गलत और समय पर उचित इलाज नहीं मिलने की वजह से हम अक्सर अपनों को खो देते हैं। ऐसे हीं एक शख़्स हैं, दीपक पांडेय (Deepak Pandey) जिन्होंने अपने परिवार के एक सदस्य को खोने के बाद दूसरों की मदद करनी शुरू की। डॉक्टर से संपर्क (E Clinic Raghunathpur) की शुरुआत की और लोगों की सेवा में लग गए।
दीपक पांडेय सिवान (Siwan) के रघुनाथपुर (Raghunathpur) के रहने वाले हैं। The Logically से बात करते वक्त दीपक बताते हैं कि दो साल पहले दादी के बीमार पड़ने पर उनके इलाज के लिए सिवान से छपरा और छपरा से सिवान करते रह गए। फिर भी दादी नहीं बची। इस संदर्भ में दीपक का मानना है कि कई बार ऐसा होता है लोग बीमारी से नहीं बल्कि समय पर सही इलाज नहीं मिलने से मरते हैं।
छोटा शहर होने की वजह से अच्छे डॉक्टर्स (Best Doctors) की कमी
एक सर्वे के अनुसार छोटे शहरों में फर्जी डॉक्टर्स की भरमार हो गई है। कई ऐसे भी डॉक्टर है जो सही से रिपोर्ट तक नहीं पढ़ पाते और कई ऐसे हैं जो एमआर को पकड़े हुए हैं और उन्हीं की दवा लिख रहें। सरकारी डॉक्टर प्राइवेट में देखते और केस बिगाड़ते हैं। लगभग सभी डॉक्टर का क्लिनिक किसी न किसी लैब से संलग्न है, वहां हर टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव हीं आती है। छोटा शहर होने की वजह से अच्छे डॉक्टर्स यहां समय नहीं देते।
ऑनलाइन कंसलटेंसी के लिए 50 हज़ार से एक लाख तक डॉक्टर्स की मांग
इस समस्या से निजात पाने के लिए दीपक (Deepak Pandey) जी ने ऑनलाइन कंसलटेंसी (E Clinic Raghunathpur) शुरू करने का मन बनाया। इसे अमल में लाने के लिए अनुभवी डॉक्टर की ज़रूरत थी। इसलिए दीपक डॉक्टर की खोज में निकल गए। बहुत से ऐसे डॉक्टर मिलें जिन्होंने अपने असिस्टेंट को ट्रांसफर कर अपना पल्लू झाड़ लिया। कुछ स्लॉट वाइस पैसे की बात करते और आधे से एक घंटा समय देने के लिए 50 हज़ार से एक लाख तक की मांग करते।
बीएचयू के डॉ. बी के गुप्ता
अंततः दीपक जी की खोज डॉ. बी के गुप्ता (Doctor B K Gupta) पर आकर पूरी हुई। डॉक्टर साहब बीएचयू वाराणसी (BHU, Varanasi) के डॉक्टर हैं। एमडी पीएचडी हैं। The Logically से डॉ. बी के गुप्ता के बारे में बताते हुए दीपक कहते हैं, डॉक्टर साहब बहुत हीं शांत स्वभाव के व्यक्ति हैं, उन्हें पैसे का बिल्कुल भी लालच नहीं है। उनसे 6-7 बार मुलाक़ात हुई, पैसे की एक बार भी बात नहीं हुई। हर बार अपनी योजना को सक्रिय रूप देने के बारे में बातचीत की।
इस साल 11 अगस्त से दीपक जी और डॉ. बी के गुप्ता (Doctor B K Gupta, Raghunnathpur) ने मिलकर E Clinic नाम से ऑनलाइन कंसलटेंसी की शुरुआत की। डॉक्टर साहब वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रघुनाथपुर और आस-पास के मरीजों को देखते हैं। वह जो भी दवा लिखते या बताते हैं, उस प्रिस्क्रिप्शन को डिजिटली प्रिंट कर पेशेंट को दे दिया जाता है। अगर किसी टेस्ट की आवश्यकता है तो विश्वसनीय लैब से टेस्ट कराकर रिपोर्ट स्कैन कर डॉक्टर साहब को भेज दी जाती है। अगर हालत गंभीर हो तो डॉक्टर साहब वाराणसी आने की सलाह देते हैं। फिर 3-4 मरीजों का ग्रुप बनाकर, गाड़ी रिजर्व कर उन्हें वाराणसी भेजा जाता है।
30-40 किलोमीटर दूर से भी आते हैं मरीज़
दीपक जी बताते हैं कि शुरुआत के कुछ दिन थोड़ी मुश्किल हुई। साधारणतः लोगों की मानसिकता होती है कि डॉक्टर साहब आला लगाकर चेक करें। ऐसे वीडियो कॉल के जरिए सही से इलाज नहीं हो सकता। लेकिन जब लोगों को फ़ायदा हुआ तो वे समझ गए कि यह एक बेहतर विकल्प है। अब यहां हर दिन लगभग 10 नए और 4-5 पुराने मरीज़ आ जाते हैं। 30-40 किलोमीटर दूर से भी लोग यहां आते हैं। ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल मापने के लिए हम लोगों ने स्टाफ रखे हुए हैं।
Raghunathpur के E-Clinic के एक पेशेंट विजय जी बताते हैं, “वह पिछले एक साल से ऑफलाइन किसी डॉक्टर से दिखा रहे थे लेकिन हर दो-तीन महीने में प्रॉबलम बढ़ जाती। फिर पारस नर्सिंग होम के बारे में पता चला कि वहां बीएचयू के डॉ. बी के गुप्ता (Doctor B K Gupta, BHU) जी देख रहें। उनसे दिखाया। अब तबियत सही रहती है, अच्छा महसूस करने लगा हूं। अब संतुष्टि है कि हमारे यहां भी एक अच्छे डॉक्टर आ गए हैं।”
The Logically दीपक कुमार पांडेय (Deepak Kumar Pandey) और डॉ. बी के गुप्ता (Dr. B K Gupta) के इस नेक कार्य के लिए उनका शुक्रगुजार है।