आज के इस युग में लोगों के पास वक्त की बहुत कमी है। लोगों के पास अपने कार्य को छोड़कर दूसरों के लिए कुछ करने के लिए समय का बहुत अभाव है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इस भीड़-भाड़ वाली ज़िंदगी से वक्त निकालकर लोगों की मदद करते हैं और उनके दुखड़े सुनते हैं। वह समाजिक कार्यों तथा भलाई के लिए अपने पद की चिंता किए बगैर लोगों का प्यार पाना चाहते हैं और उनकी तकलीफ कम करना चाहते हैं।
समाजसेवी और लोगों की तकलीफ को कम करने वाले शख्सों में से एक हैं डां. उदय मोदी (Doctor Uday Modi) जो कहने को तो एक डॉक्टर हैं और उनके पास वक़्त की बहुत किल्लत है फिर भी वह इतने बिजी शेड्यूल से वक्त निकालकर बेसहारा और बुजुर्ग लोगों की मदद करते हैं और उनकी परेशानी सुनकर उनका हल भी निकालते हैं।
डां. उदय मोदी (Doctor Uday Modi) का मूल प्रान्त गुजरात (Gujrat) है और वह अपनी फैमिली के साथ मुंबई के निवासी बन चुके हैं। वह पेशे से एक डॉक्टर होने के साथ समाजसेवी भी हैं। उन्होंने अपनी स्वयं की क्लिनिक भी खोली है और लोगों का इलाज भी करते हैं। वह मीरा रोड भयंदर (Mira Road Bhayander) एरिया के बुजुर्गों के लिए खाना मुहैया कराते हैं। वह लगभग 15 वर्षों से इन बेसहारा बुजुर्ग लोगों की मदद कर रहे हैं। उनका समाज सेवा संगठन “श्रवण टिफिन सर्विस” (ShravanTiffin Service) चलता है जिसके तहत लगभग 500 लोगों को प्रतिदिन भोजन कराया जाता है। -ShravanTiffin Service
ऐसे शुरू हुआ श्रवण टिपिन सर्विस का सफर
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अगर किसी कार्य की शुरुआत हुई है तो इसकी पीछे कुछ-ना-कुछ बड़ा कारण अवश्य रहता है। डॉ उदय मोदी ने भी यह बताया कि उन्होंने इस कार्य की शुरुआत क्यों की?? इसके विषय में वह बताते हैं कि एक बार की बात है मैं अपने क्लीनिक पर बैठा था और उस दौरान मेरे पास एक बुजुर्ग आए फिर वह रोने लगे। उन्हें देख कर मुझे तकलीफ हुई और फिर मैंने उनसे सारी कहानी पूछी। उन्हें बताया कि वैसे तो कहने को मेरे तीन बेटे हैं परंतु काम कोई नहीं आता, मेरी पत्नी पैरालिसिस की मरीज है जिस कारण वह घर का कोई काम नहीं कर पाती और हम भूख से परेशान रहते हैं। मैं बाहर से खाना खरीद कर घर नहीं ले जा सकता और मुझे पकाना भी नहीं आता। इतनी तकलीफ है कि किसी दिन खाली पेट ही सोना पड़ता है।
यह बात सुनकर उन्हें बहुत दुख हुआ और उसी दौरान डॉक्टर ने यह निश्चय कर लिया कि अब वह उन बेसहारा और गरीब लोगों की मदद करेंगे जिन्हें अपनों ने सताया है और घर से बाहर निकाल दिया है। उस वक्त से ही वह गरीब और बेसहारा लोगों को भोजन मुहैया कराने लगे और उनके भूख को मिटाने का कार्य करने लगे। -ShravanTiffin Service
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ऐसा नहीं है कि वह सिर्फ बुजुर्गों को भोजन कराते हैं बल्कि वह उनके पास बैठकर उनसे बातें करते हैं और उनकी तकलीफें भी सुनते हैं। कई बुजुर्ग तो ऐसे हैं जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी अपने बच्चों को पढ़ाने-लिखाने ने गंवा दिया और जब वह बच्चे पढ़-लिखकर इंसान बने और उनकी शादी हुई तो उन्होंने अपने माता-पिता को बेघर कर दिया। क्योंकि वह उन्हें खाना नहीं खिला पा रहे थे। यह सारी बातें सुनकर उन्हें तकलीफ भी होती है परंतु इस बात से खुशी भी होते है कि वह लोगों की मदद कर रहे हैं। -ShravanTiffin Service
पत्नी का भी मिलता है सहयोग
ऐसा नहीं है कि डॉक्टर साहब अकेले ही इस कार्य को करते हैं बल्कि उनकी पत्नी भी अपने पति का हर कदम पर साथ देती है। उनकी पत्नी के कहने के अनुसार ही उन्होंने दीवार पर यह नोटिस और पैम्फलेट लगवाया कि अगर कोई व्यक्ति बेसहारा हो या फिर वह कोई व्यक्ति किसी ऐसे बुजुर्गों के विषय में जानता हो जिन्हें अपनों ने ठुकरा दिया है वह हमसे कांटेक्ट करें। धीरे-धीरे उनके पास शहर में यह बात काफी फैल गई और आज वह सैकड़ों लोगों की मदद कर रहे हैं। -ShravanTiffin Service
भोजन में होने वाली लागत
अगर हम उनकी टीम की बात करें तो यहां लगभग 20 लोग हैं जो निःशुल्क बुजुर्गों को खाना पहुंचाते हैं और वही दो लोग ऐसे हैं जो उनके लिए खाना बनाते हैं। हर महीने उन्हें एक व्यक्ति पर लगभग 1500 रुपए की लागत आती है। वहीं प्रत्येक महीने बुजुर्गों की सेवा में 3 लाख रुपए की लागत आती है। उनकी पत्नी के साथ साथ उनके बच्चे भी अपने पिता का काफी सहायता करते हैं। ऐसा नहीं है कि खाना बना दिया गया और बुजुर्गों के लिए भेज दिया गया, सबसे पहले डॉक्टर साहब खुद इस खाने का पूरी तरह निरीक्षण करते हैं और इसे खाते हैं तब इसे बुजुर्गों के लिए भेजा जाता है। हालांकि शुरुआती दौर में बुजुर्गों के लिए सब्जी, रोटी और दाल जाया करता था, परंतु आज उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर लो कैलोरी फूड्स तथा लो शुगर फूड्स दिए जाते हैं। -ShravanTiffin Service
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एक डॉक्टर होने के बावजूद भी बेहसारा लोगों की मदद कर उनका प्यार पाने के लिए तैयार रहते हैं। The Logically डां. उदय मोदी (Doctor Uday Modi) द्वारा किए गए समाजसेवी कार्य के लिए सैल्यूट करता है।