेस्ट रन बनाए हैं।
सुनील गावस्कर विश्व के बेहतरीन बैट्सटमैन में से एक हैं। जिन्होने पोर्ट ऑफ स्पेन और वानखेड़े में लगातार 4 शतक मारकर अपना रिकॉर्ड बनाया।
सुनील गावस्कर ने अपने शानदार बल्लेबाजी से 108 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने 1 शतक और 27 अर्धशतक की मदद से 3092 रन बनाए और टेस्ट मैचों में उनका और भी अच्छा प्रदर्शन रहा। उन्होंने 125 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 34 शतक और 45 अर्धशतक की मदद से 10122 रन बनाए। इन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1 विकेट और टेस्ट क्रिकेट में भी 1 विकेट लिया है।
सुनील गावस्कर ने क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन और बल्लेबाजी से उन्हें कई अवार्ड और सम्मान मिला। 1980 में भारत सरकार से पद्म भूषण और 1980 में ही ICC द्वारा विस्डेन क्रिकेट ऑफ द अवार्ड से नवाजा गया। 1975 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
सुनील गावस्कर के जीवन पर कई मशहूर पुस्तकें लिखी गई है रूस एंड रुइंस, वन डे वेंडर, सनिडेज और आइडल्स आदि पुस्तकें प्रमुख हैं।
सुनिल गावस्कर के बेहतरीन क्रिकेट कला और हुनर के कारण उन्हें “लिटिल मास्टर” भी कहा जाता है !