संडे हो मंडे, रोज खाओ अंडे’, यह अब केवल विज्ञापन में ही नहीं रहा, बल्कि अंडा अब लगभग हर घर में मिलता है। वहीं अब चिकन के साथ-साथ बत्तख के मांस की भी मांग बढ़ रही है। ज्यादातर लोग मुर्गी के अंडे ही खाते हैं, लेकिन इससे भी कहीं बेहतर बत्तख के अंडे माने जाते हैं। कोरोना काल में इसकी मांग और व्यापार में बढ़ोत्तरी हुई है। यही वजह है कि अब गांव हों या शहर, दोनों जगह बत्तख के पालन की ओर लोग ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। बत्तख पालन के ओर रुख करना लोगों के लिए काफी फायदेमंद भी साबित हो रहा है। (Duck Farming Business)
बत्तख पालन लोगों के लिए अच्छा विकल्प भी है। आप भी बत्तख पालने का व्यवसाय शुरू कर लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं यह व्यापार आप लोगों को अधिक मुनाफा देने वाला होगा। इस व्यापार में आपको महीने में लाखों की कमाई हो सकती है। आइये जानते हैं कि आप इस व्यापार को किस प्रकार शुरू कर सकते हैं और इससे आपको कितना मुनाफा मिलेगा।
ज्यादा का फायदा मिलेगा (Duck Farming Business)
बत्तख पालन, मुर्गी पालन यानि पोल्ट्री फार्मिंग कारोबार से ज्यादा किफायती और मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। क्योंकि बत्तख पालन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि बत्तख पालन में बत्तखों को बीमारी का खतरा बिल्कुल कम रहता है। इसके साथ-साथ ही यह अपने आपको मौसम के अनुसार ढाल लेते हैं। इनके रख-रखरखाव में भी अधिक समस्या नही होती है। यह आपके आसपास के तालाब में रहते हैं और उसी तालाब के मछली और मेंढक को अपना आहार बनाते हैं। जिससे इन पर खर्च भी कम आता है और यह आसानी से पल भी जाते हैं।
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बत्तख के अलग-अलग नस्लें (Duck Farming Business)
बतखों में अंडे और मांस के लिए अलग-अलग नस्ल है। अंडे के लिए खाकी कैंपबेल नस्ल है, यह कम से कम एक साल में 280 से 300 अंडे देती है, काफी किसान इसका पालन भी करते हैं। अंडे के लिए इंडियन रनर भी है लेकिन इसके अंडे का उत्पादन खाकी कैंपबेल नस्ल से कम है। वहीं मांस के लिए पाली जाने वाली बतखों की नस्ल में वाइट पेकिंग नस्ल सबसे अच्छी है। इसे देश में ही नहीं विदेशों में भी पाला जाता है। इन दोनों नस्लों को पालने में कम ख़र्च भी आता है क्योंकि यह मुर्गियों के मुकाबले कम दाना खाती हैं। इसलिए इनके खाने-पीने में ज्यादा खर्चा भी नहीं आता है।
बत्तख के अंडों से लाभ (Duck Farming Business)
एक बत्तख एक बार में औसतन 40 से 50 अंडे देती है। वहीं अगर इसके अंडे के वजन की बात करें तो करीब 15 से 20 ग्राम प्रति अंडा का इसका वजन होता है।इसके आलावा बत्तख के अंडे देने का समय सुबह का होता है। जिससे यह आसनी से अंडे देती है। इसके अंडे का छिलका बहुत मोटा होता है, इसलिए टूटने का बिल्कुल डर भी नहीं रहता। कम जगह में आप इस व्यापार को आसानी से कर सकते हैं। इसके अंडे बाजार में अधिक दाम पर बिकते भी हैं। जिससे और अधिक लाभ कमाया जा सकता है। वहीं कैम्पल नस्ल की बात करें तो यह बत्तख साल में लगभग 300 अंडे देती है। जो और अधिक मुनाफे के योग्य साबित हो सकता है।
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मांस के लिए बत्तख (Start Duck Farming Business)
बत्तख में पेकिंग नस्ल मांस देने वाली सबसे उत्तम नस्ल है। इन्हें पालने के लिए कम जगह चाहिए होता है। आप बत्तख पालन व्यवसाय को शुरुआत में न्यूनतम बत्तख यानि लगभग 20-30 बत्तखों के साथ शुरू कर सकते हैं। अगर आप 500 बत्तख के साथ अपना व्यापार शुरू करते हैं तो आपको उनके चूजों के लिए 400-500 रुपये देने होंगे और अगले 4-5 महीनों के लिए उन्हें अपने खाने-पीने और रख-रखाव पर खर्च करना होगा, जो कि लगभग 2-3 हजार रुपये प्रति माह हो सकता है। यही बत्तख अब 4-5 महीने के बाद लगभग हर दिन 1 अंडा देने के लिए तैयार हो जाता है। जो कम से कम 7 रुपये में बिकता है। यदि सभी 500 बत्तख एक-एक अंडा रोज देती हैं, तो यह लगभग 1 लाख के ऊपर आप प्रति माह कमा सकते हैं।
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