कहते हैं न, सही दिशा में किया गया प्रयास सफलता जरूर दिलाती है। दिल्ली के रहने वाले एक मां और बेटे ने इसका उदाहरण पेश किया है। बता दें कि, इस मां और बेटे ने अपने घर में यूट्यूब देख कर आइसक्रीम बनाना शुरू किया था और आज आइसक्रीम को ही अपना बिजनेस बनाकर लाखों रूपये की कमाई कर रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान आइसक्रीम बनाना किया शुरू
दोनो मां और बेटे ने आइसक्रीम बनाने के काम को देश में लगे लॉकडाउन के दौरान शुरू किया था। दिल्ली (Delhi) की रहने वाली प्रेरणा पूरी (Prerna Puri) नामक इस महिला ने बताया कि, “देश में कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान मैंने घर में हीं आइसक्रीम बनाना शुरू किया था। क्योंकि मेरे बेटे को आइसक्रीम खाना बहुत पसंद है और लॉकडाउन के दौरान कहीं भी आइसक्रीम नहीं मिल पा रही थी, जिस कारण मैंने यूट्यूब चैनल देख कर आइसक्रीम बनाना सीखा।”
फिर धीरे-धीरे इनको (Prerna Puri) स्टेबलाइजर्स और एमुल्सिफाइर के बारे में पता चला, जिससे आइसक्रीम को निश्चित आकार और शेल्फ लाइफ देने में मदद मिलती है।
प्रेरणा पूरी (Prerna Puri) नामक इस महिला ने बताया कि, बेटे के लिए मैने आइसक्रीम बनाना तो शुरू कर दिया, फिर मुझे एहसास हुआ कि जमे हुए आइसक्रीम मेरे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। तब मैने घर पर उपलब्ध सामग्रियों के साथ आइसक्रीम बनाने के बारे में सोचा और इसके लिए घर पर उपलब्ध सामग्रियों के साथ कुछ दिनों तक अपना शोध और प्रयोग किया। और फिर मैंने शाकाहारी और कम वसा युक्त उत्पाद प्राप्त किया, जिसमे आर्टिफिशियल प्रिजर्वटिव, स्वाद, और रंगों का इस्तेमाल नहीं किया गया था।”
प्रेरणा (Prerna Puri) मानती हैं कि, आर्टिफिशियल प्रिजर्वटिव का इस्तेमाल करने के बाद आइसक्रीम की शेल्फ लाइफ काफी कम होती है। उनका कमर्शियल फ्रीजर में फ्रूट फ्लेवर में बना आइसक्रीम 20 दिनों तक रहता है, जबकि अन्य फ्लेवर 60 दिनों तक रहता है।
उन्होंने (Prerna Puri) बताया कि, सबसे पहले इन्होंने अपने बेटे आर्यन पुरी के लिए उनकी पसंदीदा चॉकलेट आइसक्रीम बनाई थी, जिसको उन्होंने काफी पसंद किया था।
कैसा रहा आइसक्रीम बनाने का सफर
प्रेरणा (Prerna Puri) बताती हैं कि, उन्होंने मार्च महीने में कोरोना के कारण देश में लगे लॉकडाउन के दौरान आइसक्रीम अपने बेटे के लिए यूट्यूब से देख कर बनाया था। फिर धीरे-धीरे उन्होंने इस आइसक्रीम को अपने दोस्तों तथा रिश्तेदारों में भी शेयर किया। सबके द्वारा अच्छी प्रतिक्रियाएं मिली और सबने तारीफ भी जमकर किया, जिससे इनका हौसला और भी बढ़ा।
उन्होंने (Prerna Puri) आगे बताया कि, दोस्तों और रिश्तेदारों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद मैने इसको अपना बिजनेस बनाने का फैसला किया और जून माह में मैने मॉर्डन बाजार से संपर्क किया, जो दिल्ली की एक प्रीमियम रिटेल चैन है।वहां भी मेरे उत्पाद को काफी पसंद किया गया और इसको उन्होंने स्टॉक करने का फैसला किया।
शुरु में जब उन्होंने (Prerna Puri) आइसक्रीम बनाना शुरू किया था तो वे अपने हाथों से हीं आइसक्रीम बनाती थी, लेकिन जब उनके पास आइसक्रीम के लिए ज्यादा ऑर्डर आने लगे तो उन्होंने अपने सास और पति से मदद लेकर ब्लेंडर खरीदे। आज उनके पास आइसक्रीम हैंडक्राफ्टेड ही हैं। बता दें कि, वे उपकरणों का काफी सीमित उपयोग करती हैं।
बता दें कि, प्रेरणा (Prerna Puri) के द्वारा बनाए गए चॉकलेट, कॉफी, बादाम और चॉकलेट, काले किशमिश, वेनिला और नट्स, नारियल, बादाम मार्जिपन फ्लेवर का आइसक्रीम दिल्ली-एनसीआर में आसानी से उपलब्ध है तथा उनके उत्पाद नेचर बास्केट आइसक्रीम चैन द्वारा, यह पुणे और मुंबई में भी उपलब्ध है।
अब लाखों में हो रही कमाई
प्रेरणा (Prerna Puri) की आइसक्रीम की बिक्री हर महीने दोगुनी हो रही है और फिलहाल उनका उत्पाद 25 प्रीमियम स्टोर में मौजूद है। इनके कारोबार में आइसक्रीम का उत्पादन हर दिन 35 से 40 टब होता है और इस कार्य को करने के लिए 16 लोगों को रखा गया है। और साथ हीं अगर इनके आइसक्रीम की मूल्य की बात की जाए तो 75 एमएल के लिए 95 रुपये और 500 एमएल के लिए 650 रुपये है।