हमारे देश में अनेकों मंदिर देखने को मिलते हैं जिनका अपना अलग-अलग इतिहास होता है तथा साथ ही उनकी अपनी विशेषताएं भी होती हैं। देश में मौजूद अनेकों मंदिर ऐसे हैं जिन्हें लोग उनकी विशेषताओं से जानते हैं और वहां घूमने के लिए जाते हैं।
आज इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारें में बताने जा रहे हैं जिसकी खासियत की वजह से ही उसे एक अलग पहचान मिली है और रोजाना बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठी होती है। चलिए जानते हैं उस मंदिर के बारें में-
कहां स्थित है वह मंदिर और क्या है उसका नाम?
वैसे तो भारत में कई प्राचीन मंदिर हैं लेकिन हम बात कर रहे हैं द्वारिकाधीश मंदिर (Dwarikadhish Temple) की। जी हां, बिहार (Bihar) के छपरा जिला (Chapra District) के नैनी (Naini) गावँ में स्थित इस मंदिर को गुजरात स्थित द्वारिका धाम के तर्ज पर बनाया गया है जो काफी भव्य और आकर्षक है।
यहां देखें भव्य द्वारिकाधीश मंदिर का वीडियों-
कितनी है द्वारिकाधीश मंदिर की उँचाई?
The Indian Stories के अनुसार, छपरा के नैनी गांव स्थित इस भव्य मंदिर को संगमर्मर की मदद से बनाया गया है जिसे राजस्थान और गुजरात से मंगवाया गया है। वहीं इस मंदिर की उँचाई 40 फीट है जिससे यह मंदिर काफी ऊंचा नजर आता है और इसे गांव के बीचों-बीच बनाया गया है।
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मंदिर को बनाने में लगा 12 वर्ष का समय
The Indian Stories से बातचीत के दौरान द्वारिकाधीश मंदिर (Dwarikadhish Temple) के मुख्य पुजारी ने बताया कि, इस मंदिर को बनाने में 12 वर्ष का समय लगा है तब जाकर यह भव्य मंदिर तैयार हुआ है। द्वारिका धाम के तर्ज पर बने इस मंदिर को बनाने वाले कारीगर भी गुजरात के थे।
कितनी लागत में बनकर तैयार हुआ है छपरा जिला का द्वारिकाधीश मंदिर?
मंदिर के मुख्य पुजारी ने द्वारिकाधीश मंदिर की विशेषता के बारें में बताया कि, नैनी गांव स्थित इस मंदिर को बनाने के लिए सीमेंट, बालू, ईंट, गिट्टी और कील का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसे सिर्फ केमिकल और पत्थर के सहारे बनाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इसे बनाने में टोटल 12 करोड़ रुपये की लागत खर्च हुआ है।
5 बार होती है भगवान की आरती
द्वारिकाधीश मंदिर में सिर्फ भगवान द्वारिकाधीश ही नहीं बल्कि भगवान गणेश, देवों के देव महादेव और मां पार्वती, मां दुर्गा बजरंग बली भी विराजमान हैं। इसके अलावा इस मंदिर में प्रतिदिन 5 बार भगवान की आरती की जाती है और उन्हे भोग लगाया जाता है। इसी के साथ इस मंदिर के पास ही राम जानकी मंदिर भी स्थित है जिसमें भगवान की सुन्दर मूर्ति स्थापित है।