बदलते समय समय के साथ आजकल खेती-बाड़ी में भी बदलाव आ रहा है। किसान भाई परम्परागत खेती को छोड़ आधुनिक खेती को अपना रहे हैं और नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करके खेती को आसान बना रहे हैं। नई तकनीकों से आसान हो रही खेती में किसान तरह-तरह के नए प्रयोग कर रहे हैं और बेहतर मुनाफा भी कमा रहे हैं।
अभी तक आप सभी सफेद फूलगोभी देखा होगा, लेकिन मौजूदा दौर में किसान रंगीन फूलगोभी की खेती (Colourful Cauliflower Farming) कर रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि अब किसान सिर्फ सफेद फूलगोभी नहीं बल्कि गुलाबी और बैंगनी फूलगोभी का उत्पादन भी कर रहे हैं, जिससे उन्हें मोटी आमदनी भी हो रही है। हालांकि, कई लोगों को इस बात पर विश्वास नहीं होगा लेकिन देश के कई हिस्सों में रंगीन फूलगोभी की खेती जोरो से हो रही है।
अभी तक हमारे द्वारा कई बार खेती-बाड़ी के बारें में जानकारी दी जा चुकी हैं। इसी कड़ी में आज हम इस लेख के माध्यम से आपको स्वास्थ्य के बहुत फायदेमंद रंगीन फूलगोभी की खेती (Colourful Cauliflower Farming) के बारें में बताने जा रहे हैं जो वर्तमान में किसानों की आमदनी का बेहतर स्त्रोत है।
रंगीन फूलगोभी के लिए मिट्टी और जलवायु
आप सोच रहे होंगे कि इसकी खेती के अलग-अलग जरुरते होंगी जबकी ऐसा नहीं है। जी हां, रंगीन फूलगोभी की खेती (Colourful Cauliflower Farming) के लिए सामान्य फूलगोभी की तरह ही ठंडी और नमीयुक्त जलवायु को उपयुक्त माना जाता है। इसकी खेती के लिए 5.5 से 6.6 के बीच PH मान वाली मिट्टी बेहतर होती है साथ ही इसकी खेती के लिए 20-25 डिग्री सेल्सियस तापमान होना जरुरी होता है। यदि किसान भाई रंगीन फूलगोभी की फसल उगाना चाहते हैं, तो ऐसी जमीन का चुनाव करें जहां से जल निकासी अच्छी तरह से हो सके।
यह भी पढ़ें:- बिना मिट्टी वाली हाइड्रोपोनिक खेती के तरीके और उसके फायदों को जानें
क्या है रंगीन फूलगोभी की बुवाई करने का तरीका?
रंगीन फूलगोभी की फसल उगाने के लिए सबसे सितंबर और अक्तूबर का महीना सही माना जाता है। इन दो महिनों में आप इसे नर्सरी विधि के जरिए खेतों में बुवाई कर सकते हैं। नर्सरी में पौधें तैयार करने के लिए बीज लगा दें, उसके बाद जब 4-5 सप्ताह के बाद नर्सरी से पौधें लेकर उसे अपने खेतों में बुवाई करें। यदि आप एक हेक्टेयर में इसकी फसल उगाना चाहते हैं तो 200 से 300 ग्राम बीज की आवश्यकता होगी। How to Cultivate Colourful Cauliflower.
फसल की अच्छी उपज के लिए आवश्यक है खाद
आप जानते हैं, किसी भी फसल के विकास और अच्छी उपज के लिए उसमें खाद डालना बेहद जरुरी होता है। यदि फसल में आवश्यतानुसार खाद नहीं डाला जाए तो लाख कोशिशों के बावजूद भी उत्पादन अच्छा नहीं होगा। रंगीन फूलगोभी की फसल के लिए खाद को सही मात्रा में डालना जरुरी होता है। आप गोबर का इस्तेमाल भी खाद के तौर पर कर सकते हैं। आप चाहें तो गोबर की सड़ी हुई खाद को मिट्टी में मिला सकते हैं।
हालांकि, यदि आप चाहें तो मिट्टी की जांच कराके भी मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की कमी के बारें में जान सकते हैं। उसके बाद आप अपने हिसाब से खेत में खाद और अन्य पोषक तत्वों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपकी फसल की पैदावार बेहतर होगी साथ ही अच्छी आमदनी भी कमा सकते हैं। Method of Colourful Cauliflower Farming.
रंगीन फूलगोभी से कमा सकते हैं बेहतर मुनाफा
फूलगोभी के बीज की रोपाई के तीन से साढ़े तीन महीने बाद ही आप देखेंगे कि फसल कटने के लिए तैयार है। यदि उत्पादन की बात करें तो एक हेक्टेयर में 200 से 300 क्लिंटन रंगीन फूलगोभी का उत्पादन होगा। बता दें कि, मार्केट में रंगीन फूलगोभी की मांग के साथ ही कीमत भी अच्छी है। ऐसे में किसान भाई इससे बेहतर फायदा कमा सकते हैं।