भारतीय सेना अपने जान की बाजी लगाकर देश के नागरिकों की सुरक्षा करते हैं। हमारे देश के वीर जवानों ने अपनी धरती मां की सुरक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है, तभी हमारा देश सुरक्षित है।
ऐसे में DRDO की तरफ से भारतीय सेना के लिए खुशखबरी आई है।
DRDO ने इंडियन आर्मी (Indian Army) के लिए सुरक्षित बुलेट प्रूफ जैकेट (Bullet Proof Jacket) तैयार किया है, जिसका वजन महज 9 किलो है। इस बुलेट प्रूफ जैकेट को कानपुर में स्थित प्रयोगशाला में तैयार किया गया है। इस जैकेट का नाम “फ्रंट हार्ड आर्मर पैनल” है। इस हल्की और सुरक्षित जैकेट को पहनकर सेना और भी अधिक तेजी और फुर्ती से सीमा की सुरक्षा कर सकेगी। हालांकि जवानों का जोश बहुत ऊंचा होता है कि वह केवल अपने जोश के बल पर ही शत्रुओं के दांत खट्टे कर देते हैं।
DMSRDE Kanpur a DRDO laboratory has developed a Light Weight Bullet Proof Jacket weighing 9.0 kg meeting the qualitative requirements of Indian Army. The Front Hard Armour Panel jacket was tested successfully at TBRL Chandigarh and met relevant BIS standards. #AtmaNirbharBharat pic.twitter.com/NwalIkfUG8
— DRDO (@DRDO_India) April 1, 2021
DRDO के अनुसार चंडीगढ़ (Chandigarh) के टर्मिनल बैलिस्टिक अनुसंधान प्रयोगशाला (TBRL) में इस बुलेट प्रूफ जैकेट का सफल परीक्षण किया जा चुका है। यह सभी मानकों पर खड़ी उतरी है।
Congratulations to @DRDO_India and DMSRDE Kanpur for developing this BP jacket. India needs more such innovative product design and development to realise the dream of #AtmaNirbharBharat https://t.co/B0i3I2XbZe
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) April 1, 2021
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और DRDO के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी ने फ्रंट हार्ड आर्मर पैनल (Front Hard Armour Panel) नाम की इस बुलेट प्रूफ जैकेट को बनाने वाली पूरी टीम को बधाई दी है। सामान्य जैकेट का वजन 10 से 10.5 Kg तक होता है, लेकिन फ्रंट हार्ड आर्मर पैनल का वजन सिर्फ 9 किलो है। इस बुलेट प्रूफ जैकेट का वजन कम करने के लिए DRDO ने सॉफ़्ट और आर्मर प्लेट का प्रयोग किया है।
The Logically इस जैकेट को विकसित करने वाली टीम को बहुत-बहुत बधाई देती है।