आज भले ही जमाना बदल रहा है लेकिन बात अगर ट्रांसजेंडर के विषय में की जाए, तो समाज उन्हें आज भी अलग नजरिए से देखता है। वह चाहे कितनी भी काबिल क्यों ना हो लेकिन उन्हें वह हक नहीं मिलता, जो हम आम व्यक्तियों को मिलता है।
आज की हमारी यह कहानी एक ऐसे शख़्स की है, जिन्होंने अपनों को खोने के बाद हिम्मत नहीं हारा और बड़ी सफलता हासिल की। उनके परिवार को जब पता चला कि उनके घर में एक ट्रांसजेंडर है, तब उन्होंने उसे घर से बाहर निकाल दिया। आज वे ज़िंदगी से लड़ते हुए, सफलता की एक ऐसी मिसाल बने हैं, जिनसे लोगों को हिम्मत मिले रही है। – first trans gender pilot
देश के प्रथम ट्रांसजेंडर बने पायलट
वह शख़्स एडम हैरी (Edam Harry) हैं, जो देश के प्रथम ट्रांसजेंडर पायलट हैं। जब उनके पैरंट्स को इस बात की जानकारी हुई कि वह ट्रांसजेंडर हैं, तो उन्होंने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। अपनों से दूर रहकर भी उन्होंने स्वयं को टूटने नहीं दिया और अपनी मेहनत के बदौलत सफलता हासिल किया। जब उन्हें घर से बाहर निकाला गया तो उनके पास कोई राशि नहीं थी, जिस कारण उन्हें सड़कों पर रात गुजारनी पड़ी। -first trans gender pilot
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सपना था कमर्शियल पायलट का
एडम हैरी (Edam Harry) का सपना कमर्शियल पायलट बनने का था। अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने प्राइवेट पायलट लाइसेंस का प्रशिक्षण लिया। वर्ष 2017 में उन्हें जोहांसबर्ग में लाइसेंस भी प्राप्त हुआ। उन्होंने यह निश्चय किया था कि वह अपने सपने को अपने घर वालों से ज़ाहिर करेंगे। तब तक उनके घर वालों को उनके पहचान की जानकारी मिल गई और वे उनसे अलग हो गए। first trans gender pilot
जूस की दुकान पर किया काम
अपने भरण-पोषण के लिए उन्होंने जूस की दुकान पर कार्य करना शुरू किया। हम सब यह बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारे समाज में ट्रांसजेंडर के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है और उसका शिकार हैरी को भी होना पड़ा था, लेकिन उन्होंने अपने सपनों को ओझल नहीं होने दिया और उसे पूरा करने के लिए संघर्ष करते रहे। उन्होंने निश्चय किया और सोशल जस्टिस विभाग से कांटेक्ट कर अपनी पढ़ाई के लिए सहायता मांगी, तो उन्होंने एविएशन एकेडमी को ज्वाइन करने का सजेशन दिया। first trans gender pilot
सरकार से मिली सहायता
जब एडम (Edam) विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे थे, तब केरल सरकार उनकी सहायता के लिए सामने आई। उन्हें राज्य समाजिक न्याय डिपार्टमेंट की तरफ से 23.34 लाख रुपए की स्कॉलरशिप मिली। इस राशि द्वारा उन्होंने अपने कमर्शियल पायलट कोर्स पूरा कर लिया। हालांकि वह जब एविएशन एकेडमी का फॉर्म भर कर रहे थे, तब उन्हें अपने जेंडर के कारण दिक्कत हुई, परन्तु एक शिक्षक ने उनकी मदद की। first trans gender pilot Edam Harry