दिल्ली (Delhi) में झील (Lake) बनाने की मुहिम बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रही है। इस मुहिम के तहत नई दिल्ली (Delhi) के द्वारका में सेक्टर-16 में झील 7 एकड़ में बनकर तैयार हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक पप्पन कलां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से ट्रीट हो रहे पानी से इस झील को भरने का काम किया जा रहा है।
दिल्ली को झीलों का शहर बनाया जा रहा है
दिल्ली (Delhi) जल बोर्ड नई दिल्ली को राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर की तर्ज पर झीलों का शहर बनाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। साथ ही दिल्ली (Delhi) के कई झीलों को रिवाइव करने की प्लानिंग भी की गई है। 28000 स्क्वायर मीटर में बनी इस झील को बनाने में कुल लगात 2.5 करोड़ है।
7 महीने में तैयार हुआ 28 हजार स्क्वायर मीटर का झील
28000 स्क्वायर मीटर की झील केवल 7 महीने में ही बनकर तैयार हुई है। ट्रीटेट पानी झील में डालने से पहले इसे 2 प्राकृतिक तरीकों से फिल्टर भी किया जाता है। झील में बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड और टोटल सस्पेंडेड सॉलिड का रेशियो भी अच्छा है। यह झील दिल्ली (Delhi) जल बोर्ड के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के परिसर में ही है, जिसमें आम लोगों की एंट्री की अनुमति नहीं है।
भूजल स्तर को बेहतर करने की है तैयारी
दिल्ली (Delhi) में झील (Lake) भूजल स्तर को बढ़ाने के मकसद से तैयार किया जा रहा है। यहां भूजल स्तर 12 से 15 मीटर नीचे चला गया है। दिल्ली (Delhi) जल बोर्ड के अनुसार 155 झीलों पर काम हो रहा है। उनका दावा है कि इस साल जून तक इन झीलों का काम पूरा कर लिया जाएगा। यह योजना पूरी होने के बाद, 42 तालाब जनवरी 2022 तक तैयार करने का लक्ष्य रखा जाएगा।