महिलाएं अब आत्मनिर्भर हो चुकी हैं। अब ये महिलाएं अपना परिवार तो चला ही रही हैं, साथ ही दूसरी जगहों पर जाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की ट्रेनिंग भी दे रही हैं। आज महिलाएं हर क्षेत्र में काम कर रही हैं। कमाल यह है कि अब कोई महिला जागरूक किसान है, तो किसी महिला को मुर्गी पालने में महारथ है। अब महिलाएं खेती कर व्यापार कर रही हैं और बिजनेस करके करोङो रुपये कमा रही हैं। ऐसे ही एक महिला जो रोजगार के लिए घर से बाहर निकली , अब आत्मनिर्भर बनकर दे रही है 90 महिलाओं को रोजगार। जी हाँ , आज हम बात करेंगे एक ऐसी महिला कि, जो अपने मेहनत के बदौलत आत्मनिर्भर बनकर दूसरे महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई है।
कौन है वह महिला :-
उतर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ के एक छोटे गांव घीला( Gheela) के रहने वाली दीक्षा कश्यप (Diksha Kashyap) की उम्र 34 साल है और वह 2 बच्चों की मां है। दीक्षा कश्यप अपने मेहनत से कोई रोजगार करना चाहती थी लेकिन गांव में रहते हुए उनके लिए कोई रोजगार कर पाना मुश्किल था। दीक्षा अपने पुराने दिनों को याद करते हुए बताती हैं कि, उनके लिए अपना व्यवसाय शुरू करना आसान नहीं था। एक महिला होने के कारण उनके साथ कुछ समस्या थी, लेकिन वों मजबूती से आगे बढ़ी, अंततः उन्होंने अपने घर से बाहर जाने का फैसला किया और आज वों अपना मुकाम हासिल कर चुकी हैं।
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कैसे मिली सफलता :-
लखनऊ के छोटे से गांव घीला( Gheela) की रहने वाली दीक्षा कश्यप (Diksha Kashyap) सबसे पहले बकरियों को पालना शुरू किया। कुछ समय बाद वे ‘सोशल सहेली’ नाम के समूह के संपर्क में आई। धीरे-धीरे उनकी सोच विकसित हुई तथा उन्होंने 40,000 रूपये की पूंजी लगाकर अपने परिवार के साथ मसाला पैकिंग का काम शुरू किया। शुरुआत में कुछ अड़चनें आई, लेकिन उनकी मेहनत का फायदा दिखने लगा और उन्हें स्थानीय ऑर्डर मिलने लगे। अब दीक्षा व्हाट्सएप समूहों और अन्य माध्यमों से ऑनलाइन खुद के प्रोडक्ट बेचती हैं। आज वो 90 महिलाओं को अपने कारोबार में शामिल की हुई हैं। इस नेक काम में उनके पति और उनके परिवार ने भरपूर सहयोग दिया। दीक्षा कश्यप ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि,”मेरी इच्छा है कि एक दिन सभी महिलाएं ‘आत्मानिर्भर’ बन जाएं”। आजकल वे खूब चर्चा में है और सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई है।