आलू चिप्स ऐसा स्नैक है जिसे हर आयु वर्ग के लोग पसन्द करते हैं। बड़े ब्रांड्स से लेकर लोकल ब्रांड्स के आलू चिप्स मार्केट (Potato chips market) में हमारे लिए कई ऑप्शन्स हैं। इन पोटेटो चिप्स के लिए लोगों में अत्यधिक क्रेज है। इसी क्रेज को देखते हुए कई लोग आलू चिप्स के बिजनेस (Aalu chips business) में कदम रख रहे हैं। अगर आप ने भी ऐसा कुछ सोच रखा है या करने वाले हैं तो यह लेख आपके लिए है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आलू चिप्स की फैक्ट्री कैसे लगाएं (How to start Potato chips factory) साथ ही चिप्स की फैक्ट्री में कितना मुनाफा मिलता है। (Profit in Potato chips business) आलू चिप्स फैक्ट्री में उपयोग होने वाली खास मशीनों (Machines used in Potato chips business) के बारे में भी जानने के लिए लेख को अंतिम तक पढ़े।
आलू चिप्स बिजनेस से महीने भर में चार लाख की कमाई
अनिल बी. टेक पासआउट है। उन्हें हमेशा से ही कुछ खुद का स्टार्टअप शुरू करना था। मार्केट रिसर्च के बाद उन्होंने पाया कि आलू चिप्स एक ऐसा स्नैक है जिसे हर उम्र के लोग बहुत चाव से खाते है। तभी अनिल ने यह फैसला किया कि वह अब आलू चिप्स के बिजनेस में ही हाथ आजमाएंगे। अनिल को इस बिजनेस में चार साल ही गए हैं वह अब महीने में चार लाख रुपए कमा रहे हैं। B.tech passout is earning four lakh per month through potato chips business
Aalu chips ka business शुरू करने से पहले आपको इन मशीनों की जरूरत होगी (Machines required in potato chips factory)
- Potato Peeling Machine आलू छीलने की मशीन
- Potato Slicing Machineआलू काटने की मशीन
- Batch Fryer चिप्स तलने की मशीन
- Spice Coating Machine चिप्स पर मसाला चढ़ाने की मशीन
- Machine For Packing चिप्स पैक करने की मशीन
ये मशीन आपको शहर में किसी भी मशीन की दुकानों पर मिल जाएंगी। अगर आप ऑनलाइन आर्डर (Online order Potato chips machine) करना चाहते हैं तो IndiaMART जैसी ऑनलाइन साइट से भी खरीद सकते है।
आलू चिप्स बनाने की विधि ( How to make potato chips)
सबसे पहले आपको बाजार से बेहतरीन क्वालिटी के आलू खरीदने होंगे। याद रखिए कोई चीज ब्रांड नहीं होती उसकी क्वालिटी ही उसे ब्रांड बनाती है। तो आलू चिप्स बनाने के लिए कच्चे माल की क्वालिटी से कॉम्प्रोमाइज नहीं करिएगा।
आलू खरीदने के बाद आपको आलू को अच्छे से साफ करना होता है और उनको अच्छे से छीलना भी होता है। यह काम मशीन से होता है।
अब आलू को छीलने के बाद आपको आलू को Potato Slicing Machine में काटना होता है।
स्लाइस बनाने के बाद आपको स्लाइस को साफ पानी से धोकर सुखाने की जरूरत पड़ती है।
आप चाहे तो आलू को धूप में भी सुखा सकते हैं या इसके लिए ड्राइंग मशीन भी आती है। इसके बाद आप इनको तेल में तलकर चिप्स तैयार करें।
चिप्स तलते समय आपको तेल के तापमान का ध्यान रखना होगा, ना तो ज्यादा तापमान होना चाहिए ना कम तापमान होना चाहिए। आपको सामान्य आंच पर तेल को पकाना होगा।
फिर आपको तले हुए चिप्स में लाल मिर्च, नमक वगैरा मिलाना होगा उसके बाद आपके चिप्स पैकेजिंग और बिक्री के लिए तैयार हो जाएंगे।
यदि इस पूरे बिज़नेस की लागत की बात की जाए तो मशीनो को खरीदने में कम से कम 1 से 2 लाख लग जायेंगे। वहीँ यदि इससे मिलने वाले मुनाफे की बात करे तो यह असीमित हो सकता है। लेकिन सामान्य शुरुआत करने पर भी महीने का 30 से 40 हजार रुपये कमाये जा सकते है। इसके बाद यदि आपके चिप्स की quality अच्छी है, और इसके साथ ही आपने चिप्स मार्केटिंग करने में अच्छा ध्यान दिया है, तो आप ज्यादा कमाई कर सकते है।
अब यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि अगर आप चिप्स के बिजनेस में नए हैं तो अपना प्रोडक्ट बेचने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना होगा जो विज्ञापन से संभव है। कोशिश करें कि अखबार, रेडियो और टीवी के माध्यम से आप ज्यादा लोगों तक अपने प्रोडक्ट की जानकारी पहुंचा सकें।
अब सबसे बड़ी दुविधा होती है कि इन चिप्स को कहां पर बेचे? इसके लिए सबसे बेहतर उपाय है कि शहर की थोक दुकानों में आप संपर्क करें और उनसे अपना प्रोडक्ट बेचने के लिए संबंध स्थापित करे। यदि संभव हो सके तो इन दुकानदारों का प्रॉफिट वाला हिस्सा शुरू में कुछ ज्यादा रखें, जबकि अपना प्रॉफिट कम रखें। ऐसा करने पर ये आपके लिए एक बेहतर और वफादार ग्राहक बन जायेंगे।
आलू के चिप्स बनाने की पूरी प्रक्रिया वीडियो में देखें –
आलू चिप्स बिजनेस शुरू करने से पहले यहां रजिस्ट्रेशन कराएं
(Registration required before starting potato chips। Business)
सबसे पहले आपको यह निर्धारित करना पड़ेगा कि आपका बिज़नेस कितना व्यापक होने वाला है।इसके लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) में रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
अपने शहर के नगर निगम में बिज़नेस का रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
बिज़नेस के नाम एक चालू खाता और पैन कार्ड की जरूरत पड़ेगी।
फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैण्डर्ड अथॉरिटी आफ इंडिया (FSSAI) एक ऐसी संस्था है, जो खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार होता है.।इसलिए यह बिज़नेस शुरू करने के लिए FSSAI से लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य होता है।
आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।