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पति से अलग होने के बाद बेटी को पढ़ाने के लिए इस माँ ने सड़क किनारे खोला स्टॉल: Didi Ki Rasoi

Didi ki rasoi street food stall patna
Didi Ki Rasoi, Patna

हमारे समाज में प्राचीन काल से ही ऐसी अवधारणा बनी हुई है कि एक लड़की की जिंदगी में शादी से पहले उसके पिता और शादी के बाद उसका पति ही सबकुछ होता है। लेकिन अब समय के साथ-साथ आहिस्ते ही सही परंतु लोगों की सोच परिवर्तित हो रही है। अब महिलाएं भी पिता और पति के भरोसे जिंदगी गुजारने की प्रथा छोड़ खुद के पैरों पर खड़ी हो रही हैं और अपने परिवार, बच्चों की परवरिश भी कर रही हैं।

यह आर्टिकल भी एक ऐसी ही महिला के बारें में है जिसने पति से अलग होने के बाद खुद को कमजोर या बेसहारा न समझकर दीदी की रसोई (Didi Ki Rasoi Stall, Patna) नाम से फूड का स्टार्टअप शुरु किया और उसी स्टार्टअप के जरिए अपने बच्चों की परवरिश कर रही है। इसी कड़ी में चलिए जानते हैं उस महिला के बारें में-

दीदी की रसोई का यह वीडियो देखें


कौन है वह महिला?

हम बात कर रहे हैं बिहार (Bihar) के पटना (Patna) की रहनेवाली ज्योति शर्मा (Jyoti Sharma) की, जो पटना के दानापुर स्थित सगुना मोड़ पर दीदी की रसोई (Didi Ki Rasoi, Saguna Mod, Danapur) नाम से एक फूड स्टॉल चलाती हैं। उन्होंने ब्यूटीशियन का कोर्स भी किया है। हालांकि, शादी के बाद घर का किचन सम्भालने वाली ज्योति कुछ समस्याओं के वजह से अपने पति से अलग हो गईं हैं और उनके बच्चे हैं।

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लोगों की बातों को अनसुना कर शुरु किया अपना बिजनेस

फूड स्टॉल दीदी की रसोई (Didi Ki Rasoi Food Stall) की शुरूआत करने से पहले ज्योति को लोगों की बातों का डर था, क्योंकि अक्सर लोग किसी महिला को खासकर किसी अच्छे घर की महिला जब घर से बाहर निकलकर कुछ करती है तो उसे समाज के तानों को सुनना पड़ता है। लेकिन ज्योति लोगों की बातों को अनसुना करके आगे बढ़ी और दीदी की रसोई (Didi Ki Rasoi) की शुरूआत की।

भाई और दोस्त ने की मदद

दीदी की रसोई की नींव रखने में ज्योति के दोस्त ऋषभ सिंह, भाई शुभम सिंह और दीदी ने उनकी काफी मदद की। ऋषभ कहते हैं कि, उनकी दोस्त ज्योति काफी मेहनती है और वह कुछ इनोवेटिव करना चाहती थी। ऐसे में उन्होंने इस काम में उनकी मदद की और भविष्य में उन्हें आगे दीदी की रसोई का विस्तार करने की भी योजना है। वहीं शुभम का कहना है कि, वह अपनी दीदी को इस काम को करते देखकर काफी खुश हैं। उन्हें प्रसन्न्ता है कि उनकी दीदी खुद के पैरों पर खड़ी हैं।

दीदी की रसोई में खाने के लिए क्या है मौजूद?

दीदी की रसोई स्टॉल (Didi Ki Rasoi Stall, Patna) पर शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के फूड मिलेगे। शाकाहारी में यहां लिट्टी-चोखा, मोमोज, मैगी और पास्ता मौजुद है जबकी मांसाहारी में लिट्टी-चिकेन, मटन आदि फूड मौजूद है। ऐसे में यहां बच्चे, बूढ़े और नौजवान सभी आकर बिल्कुल घर के स्वाद जैसे खाने का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके अलावा यहां साफ-सफाई का भी अच्छे से ध्यान रखा जाता है।

यदि आप पटना के हैं या पटना जा रहे हैं तो दीदी की रसोई स्टॉल (Didi Ki Rasoi, Patna) पर जाकर वहां के खाने का स्वाद जरुर चखें।

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