Kari patta या Meetha Neem किचन में अक्सर दिखने वाला वो पत्ता जो खाने के स्वाद और खुशबू को बेहतरीन बनाता है। करी पत्ते का पौधा आसपास बहुत ही आसानी से मिल जाता है क्योंकि इसे गमले में लगाना बहुत ही आसान है। एक बार इसकी जड़ मजबूत हो गई तो पौधे को बढ़ने में ज्यादा समय नहीं लगता है।
ऐसे लगाएं करी पत्ते का पौधा
आप इसे सीधे गमले में लगा सकती हैं। पहले आप तीन-चार बीज एक साथ ग्रो करें। सिर्फ एक ही बीज से नहीं बल्कि अच्छी पत्तियों वाला पौधा कई सारे बीज एक साथ लगाने पर ही उगता है।साथ में अगर खाद की व्यवस्था हो तो वो भी मिट्टी में मिलाएं, नहीं तो मिट्टी और थोड़ी सी रेत मिलाकर इस पौधे को लगाएं। आप थोड़ा सा सूखा गोबर भी खाद की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं। (Tips to grow Kari patta at home)
सीडलिंग का प्रयोग भी कर सकता हैं
अगर आप सीधे गमले में नहीं लगाकर सीडलिंग के तौर पर लगाना चाहती हैं तो पहले किसी गहरे लेकिन छोटे साइज वाले कंटेनर में लगाएं। इसके बाद आप इन्हें अच्छे से जर्मिनेट करें। 7-8 दिन बाद ये बीज जर्मिनेट होने लगेंगे। इसके बाद आप इसमें नॉर्मल पानी डालकर भी इसे उगा सकती हैं। ये तरीका आपके घर में पौधा उगाने के लिए बहुत अच्छा है।
यह भी पढ़ें :- स्वास्थ्य से लेकर स्वाद तक हर घर में उपयोगी है पुदीना, जानिए गमले में उगाने का आसान तरीका
इन बातों का रखें ध्यान
बीस दिन बाद आप देखेंगे कि इसमें पत्तियां आने लगी हैं। इन्हें आप अभी गमले में शिफ्ट कर सकती हैं। अगर सीधे गमले में लगाया है तो आपको इसके लिए कुछ भी करने की जरूरत नहीं होगी। बस इसे दो हफ्ते में एक बार खाद और रोज़ थोड़ा सा पानी देते रहिए।
1.5 महीने बाद आप देखेंगी कि ये पौधा कितनी अच्छी तरह से उग गया है। अब आप इसमें अच्छे से खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालें। आप घर में बनाई हुई खाद का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। इसे ऐसी जगह रखें जहां हवा और धूप अच्छे से दिख रही हो।
पूरा विडियो यहां देखें –
करी पत्ता के औषधीय गुण (Medicinal qualities of Kari patta)
करी पत्ता लीवर को सशक्त बनाता है। यह लीवर को बैक्टीरिया तथा वायरल इंफेक्शन से बचाता है। इसके अलावा यह फ्री रेडिकल्स, हेपेटाइटिस, सिरोसिस जैसी कई बीमारियों से भी बचाता है।
करी पत्ता में पर्याप्त मात्रा में विटामिन A होता है। विटामिन A आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है। इसकी कमी से आंखों की रोशनी कम होना जैसी कई समस्या हो सकती है। तो विटामिन A की कमी को पूरा करने के लिए भी आपको करी पत्ते का सेवन करना चाहिए।
करी पत्ते में LDL कोलेस्ट्रॉल कम करने की प्रकृति होती है। LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर दिल की बीमारियां हो जाती हैं। इस तरह करी पत्ता दिल की बीमारियों से भी आपको दूर रखता है।
करी पत्ते में बालों को मॉइश्चराइजिंग करने वाले कई गुण मौजूद होते हैं। जो बालों को गहराई से साफ करते हैं और इन्हें बढ़ाने के साथ-साथ मजबूत भी बनाते हैं। करी पत्ते की सूखी पत्तियों का पाउडर बनाकर तिल या नारियल के तेल में मिला लें, फिर इस तेल को थोड़ा गर्म करके सिर में मसाज करें। इसे रातभर रखें और फिर सुबह शेंपू कर लें। इस प्रकार मालिश करने से बाल गिरना बंद हो जाएंगे और वह मजबूत भी होंगे।
करी पत्ते में आयरन तथा फोलिक एसिड दोनों पाए जाते हैं। इसलिए यह शरीर में खून की कमी को भी दूर करता है।